Gangs of Wasseypur:Dhanbad पुलिस को मिली बड़ी सफलता, गैंगस्टर प्रिंस खान का तीन गुर्गे के साथ विकास सिंह अरेस्ट

कोयला राजधानी धनबाद पुलिस को Gangs of Wasseypur के गैंगस्टर प्रिंस खान उर्फ हैदर अली गैंग के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने प्रिंस खान  का गैंग धवस्लित कर दिया है।  बिजनसमैन से रंगदारी मांगने वाले, बम विस्फोट व फायरिंग करने वाले गैंग के तीन क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। इन तीनों के साथ-साथ अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह को भी अरेस्ट किया गया है।

Gangs of Wasseypur:Dhanbad पुलिस को मिली बड़ी सफलता, गैंगस्टर प्रिंस खान का तीन गुर्गे के साथ विकास सिंह अरेस्ट
मामले की जानकारी देते एसएसपी।

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद पुलिस को Gangs of Wasseypur के गैंगस्टर प्रिंस खान खान उर्फ हैदर अली गैंग के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने प्रिंस खान  का गैंग धवस्लित कर दिया है।  बिजनसमैन से रंगदारी मांगने वाले, बम विस्फोट व फायरिंग करने वाले गैंग के तीन क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। इन तीनों के साथ-साथ अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह को भी अरेस्ट किया गया है।

यह भी पढे़ं:Uttar Pradesh: देवरिया में छह की मर्डर, दर्जनों लोगों की भीड़ ने किया हमला, 27 नेम्ड समेत 77 लोगों के खिलाफ FIR

पुलिस ने कतरास निवासी नसीम अंसारी (44), गिरिडीह के बिरनी निवासी सद्दाम अंसारी (33), धनबाद के जोगता निवासी राजू अंसारी (32) और धनबाद अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह (41) को अरेस्ट किया है।पुलिस ने चारों के पास से पांच ऑटोमेटिक पिस्टल, एक देशी कट्टा, 56 जिंदा कारतूस, दो सुतली बम, तीन मोबाइल फोन, जिओ कंपनी का एक राउटर, 50 हजार रुपये कैश, बिना रजिस्ट्रेशन का एक काला पल्सर बाइक और नसीम अंसारी का फर्जी वोटर कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मूल आधार कार्ड, डेविड/क्रेडिट कार्ड बरामद किया है।

नसीम अंसारी उर्फ रजी अहमद मेजर बन कर बिजनसमैन को दे रहा था धमकी

धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि पश्चिम बंगाल में रहकर प्रिंस खान गुर्गा नसीम अंसारी उर्फ रजी अहमद मेजर बन कर धनबाद के बिजनसमैन से रंगदारी मांगने का काम किया करता था उसे भी पुलिस ने अरेस्ट किया है। नसीम के पास से पुलिस ने अत्याधुनिक हथियारों के साथ भारी मात्रा में कारतूस और कई समान बरामद किया है। उन्होंने बताया कि दो अक्टूबर की रात लगभग आठ बजे गुप्त सूचना के आधार पर गोविंदपुर पुलिस स्टेशन एरिया के जीटी रोड पर ईस्ट मोड़ के समीप पुलिस की स्पेशल टीम के द्वारा वाहन चेकिंग शुरू किया गया। इसी दौरान एक बाइक सावर तीन लोगों को पकड़ा गया। जबकि एक अन्य बाइक सवार भागने में सफल रहा। तलाशी के दौरान इनके पास से हथियार और कैश समेत अन्य सामान मिले।

प्रिंस खान गैंग के के सहयोगी के रूप में कुछ सफेदपोश के के नाम आये

एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने नसीम अंसारी की निशानदेही पर धनबाद टउन के अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह को दो बंदूक और जिंदा कारतूस के साथ अरेस्ट किया। बकौल एसएसपी ये सभी विशेष रूप से प्रिंस खान के लिए काम करते थे। उन्होंने बताया कि नसीम खान अपना नाम मेजर बताता था। नसीम ही मेजर के नाम से  बिजनसमैन को लेटर जारी कर रंगदारी के लिए धमकी देता था। नसीम को मर्वडर केस में सजा हुई है। वह आठ साल बाद जेल से पेरोल पर बाहर निकाला था, इसके बाद इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा था। उन्होंने बताया कि प्रिंस खान गैंग के के सहयोगी के रूप में कुछ सफेदपोश के भी नाम आये हैं। पुलिस उसका सत्यापन कर रही है। वहीं कुछ फर्जी पत्रकार भी नसीम अंसारी के पत्र के वायरल करने में मदद कर रहे थे। उसका भी सत्यापन किया जा रहा है। मोबाइल कॉल डिटेल में वैसे कुछ लोगों की बातचीत के भी संकेत मिले हैं। जिसकी जांच चल रही है। ऐसे कई नाम सामने आ रहे हैं जिनकी अभी जांच की जा रही है, जिसके भी खिलाफ सबूत मिलेगी उन पर कार्रवाई की जायेगी। 

एसएसपी ने बताया कि मर्डर केस में सजा पाये नसीम ने वर्ष 2015 में पेरोल पर जेल से निकलने बाद फरार हो गया था। वह पश्चिम बंगाल में रजी अहमद के नाम से अपना फर्जी पहचान पत्र इत्यादि भी बना वहाँ रह रहा था।एसएसपी ने बताया कि नसीम डेढ़ वर्ष पूर्व प्रिंस खान उर्फ हैदर अली तथा गोपी खान के संपर्क में आया था। जिसके बाद उसने प्रिंस खान के निर्देश पर मेजर का क्षदम रूप धारण कर धनबाद के बिजनसमैन से रंगदारी मांगने और दहशत फैलाने का काम करने लगा। उन्होंने बताया कि इन्हें विकास सिंह इसे आर्म्स सप्लाई करता था। राजू अंसारी मोबाइल फोन नंबर भी उपलब्ध कराता था। जिसके व्हाट्सएप पर नसीम उर्फ मेजर रंगदारी के लिए धमकी भरा मैसेज भेजा करता था।

एसएसपी ने बताया कि नसीम ने रंगदारी के लिए तोपचांची के शेरे पंजाब होटल में बमबारी, गोविंदपुर खालसा होटल में बमबारी जैसे अन्य घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि अपने आप को सफेदपोश कहने वाले कुछ लोग इनकी इस गैंग के क्राइम में मदद कर रहे थे। इनलोगों खिलाफ भी पुलिस साक्ष्य जुटाने में लगी है।पुलिस जांच के क्रम में पता चला कि मेजर खान के नाम पर चिट्ठी वायरल करने वाला प्रिंस खान का गुर्गा नसीम अंसारी पश्चिम बंगाल में रहकरसारी घटना को अंजाम दे रहा था। अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह आर्म्स सप्लाई करता था।राजू अंसारी धनबाद केबिजनसमैन का नंबर इकट्ठा कर नसीम अंसारी को देता था। नसीम संबंधित फोन नंबर को प्रिंस खान को भेज देता था। इसके बाद  प्रिंस खान बिजनसमैन को धमकी देता था। नसीम अंसारी नया मोहल्ला आसनसोल पश्चिम बंगाल में रहता था।  इसका स्थाई घर कतरास के छाताबाद का है।  सद्दाम अंसारी जो नसीम का रिश्तेदार है और वह नसीम का सारा काम देखता था। सद्दाम गिरिडीह का रहने वाला है।राजू अंसारी धनबाद के जोगता का रहने वाला है। विकास सिंह को धनबाद अंबिकापुरम का रहने वाला है।