धनबाद: जिले के सभी पुलिस स्टेशन व ओपी के मुंशी लाइन क्लोज, कांस्टेबल की ड्यूटी निभायेंगे,अब एएसआइ के जिम्मे सिरिस्ता

एसएसपी संजीव कुमार ने झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर के निर्देश पर धनबाद जिले के सभी पुलिस स्टेशन व ओपी के मुंशी (साक्षर अरक्षी) को लाइन क्लोज कर दिया है। अब पुलिस स्टेशन में ASI मुंशी की जिम्मेदारी संभालेंगे। क्राइम मीटिंग के दौरान ही एसएसपी ने उक्त निर्देश जारी किया था।

धनबाद: जिले के सभी पुलिस स्टेशन व ओपी के मुंशी लाइन क्लोज, कांस्टेबल की ड्यूटी निभायेंगे,अब एएसआइ के जिम्मे सिरिस्ता

धनबाद। एसएसपी संजीव कुमार ने झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर के निर्देश पर धनबाद जिले के सभी पुलिस स्टेशन व ओपी के मुंशी (साक्षर अरक्षी) को लाइन क्लोज कर दिया है। अब पुलिस स्टेशन में ASI मुंशी की जिम्मेदारी संभालेंगे। क्राइम मीटिंग के दौरान ही एसएसपी ने उक्त निर्देश जारी किया था।
डीजीपी नीरज सिन्हा ने एएसआई रैंक के पुलिस अफसर को स्टेट के सभी पुलिस स्टेशन व ओपी में मुंशी बनाने के लिए कहा है। पुलिस हेडक्वार्टर के इसी आदेश के आलोक में धनबाद के सभी मुंशी शनिवार की शाम लाइन क्लोज कर दिए गये। अब उन पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति जरूरत के आधार पर विभिन्न पुलिस स्टेशन में ओर व आर्म्स गार्ड की तरह होगी। वर्षों से थाना, ओपी में लिखा-पढ़ी का काम करने वाले साक्षर पुलिसकर्मी अब लाठी-डंडा व राइफल लेकर ड्यूटी करते नजर आयेंगे।

एसएसपी के आदेश पर शनिवार को एक साथ 50 थाना-ओपी के मुंशी को लाइन क्लोज किया गया। हालांकि कुछ मुंशी पर इंस्पेक्टर व थानेदारों की कृपा अभी बनी हुई है। जिस थाना में दो साक्षर पुलिसकर्मी पदस्थापित थे। वहां के मुंशी को इसका फायदा भी मिला। एसएसपी के निर्देश पर जब मुंशी को क्लोज करने के लिए लिस्ट बनाई जा रही थी उस वक्त थानेदार द्वारा थाना के प्रमुख मुंशी का नाम ना डाल कर सहायक मुंशी को क्लोज करवा दिया गया। कुछ थाना में पुराने मुंशी ही अब भी मौजूद हैं। मुख्यालय के आदेश का कोई प्रभाव उस पर नहीं पड़ा है।
सार्जेट मेजर व कुछ थानेदारों की संदिग्ध भूमिका
मुंशी को लान क्लोज किये जाने में जिले के सार्जेट मेजर व कुछ थानेदार की संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है। बैंक मोड़ व कतरास पुलिस स्टेशन में वर्षों से पोस्टेड मुंशी पर कृपा बरसी है। एक मुंशी को क्लोज किया गया है। जीटी रोड के राजगंज व तोपचांची पुलिस स्टेशन में मुकेस यादव व प्रवीण यादव (दोनों भाई) को लाइन क्लोज नहीं किया गया है। सिंदरी, बरोरा समेत अन्य कई थानों को घाघ मुंशी बी लाइन जाने से बच गये हैं।