Dhanbad: एक्सीडेंट से निबटने के लिए रेलवे और NDRF का मॉक ड्रील

नबाद  रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक्सीडेंट से निबटने के लिए रेलवे, जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने माक ड्रिल किया। साउथ साइड के प्लेटफार्म नंबर 7 पर शुक्रवार को अचानक ट्रेन दुर्घटना की खबर से इमरजेंसी सायरन की आवाज सुनाई देती है।अचानक चीख पुकार मच जाती है। देखते ही देखते रेलवे की बचाव टीम मौके पर पहुंचती है। एनडीआरएफ के जवान भी रेस्क्यू में लग जाते हैं। आनन-फानन में घायलों को एम्बुलेंस में रख कर धनबाद स्थित रेल हॉस्पिटल भिजवाया जाता है। तब तक रेलवे की सेफ्टी टीम,  डीआरएम केके सिन्हा के नेतृत्व में मौके पर पहुंच राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश देते है।

Dhanbad: एक्सीडेंट से निबटने के लिए रेलवे और NDRF का मॉक ड्रील

धनबाद। धनबाद  रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक्सीडेंट से निबटने के लिए रेलवे, जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने माक ड्रिल किया। साउथ साइड के प्लेटफार्म नंबर 7 पर शुक्रवार को अचानक ट्रेन दुर्घटना की खबर से इमरजेंसी सायरन की आवाज सुनाई देती है।अचानक चीख पुकार मच जाती है। देखते ही देखते रेलवे की बचाव टीम मौके पर पहुंचती है। एनडीआरएफ के जवान भी रेस्क्यू में लग जाते हैं। आनन-फानन में घायलों को एम्बुलेंस में रख कर धनबाद स्थित रेल हॉस्पिटल भिजवाया जाता है। तब तक रेलवे की सेफ्टी टीम,  डीआरएम केके सिन्हा के नेतृत्व में मौके पर पहुंच राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश देते है।

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हालांकि यह कोई वास्तविक ट्रेन दुर्घटना नही, बल्कि रेलवे और एनडीआरफ की टीम की संयुक्त मॉक ड्रिल थी जो देखने मे वास्तविक ट्रेन दुर्घटना लग रही थी। 
यह मॉक ड्रिल दुर्घटना से बचने और विपरीत परिस्थितियों में प्रभावी रूप से निपटने के लिए रेलवे द्वारा अभ्यास किया गया। राहत बचाव टीम को पैसेंजर ट्रेन की एक बोगी के पटरी से उतरने की खबर मिली थी। इसके बाद मात्र 20 मिनट में ही टीम घटना स्थल पर पहुंच गई। टीम ने वहां पहुंचते ही अपना अभ्यास शुरू कर दिया।ट्रेन की बोगी के पटरी से उतरने के साथ बोगी एक दूसरे पर चढ़ गई थी। दुर्घटना की खबर पर रेलवे का लोकल हमकमा एक्टिव हो गया। कंट्रोल रूम को तत्काल इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद रेलवे की आपदा प्रबंधन टीम रेलवे स्टेशन यार्ड के लिए रवाना हुई। इसके साथ ही एनडीआरएफ की टीम जो घटना के वक्त धनबाद से कुछ दूरी पर थी, उन्हें भी सूचना दी गई।

धनबाद-सिंदरी पैसेंजर डिरेल, एक के ऊपर चढ़ी दूसरी बोगी
हेलो...कंट्रोल रूम, साउथ साइड में धनबाद-सिंदरी पैसेंजर डिरेल हो गई है.... घंटी बजते ही रेलवे में भगदड़ सी मच गई। घटना सुबह 9:40 पर हुई थी। इस वजह से ज्या दातर अधिकारी घर से निकलने की तैयारी में थे। बिना समय गंवाए रेल अफसर घटनास्थल पर पहुंचने लगे।सिंदरी पैसेंजर इतनी बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त हुई थी कि एक कोच दूसरे के ऊपर चढ़ गया था। चंद मिनटों में रेलवे कर्मचारियों की पूरी फौज राहत कार्य में लग गई। रेल दुर्घटना की खबर मिलते ही एनडीआरएफ नौवीं बटालियन पटना के बिहटा की टीम भी पहुंच गई। अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ।आपात खिड़की काट कर रेल कर्मचारी अंदर घुसे और घायलों को बाहर निकाला और एंबुलेंस से तुरंत अस्प ताल भेजा गया। एक घंटे 25 मिनट बाद दिन के 11:05 पर स्थिपति सामान्य हुई। चाैंकिए मत, ऐसी कोई रेल दुर्घटना धनबाद में नहीं हुई है।


बनाई गई दुर्घटना जैसी वास्तेविक स्थिति
रेलवे, जिला प्रशासन और एनडीआरएफ का माक ड्रिल था। भगवान न करे ऐसी कोई दुघर्टना हो, पर अगर हो जाए तो रेलवे को कितनी जल्दी और क्या -क्याह तैयारियां करनी होगी इसे लेकर माक ड्रिल का आयोजन किया गया था। धनबाद स्टेकशन के दक्षिणी छोर पर रेल दुर्घटना जैसी वास्तनविक स्थिति बनाकर ट्रेन के अंदर फंसे पैसेंजर्स को राहत पहुंचाने समेत अन्य जरूरी गतिविधियों का पूर्वाभ्यासस किया गया।माक ड्रिल के दौरान चार पैसेंजर घायल हुए। आठ यात्रियों को गंभीर हालत में अस्पनताल पहुंचाया गया। ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से सिंदरी तक नहीं जा सकी और इस वजह से 20 यात्रियों को रिफंड के पैसे लौटाए गये। पूरे अभियान में रेल अधिकारी, कर्मचारी, स्काकउट एंड गाइड के साथ एनडीआरएम नौवीं बटालियन, अग्निशमन विभाग व जिला पुलिस की सक्रिय भागीदारी रही।