धनबाद:कोरोना संक्रमित पेसेंट के लिए उपलब्ध है 79 आइसीयू बेड, 694 नन आइसीयू बेड: डीसी

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने रविवार की शाम गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेस किया। डीसी ने मीडिया को प्राइवेट हॉस्पीटल में बेड की उपलब्धता कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध आइसीयू बेड, नॉन आईसीयू बेड, वेंटिलेटर सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर मीडिया से जानकारी शेयर की।

धनबाद:कोरोना संक्रमित पेसेंट के लिए उपलब्ध है 79 आइसीयू बेड, 694 नन आइसीयू बेड: डीसी
  • ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेस में डीसी ने मीडिया को बताया:
  • हर बेड के पास उपलब्ध करायेंगे ऑक्सीजन सपोर्ट
  • रेमडेसीवर की ब्लैक मार्केटिंग करने वाले की दे जिला प्रशासन को सूचना
  • स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की ली जायेगी सेवा
  • कोविड 19 गाइडलाइंस का पालन करने की अपील

धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने रविवार की शाम गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेस किया। डीसी ने मीडिया को प्राइवेट हॉस्पीटल में बेड की उपलब्धता कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध आइसीयू बेड, नॉन आईसीयू बेड, वेंटिलेटर सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर मीडिया से जानकारी शेयर की।

विभिन्न संस्थाओं से लिया जा रहा है सहयोग 

डीसी बताया कि जिले में 777 नन आइसीयू बेड, 180 आइसीयू बेड, 56 वेंटिलेटर उपलब्ध है। नन आइसीयू में 367 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ है। इसमें से 56 में ऑक्सिजन कन्सन्ट्रेटर, 311 में बी टाइप ऑक्सिजन सिलेंडर है।उन्होंने बताया कि वर्तमान में नन आईसीयू के 694 तथा आईसीयू के 79 बेड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध हैै। साथ ही जिले में 56 वेंटिलेटर की सुविधा भी है। वेंटिलेटर पर अति गंभीर संक्रमित मरीजों का उपचार किया जाता है। कोरोना की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सभी 777 बेड के पास ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिए विभिन्न संस्थाओं से सहयोग लिया जा रहा है। गत वर्ष भी निजी संस्थानों ने जिला प्रशासन को काफी सहयोग प्रदान किया था और आगे भी उनका सहयोग मिलता रहेगा।

कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए मैनपावर बढाना आवश्यक
डीसी ने मीडिया को बताया कि  अति गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसीवर की आवश्यकता पड़ती है।उन्होंने कहा कि यदि इसकी कालाबाजारी करने की शिकायत मिलेगी तो जिला प्रशासन संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि इसकी कालाबाजारी करने वाले की सूचना प्रशासन से साझा करें। उन्हों‍ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए मैनपावर बढाना आवश्यक है। इसलिए प्राइवेट डॉक्टर्स की सेवा लेने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए पांच मेंबर की कमेटी बनाई गई है। इसमें सीनीयर डॉक्टर्स, आईएमए के सचिव, सिविल सर्जन शामिल है। इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जायेगा। सेवा देने वाले स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स को प्रतिमाह ₹1.50 लाख तथा एमबीबीएस को ₹1.05 लाख का पेमेंट किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन उम्मीद करता है कि प्राइवेट डॉक्टर इसमें रूचि लेकर अपना सहयोग प्रदान करेंगे।

लोग समय पर वैक्सीनेशन सेंटर जाकर वैक्सीन अवश्य ले
डीसी ने बताया कि आगामी 25-26 अप्रैल तक सदर अस्पताल में 60 बेड था। पीएमसीएच कैथ लैब में 30 अप्रैल तक 20 बेड मरीजों के उपचार के लिए तैयार हो जायेंगे। साथ ही बताया कि अब कोविड 19 के मिलते जुलते लक्षण वालों को भी बिना जांच के अस्पताल में एडमिट ले लिया जायेगा।उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वायरस के कारण लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है। उन्होंने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब भी घरों से बाहर निकले मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, बारंबार अपने हाथों को साफ रखें, भीड़भाड़ में जाने से परहेज़ करें, घर के बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से छोटी उम्र के बच्चे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकले। लोग समय पर वैक्सीनेशन सेंटर जाकर वैक्सीन अवश्य ले।
उन्होंने कहा पिछले वर्ष लोगों के सहयोग से कोरोना पर काबू पा लिया गया था। इस बार भी सभी के सहयोग से हम सब साथ मिलकर इस चुनौती को भी हरा देंगे। जिला प्रशासन लोगों की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है। मेडिकल फैसिलिटी को निरंतर बढ़ाने और बेहतर करने के लिए प्रयत्नशील है। लोगों को अनावश्यक रूप से घबराने की जरूरत नहीं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन की गाइडलाइन, सूचना एवं निर्देशों का पालन करते रहे और अपने को सुरक्षित रखें।
होम आइसोलेट एवं कोविड केयर केन्द्रों में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की टेलीमेडिसिन स्टूडियो से की जा रही है निगरानी 
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह के निर्देश पर कोविड केयर केन्द्रों में भर्ती मरीजों तथा होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के उपचार एवं उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के उद्देश्य से सर्किट हाउस से संचालित *टेलीमेडिसिन स्टूडियो* से होम आइसोलेट मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।

