Dhanbad : अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ ने दी सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट के नीतियों के विरोध में आंदोलन की चेतावनी

अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (कोल फेडरेशन, BMS) की दो दिवसीय आवासीय कार्यसमिति बैठक का समापन बीसीसीएल के कोयला नगर स्थित अन्नपूर्णा भवन में हुआ। बैठक का शुभारंभ एक पारंपरिक श्रमिक गीत के साथ हुआ, जो मजदूरों की एकता और संघर्ष को दर्शाता था। इस गीत ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों में एक नई ऊर्जा का संचार किया और उन्हें आने वाले दिनों की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया।

Dhanbad : अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ ने दी सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट के नीतियों के विरोध में आंदोलन की चेतावनी
मजदूरों की समस्याओं पर मंथन।

धनबाद । अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (कोल फेडरेशन, BMS) की दो दिवसीय आवासीय कार्यसमिति बैठक का समापन बीसीसीएल के कोयला नगर स्थित अन्नपूर्णा भवन में हुआ। बैठक का शुभारंभ एक पारंपरिक श्रमिक गीत के साथ हुआ, जो मजदूरों की एकता और संघर्ष को दर्शाता था। इस गीत ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों में एक नई ऊर्जा का संचार किया और उन्हें आने वाले दिनों की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया।
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बैठक के दूसरे दिन के पहले सत्र में भारतीय मजदूर संघ के कोल प्रभारी एवं भारत सरकार की स्थाई सुरक्षा समिति के सदस्य के. लक्ष्मा रेड्डी ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित किया। उन्होंने संगठन की मजबूती पर जोर दिया और कहा कि भारतीय मजदूर संघ में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर संगठन का हित सर्वोपरि है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे आपसी मतभेद भुलाकर संगठन को मजबूत बनाने और सदस्यता वृद्धि के लिए एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने संगठन के भीतर बेहतर तालमेल और समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया ताकि मजदूरों की आवाज को और अधिक प्रभावी ढंग से उठाया जा सके।  उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठन के प्रति समर्पण और निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
श्री रेड्डी ने यह भी चिंता व्यक्त की कि सरकार द्वारा चलाई जा रही कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ असंगठित मजदूरों तक नहीं पहुँच पा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, ठेका प्रथा के विस्तार, महिला मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा और कृषि मजदूरों की दयनीय स्थिति जैसे ज्वलंत मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श करने का आग्रह किया।  उन्होंने कहा कि इन समस्याओं का समाधान ढूंढना समय की मांग है।  उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन का आह्वान किया ताकि मजदूरों के हितों की रक्षा की जा सके और उनके अधिकारों को सुनिश्चित किया जा सके।उन्होंने आंदोलन को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।
बैठक में अगली कार्यसमिति बैठक के आयोजन स्थल पर भी चर्चा हुई और सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि अगली बैठक ओडिशा के जगरनाथ क्षेत्र स्थित महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड में आयोजित की जायेगी। इससे ओडिशा के कोयला मजदूरों को भी संगठन की गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। समापन सत्र में, बैठक की व्यवस्था में लगे सभी कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम और समर्पण के लिए अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।  यह सम्मान उनके योगदान के प्रति आभार व्यक्त करने का एक प्रतीकात्मक तरीका था।
इस अवसर पर धनबाद एमएलए राज सिन्हा, बीसीसीएल के सीएमडी, डीएफ, डीपी, डीटी. महाप्रबंधक प्रशासन, महाप्रबंधक (एनई), महाप्रबंधक श्रम शक्ति एवं नियोजन समेत कई सीनीयर अफसर उपस्थित रहे।  इन अफसरों की उपस्थिति ने बैठक के महत्व को और बढ़ा दिया।  उनकी उपस्थिति से मजदूरों के प्रति प्रबंधन की प्रतिबद्धता का संदेश गया।
बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री रविंद्र हिमते, अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष संजय चौधरी, महामंत्री सुजित सिंह, कोल फेडरेशन के विभिन्न यूनियनों के महामंत्री, भामसंघ झारखंड प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह प्रभारी माधव सिंह, जिला मंत्री धर्मजीत चौधरी, ध.को.क.संघ अध्यक्ष मुरारी तांती, महामंत्री उमेश कुमार सिंह तथा शाखा एवं क्षेत्रीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इन सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने बैठक को और अधिक सार्थक बनाया। उनके मार्गदर्शन और अनुभव से संगठन को नई दिशा मिली।  उनके विचारों और सुझावों ने बैठक को और अधिक समृद्ध बनाया।