Dhanbad: इलिगल कोल बिजनसमैन चंदन, संजय व इनामुल हुआ एक्टिव, BCCL की नगदा माइंस पर कब्जे की तैयारी !

कोयला राजधानी धनबाद में नये पुलिस कप्तान हृदीप पी जनार्दनन की सख्ती से इलिगल कोल माइनिंग व इलिगल कोल बिजनसन करने वाले अंडरग्राउंड हो गये हैं। कोयले की काली कमाई से करोड़ों रुपये अर्जित करने वाले चंदन, संजय व इनामुल की तिकड़ी पुलिस कप्तान की सख्ती का काट खोजने के लिए एक्टिव हुआ है। यह तिकड़ी टाउन एरिया में चक्कर काट रहा है।

Dhanbad: इलिगल कोल बिजनसमैन चंदन, संजय व इनामुल हुआ एक्टिव, BCCL की नगदा माइंस पर कब्जे की तैयारी !
  • पुलिस कप्तान की सख्ती का काट खोजने के लिए टाउन में लगा रहा है चक्कर
  • इलिगल माइनिंग से चंदन ने अर्जित की है करोड़ों की संपत्ति

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में नये पुलिस कप्तान हृदीप पी जनार्दनन की सख्ती से इलिगल कोल माइनिंग व इलिगल कोल बिजनसन करने वाले अंडरग्राउंड हो गये हैं। कोयले की काली कमाई से करोड़ों रुपये अर्जित करने वाले चंदन, संजय व इनामुल की तिकड़ी पुलिस कप्तान की सख्ती का काट खोजने के लिए एक्टिव हुआ है। यह तिकड़ी टाउन एरिया में चक्कर काट रहा है।

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पुलिस की सख्ती के बावजूद बीसीसीएल की नगदा माइंस पर कब्जा कर चंदन व एनामुल ने बड़े पैमाने पर इलिगल माइनिंग करवाया था। एक तरह दोनों इस माइंस का मालिक बन बैठा था।  लोकल लोगों का आरोप है कि दूबे व अंसारी के संरक्षण में दिन रात नगदा के बंद माइंस का मुहाना खोलकर वर्ष 2023 में इलिगल माइनिंग करवाया जा रहा है।दर्जनों मजदूरों के साथ-साथ जेसीबी को कोल माइनिंग में लगाया गया था।  इलिगल कोल माइनिंग से निकाले गये कोयले को 18 चक्का वाली ट्रक पर लादकर जाली कागजात के सहारे बिहार व उत्तर प्रदेश की मंडियों में भेजा गया। यह गैंग प्रतिदिन 20 से 25 ट्रक कोयला निकाल रहा था। कोयले का जाली कागजात, माइनिंग चलान व जीएसटी बिल बनाकर दो नबर की कोल को एक नंबर बनाकर बिहार व यूपी में सप्लाई किया गया है। कतरास के शाखाटांड़ में भी चंदन व एनामुल का इलिगल माइंस चला था। 
आरोप है कि चंदन व अंसारी की जोड़ी ने इलिगल कोल तस्करी से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। दोनों ने रांची रिंग रोड में एक एकड़ जमीन खरीदी है। इस जमीन पर माल बनाया जा रहा है। इलिगल कोल माइनिंग की काली कमाई से दूबे ने स्कार्पियो, थार समेत कई महंगी गाड़ियां खरीदी है। मटकुरिया रोड में एक फ्लैट खरीद किसी को गिफ्ट किया है। दूबे के पास चंद माह में ही करोड़ों की संपत्ति हो गयी है। सासाराम में करोड़ो की लागत से दूबे का एक हॉस्पिटल बन रहा है। आजकल दूबे ने अपना ठिकाना जीटी रोड के एक रिसोर्ट को बनाये हुए है। 
गिरिडीह पुलिस ने दी थी भारी चोट
बीसीसीएल की नगदा व सोनारडीह के समीप चंदन व अंसारी की तीन माइनिंग स्पॉट व कतरास के शाखाटांड़ में एक माइंस चला था। मामले में बीसीसीएल मैनेजमेंट, सीआइएसएफ की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं की गयी। बीसीसीएल अपने एरिया के अधीन भी संपत्ति की  सुरक्षा नहीं कर पा रहा है। पुलिस इलिगल माइनिंग से निकाले गये कोयले के ट्रक को जब्त कर एफआइआर दर्ज करती है। लेकिन कोल तस्कर पुलिस की आंखो में धूल झोंककर अपना बादशाहत कायम किये हुए हैं। दूबे व अंसारी तो अब गिरिडीह में बड़ा झटका लगा था। गिरिडीह पुलिस धनबाद से यूपी जा रहे दर्जनों कोल लोडेड ट्रों को पकड़ी थी। मामले में डुमरी व निमियाघाट पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी। दूबे पड़ोस के जिले का रहने वाला है। इलिगल कोल लदी ट्रक पकड़े जाने पर एफआइआर में उसका सही पता नहीं रहने से सत्यापन नहीं हो पाता है। लोकल लोगों के सात कुछ समाजसेवी द्वारा जल्द इस इलिगल कारोबारी की लिखित कंपलेन ईडी, सीबीआइ, पुलिस हेडक्वार्टर व पुलिस कप्तान तक साक्ष्य के साथ पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
दूबे का 85 लाख रुपये डूबा
दूबे नामक एक कोल बिजनसमैन का धनबाद की महिला ने 85 लाख रुपये ले ली थी। मामले में पड़ोस के जिले में पुलिस में स्टेशन डायरी अंकित करायी थी। इतनी मोटी रकम की कंपलेन होने के बावजूद पुलिस के सीनीयर अफसर या इनकम टैक्स को थाना लवल से जानकारी नहीं दी गयी। स सोर्सेज का कहना है कि लगभग एक करोड़ रुपये के लेन-देन जैसे मामले का कंपलेन आने के बाद पुलिस मौन रही। मामले में सीनीयर अफसरों को  सूचना भी नहीं दी गयी है। पुलिस में जिस समय लिखित कंपलेन की गयी थी उस समय के थानेदार का ट्रांसफर हो चुका है। नये थानेदार को इस मामले में जानकारी मिली है लेकिन उन्होंने भी सीनीयर अफसरों को सूचना देना उचित नहीं समझा। इतनी बड़ी रकम के लेन-देन से संबंधित सूचना सीनीयर अफसरों को नहीं दिये जाने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि महिला पर दबाव बनाकर शांत करने के लिए पुलिस में लिखित कंपलेन दी गयी थी।हालांकि बाद में दोनों आपस में मिल गये।