Dhanbad : सरायढेला में उमड़ा भक्ति का सागर: नृसिंह अवतार की झांकी देख भाव-विभोर हुए श्रद्धालु

धनबाद के सरायढेला में ‘हर के आँगन में हरि कथा’ के तीसरे दिन नृसिंह अवतार की भव्य झांकी ने भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। भजनों और ‘राधे-राधे’ के संकीर्तन से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा।

Dhanbad : सरायढेला में उमड़ा भक्ति का सागर: नृसिंह अवतार की झांकी देख भाव-विभोर हुए श्रद्धालु
 ‘राधे-राधे’ की गूंज से भक्तिमय हुआ माहौल।

धनबाद। कोयलांचल के सरायढेला स्थित स्टीलगेट दुर्गा एवं शिव मंदिर प्रांगण में चल रहे सात दिवसीय भव्य धार्मिक अनुष्ठान ‘हर के आँगन में हरि कथा’ के तृतीय दिवस पर शनिवार को पूरा वातावरण भक्ति, श्रद्धा और उल्लास से सराबोर नजर आया। वृंदावन से पधारे सुप्रसिद्ध कथा व्यास पूज्य श्री हित ललितवल्लभ नागार्च जी की ओजस्वी वाणी में श्रीमद्भागवत कथा का रसपान करते हुए श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।

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कथा के दौरान भगवान श्री विष्णु के नृसिंह अवतार की जीवंत और भव्य झांकी प्रस्तुत की गई, जिसने उपस्थित भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जैसे ही हिरण्यकश्यप वध और भक्त प्रहलाद की रक्षा का दृश्य मंचन हुआ, पूरा पंडाल जयकारों और भक्ति उद्घोष से गूंज उठा।

ईश्वर की शरण में ही है जीवन का सच्चा सुख

व्यासपीठ से कथा वाचन करते हुए पूज्य श्री नागार्च जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण स्वयं कहते हैं कि उनकी माया केवल उन्हीं जीवों को कष्ट देती है, जो ईश्वर की शरण में नहीं आते। उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण के चरण कमलों में समर्पण और उनके नाम का स्मरण मात्र ही मनुष्य के जीवन से दुख, कष्ट और बाधाओं को दूर कर देता है।कथा के माध्यम से उन्होंने श्रद्धालुओं को यह संदेश दिया कि सांसारिक परेशानियों से मुक्ति का मार्ग भक्ति, विश्वास और ईश्वर की शरणागति से होकर ही गुजरता है।

नृसिंह अवतार की झांकी बनी श्रद्धा का केंद्र

तीसरे दिन की कथा का मुख्य आकर्षण भगवान नृसिंह अवतार का प्रसंग रहा। आयोजन समिति द्वारा प्रस्तुत भव्य झांकी में हिरण्यकश्यप के अहंकार का अंत और भक्त प्रहलाद की अटूट भक्ति का जीवंत चित्रण किया गया। इस दृश्य को देखकर श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं और पूरा पंडाल “जय श्री नृसिंह देव” के जयकारों से गूंज उठा।

भजनों पर झूमे श्रद्धालु, गूंजा ‘राधे-राधे’

कथा के बीच-बीच में सुमधुर भजनों ने भक्तिमय माहौल को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया। जब व्यास जी ने "मीठे रस से भरों री राधा रानी लागे महारानी लागे..." और "राधे-राधे, राधे-राधे..."का संकीर्तन किया, तो श्रद्धालु अपनी जगह पर खड़े होकर भजनों पर झूमने और नाचने लगे। पूरा सरायढेला क्षेत्र राधा-कृष्ण की भक्ति में डूब गया।

मंगलवार को धूमधाम से मनेगा नंदोत्सव

आयोजन समिति की ओर से जानकारी देते हुए हित नयन कुमार मिश्रा ने बताया कि कथा अनवरत जारी है। उन्होंने कहा कि आगामी मंगलवार को विशेष रूप से श्रीराम जन्मोत्सव एवं भगवान श्रीकृष्ण का नंदोत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर विशेष झांकियां, भजन-कीर्तन और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समिति ने सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं से इस भव्य धार्मिक आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।