धनबाद: IIT ISM में बीटेक फाइनल इयर के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर किया सुसाइड

IIT ISM में बीटेक फाइनल इयर के स्टूडेंट ने चेरुकुरी प्रवीण मंगलवार को सुसाइड कर ली है। हैदराबाद निवासी प्रवीण बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का स्टूडेंट था। 

धनबाद: IIT ISM में बीटेक फाइनल इयर के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर किया सुसाइड
  • अंबर हॉस्टल रहता था हैदराबाद का चेरुकुरी प्रवीण
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का था स्टूडेंट

धनबाद। IIT ISM में बीटेक फाइनल इयर के स्टूडेंट ने चेरुकुरी प्रवीण मंगलवार को सुसाइड कर ली है। हैदराबाद निवासी प्रवीण बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का स्टूडेंट था। 

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प्रवीण की बॉडी अंबर हॉस्टल के सी विंग में थर्ड फ्लोर पर कमरा नंबर 344 में शाम चार बजे फंदे से झुलता मिला। मामले की सूचना तत्कालहॉस्टल के चीफ वार्डन प्रो. उमाकांत त्रिपाठी को दी गयी। आनन-फानन में सिक्युरिटी गार्ड्स और क्लासमेंट ने प्रवीण की बॉडी को फंदे से उतारा। इंस्टीच्युट के डॉक्टर ने जांच कर प्रवीण को मृत घोषित कर दिया। वहां से बॉडी को पहले हेल्थ सेंटर लाया गया। स्टूडेंट्स के आग्रह पर बॉडी को एशियन जालान हॉस्पिटल के मॉर्चरी में रखा गया। पुलिस ने प्रवीण के रूम पार्टनर की कंपलेन पर यूडी केस दर्ज किया गया है। इंस्टीच्युट मैनेजमेंट ने चेरुकुरी प्रवीण के पिता को घटना की सूचना दे दी है। हैदराबाद में रहने वाले मृत स्टूडेंट के परिजन सूचना मिलते ही धनबाद के लिए निकल गये हैं। परिजनों के बुधवार दोपहर तक धनबाद पहुंचने की संभावना है। बॉडी का पोस्टमार्टम बुधवार को किया जायेगा। 
सूचना मिलते ही मिलने पर इंस्टीच्युट के डायरेक्टर प्रो राजीव शेखर और डिप्टी डायरेक्टर प्रो धीरज कुमार स्टूडेंट्स के साथ हॉस्पिटल पहुंचे। सभी देर शाम तक वहां रुके रहे। आइआइटी आइएसएम के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव शेखर ने कहा है कियह एक बेहद दुखद घटना है। इससे स्तब्ध हूं। स्टूडेंट ने किन वजहों से यह कदम उठाया है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इन वजहों का पता लगाने के लिए एक स्वतंत्र कमेटी का गठन किया जायेगा।कमेटी की ओर से रिपोर्ट दिये जाने के बाद ही आगे कार्रवाई की जायेगी।

मूवी देखने गया था प्रवीण का रूम पार्टनर
घटना के समय प्रवीण का रूम पार्टनर साथियों के साथ मूवी देखने गया था। उसने प्रवीण को भी साथ चलने को कहा था, लेकिन वह नहीं गया। लगभग चार बजे शाम जब वह हॉस्टल लौटा, तो रूम अंदर से बंद मिला। काफी आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने बगल के रूम से साथियों को बुला लिया। मामले की जानकारी चीफ वार्डन और इंस्टीच्युट के चीफ सिक्युरिटी अफसर राम मनोहर को दी गयी। सभी मौके पर पहुंचे तो दरवाजा तोड़ा गया। अंदर प्रवीण पंखे से दो गमछों के सहारे बने फंदे से झूलता मिला। आनन- फानन में उसे नीचे उतारा गया।
स्टूडेंट्स का कहना था कि प्रवीण की इसी सेशन में पढ़ाई पूरी होने वाली थी, लेकिन बैक लगने की वजह से फेल हो गया। डायरेक्टर से दोबारा मौका दिया गया। वह इसी मानसून सेसन में बैक की दोबारा एग्जाम देने वाला था। स्टूडेंट्स ने कहा कि प्रवीण समेत 10 परसेंट स्टूडेंट्स का बैक लगा हुआ है। सभी टेंशन में हैं। पांच मिनट की देरी पर भी स्टूडेंट्स को मेल भेज दिया जाता है। 30 नवंबर तक स्टूडेंट्स सेमेस्टर एग्जाम दिया और एक दिसंबर को कैंपस शुरू हो गया। इंटरव्यू का प्रेशर सभी स्टूडेंट्स पर पड़ा। अच्छी कंपनियों को कैंपस के लिए स्लाट नहीं दिया जा रहा है। इंटर्नशिप भी इधर-उधर की कंपनियों से करा लिया जाता है। स्टूडेंट्स की आजादी खत्म की जा रही है। 11 लिटरेरी क्लब आइएसएम में थे। इन सभी को अब एनवीसीटीआइ के अंतर्गत कर दिया गया है। स्टूडेंट्स चाहकर भी कई गतिविधियां नहीं कर पा रहे हैं। छोटी सी गलती पर भी कार्रवाई हो जाती है।

क्रेडिट कार्ड का हो गया था अधिक बिल
प्रवीण की सुसाइड इस बात का अंदेशा जरूर जताया गया कि प्रवीण का क्रेडिट कार्ड का बिल काफी हो चुका था। यह लगभग 50 हजार के आसपास था। यह भी टेंशनमें जाने का एक कारण हो सकता है।