इस संबंध में होम आइसोलेशन नियंत्रण कक्ष के प्रशासनिक नोडल पदाधिकारी रूपेश कुमार मिश्रा ने बताया कि रविवार को संध्या 6:00 तक कुल 23 संक्रमित मरीजों ने होम आइसोलेसन हेतु हिम्मत एप्प के माध्यम से आवेदन दिया।उन्होंने बताया की सभी मरीजों ने हिम्मत एप्प के माध्यम से अपने केयरटेकर का नाम, घर में कमरों की संख्या, शौचालय की संख्या, दवाइयों तथा उपकरणों की उपलब्धता इत्यादि के विषय में जानकारियां अपलोड की। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीजों द्वारा अपलोड किये गये फोटो कांपी तथा जानकारियों के आलोक में नियंत्रण कक्ष से अनुमोदित कर उनके आवेदनों को स्वीकृति हेतु एसडीएम, धनबाद को प्रेषित किया गया।उन्होंने बताया कि एसडीएम द्वारा होम आइसोलेशन हेतु स्वीकृति प्राप्त मरीजों के स्वास्थ्य की होम आइसोलेशन नियंत्रण कक्ष में उपलब्ध विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा निगरानी रखी जा रही है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज किसी भी आपात स्थिति में होम आइसोलेशन नियंत्रण कक्ष में उपलब्ध चिकित्सकों से परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।
एसएनममसीएच पीजी ब्लॉक कोविड केयर सेंटर में डीसी के निर्देश पर जलापूर्ति की समस्या का किया गया त्वरित समाधान
पेसेंट को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला प्रशासन कटिबद्ध: डीसी
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमाशंकर सिंह के निर्देश पर एसएनएमएमसीएच पीजी ब्लॉक स्थित कोविड केयर केंद्र में जलापूर्ति की समस्या का त्वरित समाधान किया गया।इस संबंध में डीसी ने बताया कि रविवार को यह ज्ञात हुआ कि एसएनएमएमसीएच पीजी ब्लॉक स्थित कोविड केयर केंद्र में बोरिंग से टंकी तक पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस कारण पूरी बिल्डिंग में जल की समस्या उत्पन्न हो गई है तथा मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने बताया कि सूचना प्राप्त होते ही *सर्वप्रथम सभी मरीजों, चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों हेतु अविलंब पेयजल का प्रबंध किया गया। साथ ही पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल को उक्त बोरिंग की जांच कर अविलंब समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया गया।उन्होंने बताया कि जांच उपरांत यह ज्ञात हुआ कि उक्त बोरिंग से जल की आपूर्ति वर्तमान में संभव नहीं है। अतः वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।

उन्होंने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वर्तमान में धनबाद नगर निगम के टैंकरों द्वारा बिल्डिंग की छत पर स्थित टंकी में मोटरों के माध्यम से जल की आपूर्ति की जा रही है तथा *पूरे बिल्डिंग में जलापूर्ति की व्यवस्था सामान्य हो गई है।उन्होंने बताया कि उक्त बिल्डिंग में एक से दो दिनों के अंदर जलापूर्ति की समस्या का स्थायी समाधान कर दिया जायेगा। अन्य किसी अस्पताल में भी किसी समस्या की सूचना प्राप्त होने पर उसका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।डीसी ने कहा कि जिले में स्थित सभी कोविड-19 अस्पतालों में मरीजों को उचित चिकित्सा व्यवस्था तथा अन्य सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। इलाज के दौरान सेवा भावना से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जायेगा।