चेन्नई एमजीएम हॉस्पीटल से रिलीज हुए एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो, बसंत पंचमी के दिन लौटेंगे झारखंड

झारखंड के एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो ने मौत को मात देकर जिंदगी की जंग जीत ली है। चेन्नई के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर ( एमजीएम ) में इलाजरत जगरनाथ महतो नौ फरवरी मंगलवार  रात 9: 20 बजे को पूरी तरह स्वस्थ होकर हॉस्पीटल से डिस्चार्ज हो गये।

चेन्नई एमजीएम हॉस्पीटल से रिलीज हुए एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो, बसंत पंचमी के दिन लौटेंगे झारखंड

रांची। झारखंड के एजुकेशन मिनिस्टर जगरनाथ महतो ने मौत को मात देकर जिंदगी की जंग जीत ली है। चेन्नई के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर ( एमजीएम ) में इलाजरत जगरनाथ महतो नौ फरवरी मंगलवार  रात 9: 20 बजे को पूरी तरह स्वस्थ होकर हॉस्पीटल से डिस्चार्ज हो गये।

हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर शिक्षा मंत्री चेन्नई के बगल में ही एक फ्लैट में शिफ्ट हुए हैं। वह हॉस्पीटल से थोड़ी दूर स्थित एक फ्लैट में ही कुछ दिन रुकेंगे। इसके बाद झारखंड लौटेंगे।चेन्नई के MGM हेल्थ केयर हॉस्पिटल में इलाजरत झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की सभी तरह की जांच रिपोर्ट आने के बाद पूरी तरह स्वस्थ पाया। इसके बाद ही उन्हें डिस्चार्ज किया गया। हॉस्पीटल से वह एक प्राइवेट वैकिल से फ्लैट तक गये।शिक्षा मंत्री खुद हॉस्पीटल से चलकर बाहर निकले और वाहन पर बैठे। वे फिलहाल घर लौटने की बजाय अभी 15 दिन चेन्नई में ही रुक सकते हैं।

चार महीने 11 दिन के बाद हॉस्पीटल से बाहर निकले

जगरनाथ चार महीने 11 दिन के बाद नौ फरवरी, 2021 को पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद हॉस्पीटल से बाहर निकले हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 की 28 सितंबर को एजुकेशन मिनिस्टर कोरोना संक्रमित हुए थे।इसके बाद बीजीएच फिर रिम्स में एडमिट कराया गया था। रिम्स में सुधार होने पर उन्हें रांची स्थित मेडिका में ट्रांसफर किया गया था। लेकिन, यहां भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर 19 अक्टूबर, 2020 को एयर एंबुलेंस से चेन्नई एमजीएम ले जाया गया था। उन्हें 28 अक्टूबर को ट्रेकियोस्टोमाइज्ड किया गया। जब सीटी स्कैन में फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा, तो उन्हें फेफड़े के प्रत्यारोपण के लिए एडमिट किया गया ।ECMO पर 23 दिनों के बाद उन्हें 10 नवंबर, 2020 को फेफड़े के प्रत्यारोपण से गुजरना पड़ा। आठ दिसंबर, 2020 को मशीनी वेंटलेशन से हटा दिया गया था। अंत में 1 जनवरी, 2021 को उनकी ट्रेकियोस्टोमी को हटा दिया गया था।

जगरनाथ को सोमवार को उन्हें एमजीएम से छुट्टी मिलनी थी पर डॉक्टरों ने उनका एक जांच रिपोर्ट नही आने पर हॉस्पीटल में ही रोक लिया था। देर शाम रिपोर्ट आया, जिसे देखने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह से फिट बताकर हॉस्पीटल से छुट्टी दे दी। छुट्टी मिलते ही शिक्षा मंत्री ने इलाज कर रहे डॉक्टरों व देखभाल कर रहे कर्मियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर आभार व्यक्त किया। बाहर निकलकर नवजीवन देने वाले एमजीएम अस्पताल को उन्होंने नमन किया।