धनबाद जेल में भ्रष्ट व्यवस्था, बंदियों की सुविधा में कटौती कर जेलर ने करोड़ों की संपति अर्जित की: ढुल्लू महतो

बीजेपी के बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो ने आरोप लगाया है कि धनबाद जेल कुव्यस्था व अनियमतता है। बंदियों की सुविधाओं में कटौती कर जेल अफसर ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है।

धनबाद जेल में  भ्रष्ट व्यवस्था, बंदियों की सुविधा में कटौती कर जेलर ने करोड़ों की संपति अर्जित की: ढुल्लू महतो
  • कोर्ट, सीएम,मानवाधिकार आयोग तथा जिला प्रशासन से जांच की मांग 

धनबाद। बीजेपी के बाघमारा एमएलए ढुल्लू महतो ने आरोप लगाया है कि धनबाद जेल कुव्यस्था व अनियमतता है। बंदियों की सुविधाओं में कटौती कर जेल अफसर ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। महिला लीडर से रेप के आरोप में 82 दिन तक जेल में रहने के बाद एमएलए बेल पर बाहर आये हैं। वह पिछले 11 मई से जेल में बेद थे। 
ढुल्लू ने जेल में रहने के दौरान वहां की व्यवस्था को समझा है। जेले में कैसे खेल और भ्रष्टाचार होता है? जेल से निकलने के बाद एमएलए जेलर अनिमेष चौधरी के खिलाफ मोरचा खोला है। उन्होंने जेलर पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। जांच नहीं होने पर कोर्ट मेंपीआइएल दाखिल करने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि जेलर का पिछले दिनों गिरिडीह ट्रांसफर भी हो गया है। 

व्यवस्था में सुधार की कंपलेन करने पर दूसरे जेल में ट्रांसफर करने की धमकी

ढुल्लू ने बाघमारा बीजेपी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस कर धनबाद जेल सपुरिटेंडेट व जेलर पर बंदियों की सुविधा में कटौती कर करोड़ों की संपति अर्जित करने का आरोप लगाया है। एमएलए ने कोर्ट सीएम, मानवाधिकार आयोग तथा जिला प्रशासन से जांच की मांग की। उन्होंन कहा कि अगर दस से पंद्रह दिनों के अंदर जेलर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो बीजेपी कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि धनबाद जेल की स्थिति दयनीय है। जेल में एक हजार बंदी बंद है। इनमें दो से ढाई सौ बंदियों को कोरोना काल में सर्दी, खांसी जैसी बीमारी है। इनका ठीस से इलाज नहीं किया जा रहा है। जेल प्रशासन के पास कोई बंदी आग्रह करने जाता है तो उसे जेल ट्रांसफर की धमकी दी जाती है। कोई भी टीम जेल में जांच करने जाती है तो उसके पहले बंदियों को डरा दिया जाता है कि कोई कुछ बोला तो जेल से ट्रांसफर कर देंगे।

जेल में एक बंदी पर 15-20 रुपये भी खर्च नहीं

एमएलए ने कहा है कि वह धनबाद जेल में भ्रष्टाचार का प्रमाण दे सकते हैं। जेल के किसी भी बंदी को साल दो साल से बंदी पीटीशन किसी को देने नहीं दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार सरकार की ओर से प्रत्येक बंदी के लिए ढाई सौ रुपये भोजन के नाम पर आता है। लेकिन एक बंदी के ऊपर मात्र 15 से 20 रुपये भी खर्च नहीं किया जाता है। अगर जेल में किसी भी तरह की अप्रिय घटना घटती है जो इसके लिए जेलर की जिम्मेवारी होगी। वे सभी जांच एजेंसियों को मामले को संज्ञान में देकर लड़ाई लड़ेंगे। मौके पर बाघमारा मंडल बीजेपी अध्यक्ष बच्चू राय, अशोक मिश्रा, विजय शर्मा, शम्मी शर्मा, राजू शर्मा, गौरचंद बाउरी, डब्ल्यू महथा, मुखिया नरेश गुप्ता समेत अन्य उपस्थित थे।