अयोध्या मे श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन की डेट फिक्स, PMO को भेजा गया प्रोपोजल

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की शनिवार को अयोध्या में सम्पन्न हुई पहली बैठक में मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास की डेट फिक्स कर ली गयी है।

अयोध्या मे श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन की डेट फिक्स, PMO को भेजा गया प्रोपोजल
  • श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक संपन्न
  • राम मंदिर के नक्शे में बदलाव का भी फैसला

नई दिल्ली। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की शनिवार को अयोध्या में सम्पन्न हुई पहली बैठक में मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास की डेट फिक्स कर ली गयी है। शिलान्यास के लिए तीन और पांच अगस्त की डेट तय करने के बाद प्रोपोजल पीएमओ को भेजा गया। अब इस पर अंतिम फैसला पीएमओ लेगा। बैठक में राम मंदिर के नक्शे में बदलाव का भी फैसला किया गया है। 

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में निर्णय लिया गया कि श्रीरामजन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा। इसमें पांच गुंबद होंगे। बैठक में भूमिपूजन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने का निर्णय किया गया। पीएम की सुविधा को ध्यान में रखकर भूमिपूजन के लिए तीन एवं पांच अगस्त की तिथि संभावित की गई। मंदिर निर्माण की मुहिम से पूरे देश का जुड़ाव सुनिश्चित करने के लिए यह भी तय किया गया कि देश के 10 करोड़ परिवारों से धन संग्रह किया जायेगा। साढ़े तीन साल में मंदिर निर्माण पूर्ण होने का अनुमान व्यक्त किया गया। ट्रस्ट की बैठक लगभग तीन घंटे चली। बैठक से मीडिया को दूर रखा गया।

बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय एवं ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने निर्णय के बारे में मीडिया को जानकारी दी। चंपत राय ने भूमिपूजन की डेट के बारे में कुछ कहने से परहेज किया। लेकिन चौपाल ने जोर देकर कहा कि तीन या पांच अगस्त की दो डेट में से किसी एक डेट पर पीएम का आगमन सुनिश्चित होने के साथ मंदिर के लिए भूमिपूजन होना तय है। बैठक में प्रस्तावित मंदिर की उंचाई 128 फीट में 33 फीट बढ़ाने का, बल्कि पूर्व प्रस्तावित तीन गुंबद के मुकाबले पांच गुंबद बनाये जाने का निर्णय किया गया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को निवेदन किया गया है। स्वयं ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास जी ने निवेदन किया है। लेकिन अंतिम फैसला तो पीएम मोदी को ही करना है। उन्होंने कहा कि देश में अभी बॉर्डर पर तनाव के साथ और कई मामले चल रहें हैं। भूमि पूजन की डेट हमने तय करके पीएमओ भेज दी है। अब तो अंतिम फैसला पीएम ऑफिस ही लेगा। चंपत राय ने कहा कि यहां पर सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया है। मंदिर बनाने में पैसे कि कमी नहीं होगी। मंदिर के लिये 10 करोड़ परिवार दान देंगे।

बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास, महासचिव चंपत राय व ट्रस्ट की भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र सहित अन्य ट्रस्टी के रूप में प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, जिलाधिकारी अनुजकुमार झा, अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्रमोहन मिश्र, निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्रदास, डॉ.अनिल मिश्र, कामेश्वर चौपाल व स्वामी परमानंद, गोविंददेव गिरि की प्रत्यक्ष मौजूदगी रही। ट्रस्ट के बाकी चार सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, उडुपी के स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ, वरिष्ठ अधिवक्ता के परासरन एवं केंद्रीय गृह विभाग के अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार वर्चुअली शामिल हुए। बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह डॉ.कृष्णगोपाल एवं विहिप के अंतरराष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेशचंद्र मौजूद रहे।
मंदिर की उंचाई 161 फीट व पांच गुंबद होगा

रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए पूर्व प्रस्तावित मॉडल को विस्तार देने का निर्णय लिया गया है। ट्रस्ट ने राम मंदिर के शिखर की ऊंचाई के साथ परिसर को भी विस्तारित करने पर अपनी मुहर लगा दी है। मंदिर के शिखर की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी जो कि धरातल से 128 फिट के बदले अब 161 फिट होगी। इसी तरह मंदिर के उत्तर-दक्षिण हिस्से का भी विस्तार किया जायेगा। इसके कारण गुम्बदों की संख्या तीन से बढ़कर पांच हो जायेगी।