चारा घोटाले में सजायाप्ता लालू यादव की तबीयत बिगड़ी, रांची रिम्स में एडमिट हैं आरजेडी सुप्रीमो

बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की तबीयत फिर बिगड़ गयी है। उनकी किडनी पहले ही 80 प्रतिशत खराब हो चुकी थी। अब रांची रिम्स के डाक्टरों का कहना है कि पिछले 20 दिनों के भीतर उनकी किडनी और अधिक डैमेज हो गई है। उनकी किडनी के फंक्शन का लेवल पहले से ज्यादा गिर गया है। 

चारा घोटाले में सजायाप्ता लालू यादव की तबीयत बिगड़ी, रांची रिम्स में एडमिट हैं आरजेडी सुप्रीमो
  • किडनी और हुआ डैमेज

रांची। बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की तबीयत फिर बिगड़ गयी है। उनकी किडनी पहले ही 80 प्रतिशत खराब हो चुकी थी। अब रांची रिम्स के डाक्टरों का कहना है कि पिछले 20 दिनों के भीतर उनकी किडनी और अधिक डैमेज हो गई है। उनकी किडनी के फंक्शन का लेवल पहले से ज्यादा गिर गया है। 

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पहले से 20 प्रतिशत किडनी ही कर रही थी काम 
ताजा जांच रिपोर्ट के अनुसार लालू का क्रिटनीन बढ़कर 4.1 पहुंच गया है। वहीं, इजीएफआर 18 से घटकर 15.3 प्रतिशत हो गया है। डाक्टरों के अनुसार, उनकी सेहत सुधरने के बजाय खराब होती नजर आ रही है।रांची रिम्स के डाक्टर पहले ही कह चुके हैं कि लालू यादव की किडनी में अब कोई सुधार संभव नहीं है। उनको अब मात्र 20 प्रतिशत काम कर रही किडनी से ही जिंदगी जीना होगा। लेकिन अब इसमें भी तेजी से खराबी आने से डाक्टरों की चिंता बढ़ गई है। पहले डाक्टरों की टीम ने तय किया था कि लालू यादव की किडनी और अधिक खराब नहीं हो, इसपर विशेष ध्यान दिया जायेगा। लेकिन ताजा जांच रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि डाक्टर किडनी बचाने में नाकाम दिख रहे हैं। 
जांच रिपार्ट ने रिम्स के डाक्टरों की बढ़ाई चिंता

लालू यादव की किडनी की ईजीएफआर रिपोर्ट पिछली बार 18 फरवरी को आई थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर डाक्टर उनकी सेहत का ख्याल रख रहे थे। उनको दवायें दी जा रही थी। लेकिन अब जो नई जांच रिपोर्ट आई है, उसके हिसाब से डाक्टर दवा बदलने या दवा की खुराक पर नई एडवाइजरी जारी कर सकते है। डॉर्क्स का कहना  है कि टेंशन  के कारण भी किडनी बुरी तरह से प्रभावित होती है। पिछले 20 दिनों के अंदर लालू यादव की किडनी का और अधिक खराब हो गयी है। यह इस बात का सकेंत है कि वह बेहद टेंशन में जी रहे हैं। पेइंग वार्ड में तमाम सुविधाओं के बावजूद लालू यादव तनावग्रस्त हैं और इसका असर किडनी पर पड़ रहा है।

फिर एम्स रेफर किये जा सकते हैं लालू यादव

डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू यादव को 21 फरवरी को सीबीआइ कोर्ट की ओर से सजा सुनाई गई थी। कोर्ट ने उन्हें पांच साल जेल और 60 लाख रुपये जुर्माना भरने को कहा था। फैसला आने के बाद यानी 15 फरवरी को ही लालू यादव बिरसा मुंडा होटवार जेल भेज दिये गये थे। वहां पहुंचते ही डाक्टरों की एक टीम ने उनकी जांच की। तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए जेल प्रशासन ने उन्हें रांची रिम्स में एडमिट करा दिया। लालू यादव को उसी पेइंग वार्ड में रखा गया है, जहां वह पहले भी एडमिट होते रहे हैं। संभावना है कि लालू यादव बेहतर इलाज के लिए पहले की तरह एम्स दिल्ली रेफर किए जा सकते हैं। पिछली बार जब लालू एडमिट थे तो कुछ दिनों बाद डाक्टरों ने उन्हें एम्स दिल्ली भेज दिया था।