धनबाद: कांग्रेस अनुशासन समिति ने कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा को किया शो कॉज 

धनबाद जिला कांग्रेस में समानांतर व्यवस्था कायम करने व मीडिया में बयानबाजी करना कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा को महंगा पड़ गया है। जिला कांग्रेस अनुशासन समिति ने रविंद्र वर्मा को शोकॉज किया है।

धनबाद: कांग्रेस अनुशासन समिति ने कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा को किया शो कॉज 
रवींद्र वर्मा (फाइल फोटो)।
  • समानांतर कार्यक्रम करने व बयानबाजी पड़ी महंगी

धनबाद। जिला कांग्रेस में समानांतर व्यवस्था कायम करने व मीडिया में बयानबाजी करना कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा को महंगा पड़ गया है। जिला कांग्रेस अनुशासन समिति ने रविंद्र वर्मा को शोकॉज किया है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुरेश चंद्र झा ने शोकॉज करते हुए पांच दिन के अंदर अपना जवाब देने को कहा है। ऐसा न करने पर एकतरफा कार्रवाई की बात भी कही गई।

क्या है नोटिस में
अनुशासन समिति की ओर से रविंद्र वर्मा को भेजे पत्र में कहा गया है कि आपकी ओर से संगठन एवं सरकार के विरुद्ध दिये गये बयान को जिला प्रशासन समिति ने गंभीरता पूर्वक संज्ञान लिया है। संगठन एवं सरकार के मंत्री के विरुद्ध आपका बयान आया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के धनबाद आगमन पर आपने संगठन विरोधी बयान दिया। इसे पार्टी मंच पर कहना चाहिए था, ऐसा आपने नहीं किया। आपकी ओर से सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में धनबाद जिला कांग्रेस के विरुद्ध भी बयान जारी किया गया। यह अनुशासन भंग करने की मंशा है। बिना जिलाध्यक्ष एवं कार्यकारिणी समिति के अनुमति के रणधीर वर्मा चौक पर पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया। जिलाध्यक्ष के जिला में मौजूद रहने के बावजूद जिले में कार्यक्रम किया और सभी कांग्रेसजनों को गुमराह किया गया। इसके विरुद्ध आप पर कांग्रेस की अनुशासनात्मक धारा लागू होती है। इन तमाम बिंदुओं पर पांच दिन के अंदर अपना स्पष्ट जवाब दें। 
तीन दिनों में दो-दो नोटिस
अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुरेश चंद्र झा ने रवींद्र वर्मा को एक नहीं बल्कि दो-दो शो-कॉज नोटिस दिया है। पहला नोटिस 21 दिसंबर को व दूसरा नोटिस 23 दिसंबर को जारी किया गया हैं।रवींद्र वर्मा पर जिलाध्यक्ष के नाम पर दूसरा व फर्जी वाट्सएप ग्रुप चलाने का आरोप लगाते हुए पहले जवाब के साथ-साथ दूसरे भी जवाब मांगा गया है। 

रवींद्र वर्मा के पुराने मामले को भी उठाया गया
उल्लेखनीय है कि रवींद्र वर्मा के खिलाफ वर्ष 2012 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय सलाहकार समिति के फर्जी सदस्य होने का प्रमाण प्रस्तुत कर गाड़ी में लाल बत्ती लगाने के आरोप में धनबाद पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 1052 / 12 एवं दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कांड संख्या 140 / 12 के तहत एफआइआर दर्ज किया था। रवींद्र वर्मा ने ही कांग्रेस लीडर व फेमस बिजनसमैन शिवरतन डोकानिया को PMO OFFICE से फर्जी राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के सदस्य का लेटर दिलवाया था। इस कारण उन पर भी एफआइआर दर्ज हुआ था।  कांग्रेस ने दोनों को छह वर्ष के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। 

जिला अनुशासन कमेटी को नोटिस देने का अधिकार नहीं : रवींद्र वर्मा
कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा ने कहा है कि जिला अनुशासन समिति को कार्यकारी अध्यक्ष को नोटिस करने का अधिकार नहीं है। इसलिए मैं उनके नोटिस का जवाब नहीं दूंगा। मैंने पूरी घटना क्रम से प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा दिया है। नोटिस में मेरे खिलाफ जो आरोप लगाया गया है, वह पूरी तरह निराधार है। मेरे बयान व तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। पार्टी व जनता के हितों के मुद्दों को लेकर मेरा कार्यक्रम जारी रहेगा। पार्टी जिलाध्यक्ष मेरे अभिवावक है। मैने उनका हमेशा सम्मान किया है। हम दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है।कुछ कुंठित लोग हमारे संबंधों में दरार डालने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उनकी मंशा पूरी नहीं होगी।