Jharkhand में हुए Land Scam Case की CBI या न्यायिक जांच करायें : बाबूलाल मरांडी

झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी ने राज्य गठन से लेकर अबतक हुई जमीन घोटाले की सीबीआइ या हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जमीन घोटाले की जांच करना अकेले ED के बस की बात नहीं है। बाबूलाल ने इस संबंध में सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है।

Jharkhand में हुए Land Scam Case की CBI या न्यायिक जांच करायें : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी व हेमंत सोरेन (फाइल फोटो)।
  • जमीन घोटाले की जांच करना अकेले ED के बस की बात नहीं

रांची। झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी ने राज्य गठन से लेकर अबतक हुई जमीन घोटाले की सीबीआइ या हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जमीन घोटाले की जांच करना अकेले ED के बस की बात नहीं है। बाबूलाल ने इस संबंध में सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है।

यह भी पढ़ें:Love Jihad: Bihar के Sitamarhi नाम बदलकर हिंदू लड़की से प्यार, शादी की नीयत से ले जा रहा था नेपाल, बोर्डर पर पकड़ाया


दस्तावेजों में हेराफेरी कर हो रही जमीन की खरीद-बिक्री 
एक्स सीएम ने सरकारी दस्तावेजों के रखरखाव में सरकारी सिस्टम में खामी का भी आरोप लगाया है। बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राजधानी रांची ही नहीं, स्टेट के कई जिलों में ऐसे कई जमीन माफिया सक्रिय हैं, जिन्होंने दस्तावेजों में हेरफेर करके जमीन की खरीद-बिक्री की है। उन्होंने कहा है कि सरकारी सिस्टम की कमजोरी का फायदा उठाकर जालसाजी की गयी। सरकारी, गैर-सरकारी, गरीब, पिछड़े, दलित, आदिवासियों की जमीन लूट का कीर्तिमान स्थापित किया गया है।
 सिस्टम की खामी का कुछ लोग उठा रहे हैं फायदा 
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि मैं आपका ध्यान जमीन महाघोटाले में ईडी की ओर से की जा रही मनी लांड्रिंग मामलेकी जांच में हैरान करनेवाली जानकारियां सामने आ रही हैं। सरकारी सिस्टम की खामियों का फायदा कुछ लोग उठा रहे हैं। बेईमान लोगों का एक सिंडिकेट है, जो गड़बड़ी और जालसाजी कर रहे हैं। इससे झारखंड बदनाम हो रहा है
झारखंड के भूमाफिया हर्षद मेहता और तेलगी जैसे शातिर 
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड के भू-माफिया हर्षद मेहता और अब्दुल करीम तेलगी जैसा शातिर हैं। जिस तरह हर्षद मेहता और अब्दुल करीम तेलगी ने जालसाजी करके करोड़ों रुपये कमाये, उसी तरह झारखंड में भूमि माफिया, दलाल सक्रिय हैं। ये लोग जालसाजी करते हैं।  इन्होंने गुंडे पाल रखे हैं। पुलिस और प्रशासन का भी इन्हें सहयोग प्राप्त है। सत्ता में बैठे कुछ लोग भी इनकी मदद कर रहे हैं। बाबूलाल ने कहा है कि ये जमीन माफिया अपने काम में इतने माहिर हैं कि जिस जमीन को हथियाना होता है , वहां नीचे से ऊपर तक के अफसरों के अलावा गुंडों  दलालों, बाहुबलियों से सांठगांठ करते हैं। ऐसे में कोई आम आदमी, खासकर आदिवासी अपनी जमीन बचाने के लिए कुछ भी नहीं कर पाते, क्योंकि पूरा सिस्टम पहले से ही मैनेज हो चुका होता है।
 झारखंड के जमीन घोटालों की जांच कर पाना ईडी के लिए संभव नहीं 
एक्स सीएम ने कहा है कि कि झारखंड में ऐसे सैकड़ों उदाहरण हैं, जहां जमीन पर कब्जे का विरोध करनेवालों को ही भूमि माफियाओं ने जेल भिजवा दिया है। उन्होंने कहा कि गिरिडीह में तो जमीन माफिया ने विरोध करनेवाले एक व्यक्ति को धारा 107 में जेल भिजवाकर चार महीने जेल में रखवा दिया। उन्होंने लिखा है कि रांची समेत कई जिलों में माफिया एक्टिव हैं, जिन्होंने जमीन के कागजातों के रखरखाव में सरकारी सिस्टम की कमजोरी और कमी का लाभ उठाकर जालसाजी, हेराफेरी के बल पर सरकारी, गैर सरकारी, गरीब, पिछड़े, दलित, आदिवासियों की जमीन लूट का कीर्तिमान स्थापित किया है। बेईमान लोगों के सिंडिकेट ने इसे अंजाम दिया है। जमीन माफिया इतने प्रभावी है कि पूरी तैयारी से धावा बोलते हैं। इनके चंगुल में फंसा व्यक्ति इनके आगे हार मान लेता है। विरोध करने वालों को ये पुलिस से मिलीभगत कर जेल भिजवा देते हैं। झारखंड में जमीन के इस महाघोटाला का पूरा पर्दाफाश करना अकेले ईडी के लिए संभव नहीं है। सीबीआई या हाई कोर्ट जे जस्टिस से इसकी जांच कराई जाए।