Dhanbad : मानदेय विवाद में SSLNT महिला कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर कर रही थी सुसाइड

एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में प्रिंसिपल और कंट्रेक्ट पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच मानदेय को लेकर जारी विवाद तूल पकड़ लिया है। इसी विवाद में शनिवार को असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ वीणा शर्मा ने कॉलेज कैंपस में ही सुसाइड करने की कोशिश की है।शिक्षकेतर कर्मियों की सक्रियता से उनकी जान बच गयी। 

Dhanbad : मानदेय विवाद में SSLNT महिला कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर कर रही थी सुसाइड
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ वीणा ‍शर्मा।
  • प्रोफेसरों ने दरवाजा तोड़कर बचाया

धनबाद। एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में प्रिंसिपल और कंट्रेक्ट पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर के बीच मानदेय को लेकर जारी विवाद तूल पकड़ लिया है। इसी विवाद में शनिवार को असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ वीणा शर्मा ने कॉलेज कैंपस में ही सुसाइड करने की कोशिश की है।शिक्षकेतर कर्मियों की सक्रियता से उनकी जान बच गयी। 

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असिस्टेंट प्रोफेसर ने हिस्ट्री डिपार्टमेंट के चेंबर में खुद को बंद कर लिया और पंखा के सहारे दुपट्टा का फंदा बना कर झूलने जा रही थी। बाहर से अन्य प्रोफेसरों ने डॉ वीणा शर्मा फंदा से लटकते देख लिया और शोर मचाने लगे। बावजूद डॉ वीणा शर्मा फंदे से झूल गयीं। आनन फानन में कॉलेज के शिक्षकेतर कर्मियों ने इतिहास विभाग का दरवाजा तोड़कर उन्हें समय रहते पकड़ लिया. उनकी जान बच गयी।तत्काल उन्हें फौरन नर्सिंग होम ले जाया गया। डॉक्टर्स ने जांच के बाद उन्हें घर जाने को कर दिया। इसके बाद डॉ वीणा फिर कॉलेज आ गयीं।  उन्होंने पत्रकारों के समक्ष प्रिंसिपल डॉ शर्मिला रानी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जबसे इस कॉलेज में ज्वाइन दिया है, तब से उन्हें प्रताड़ित कर रहीं हैं। प्रिंसिपल ने शनिवार को सारी सीमा लांघ दी। इससे वह इतनी आहत हुई कि उन्हें अपनी जान देना ही एक मात्र विकल्प दिखा। डॉ वीणा के हसबैंड डॉ एसके शर्मा, बीएस सिटी कॉलेज बोकारो और पीके राय मेमोरियल कॉलेज की एक्स प्रिंसिपल हैं।

यह है मामला 
बताया जाता है कि SSLNT महिला कॉलेज में कंट्रेक्ट पर कार्यरत सभी असिस्टेंट प्रोफेसरों को अन्य कॉलेजों के अपने समकक्ष शिक्षकों से कम मानदेय मिला है। दूसरे कॉलेजों में जहां कंट्रेक्ट पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर को पूरे 57,700 रुपये मानदेय मिला था। वहीं एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की शिक्षिकाओं को लगभग 20 हजार रुपये  मानदेय मिला था। इसको लेकर शुक्रवार से कॉलेज की शिक्षिकाएं विरोध कर रहीं थीं। सभी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ शर्मिला रानी को जिम्मेवार ठहरा रही हैं। डॉ वीणा का कहना है कि कॉलेज ने यूनिवर्सिटी को त्रुटिपूर्ण बिल भेजा था। इस कारण उन्हें काम मानदेय मिला था। वह प्रिंसिपल पर फिर सही बिल भेजने की मांग कर रहीं थीं। लेकिन बिल भेजने की जगह प्रिंसिपल ने उनसे बदसलूकी की। आरोप है कि प्रिंसिपल ने उन्हें कहा कि वह खुद यूनिवर्सिटी से बिल सुधरवा सकती हैं। डॉ वीणा का आरोप है कि प्रिंसिपल ने जिस अंदाज से यह बात कही। इससे वह बुरी तरह से आहत हो गयीं थीं।
यूनिवर्सिटी की टीम ने की जांच
मामले की सूचना मिलते ही जांच के लिए बीबीएमकेयू से डीएसडब्ल्यू डॉ एसके सिन्हा के नेतृत्व यूनिवर्सिटी की टीम घटना जांच के लिए SSLNT महिला कॉलेज पहुंच गयी। टीम में सीसीडीसी डॉ एके माजी, विकास अधिकारी प्रो आरपी सिंह और वित्त अधिकारी डॉ मुनमुन शरण शामिल थे। टीम ने प्रिंसिल डॉ शर्मिला रानी के साथ डॉ वीणा झा शर्मा से बात की। घटना के संबंध में जानकारी ली। डीएसडब्ल्यू ने दोनों से लिखित ब्योरा देने के लिए कहा। धनबाद पुलिस स्टेशन की पुलिस भी कॉलेज पहुंच मामले की जांच की। 
प्रिंसिपल ने असिस्टेंट प्रोफेसर के आरोप को बताया गलत
मामले में प्रिंसिपल डॉ शर्मिला रानी ने असिस्टेंट प्रोफेसरों डॉ वीणा द्वारा लगाये आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मानदेय के लिए यूनिवर्सिटी को सुधार कर बिल भेजा रहा है। डॉ वीणा मानदेय में कटौती से काफी आहत थी। इस कारण उन्होंने यह कदम उठाया है। कॉलेज की ओर से यूनिवर्सिटी को पहले गर्मी की छुट्टियों के दौरान लिये गये क्लास का बिल भेजा गया था। डॉ वीणा ने पूरी छुट्टी के दौरान क्लास ली थी. लेकिन यूनिवर्सिटी ने छुट्टियों के दौरान लिए गये क्लास का बिल देने से इंकार कर दिया। यूनिवर्सिटी ने छुट्टियों के दौरान लिये गये क्लास के बदले अनएकेडमिक बिल देने के लिए कहा है। यूनिवर्सिटी के अनुसार ही बिल फिर से भेजा रहा है। डीएसडब्ल्यू डॉ एसके सिन्हा ने बताया कि उन्होंने पक्षों से लिखित में जानकारी मांगी है। वह इस संबंध में वीसी को जानकारी देंगे।
मार्च से कार्यरत हैं असिस्टेंट प्रोफेसर वीणा
डॉ वीणा एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वह यहां मार्च 2023 से कार्यरत हैं. इससे पहले वह बीएस सिटी कॉलेज बोकारो में कार्यरत थी। वहां भी मानदेय को लेकर उनका विवाद हुआ था। इसको लेकर उन्होंने हाइकोर्ट में याचिका भी दायर की है। कॉलेज में जारी विवाद को देखते हुए उन्होंने असिस्टेंट प्रोफेसर को यूनिवर्सिटी प्रशासन से किसी दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर करने का आग्रह किया था। इसके बाद ही उन्हें इसी वर्ष मार्च में यहां ट्रांसफर किया गया था।

प्रिंसिपल के विरोध में एबीवीपी ने दिया धरना
असिस्टेंट प्रोफेसर की  घटना की सूचना मिलने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने एसएसएलएनटी महिला कॉलेज के समक्ष धरना दिया। वे लोग प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। संगठन के अंशु तिवारी ने बताया सुसाइड का प्रयास करने वाली शिक्षिका डॉ वीणा झा शर्मा संगठन की पदाधिकारी हैं। वह बोकारो में संगठन की जिला प्रमुख हैं।