ECL, CISF, बंगाल पुलिस व रेल अफसरों की मिलीभगत से चल रहा था लाला का कोल तस्करी, चार स्टेट के 45 ठिकानों पर CBI रेड , 40 लाख कैश जब्त

सीबीआइ ने शनिवार को पश्चिम बंगाल, झारखंड बिहार व यूपी के 45 जगहों पर रेड कर कोल तस्करी के बड़े रैकेट के खिलाफ शिकंजा कसा है। बंगाल का अनूप माझी उर्फ लाला ECL, CISF, बंगाल पुलिस व रेल अफसरों की मिलीभगत कर सफेदपोशों के संरक्षण में कोल तस्करी कर रहा है।

ECL, CISF, बंगाल पुलिस व रेल अफसरों की मिलीभगत से चल रहा था लाला का कोल तस्करी, चार स्टेट के 45 ठिकानों पर CBI रेड , 40 लाख कैश  जब्त
  • पश्चिम बंगाल में सत्ता के संरक्षण पाकर अनूप मांझी बन गया अरबपति
  • कोलकाता से लेकर आसनसोल तक कोल के समेत अन्य इलिगल कारोबार का करता था संचालन
  • CBI की कार्रवाई से हड़कंप, सर्च के दौरान ECL के सेफ्टी अफसर की मौत

कोलकाता। सीबीआइ ने शनिवार को पश्चिम बंगाल, झारखंड बिहार व यूपी के 45 जगहों पर रेड कर कोल तस्करी के बड़े रैकेट के खिलाफ शिकंजा कसा है।  बंगाल का अनूप माझी उर्फ लाला ECL, CISF, बंगाल पुलिस व रेल अफसरों की मिलीभगत कर सफेदपोशों के संरक्षण में कोल तस्करी कर रहा है। सीबीआइ रेड से तस्करी में शामिल अफसरों व लोगों में से हड़कंप मचा हुआ है। सीबीआइ सर्च के दौरान  बर्दवान जिले के रानीगंज के कुनुसटोरिया इलाके में ईसीएल केसिक्युरिटी इंस्पेक्टर धनंजय रॉय की मौत हो गयी है। 

ECL के दो GM समेत पांच अफसरों व  लाला समेत अन्य के खिलाफ सीबीआइ ने की एफआइआर
 
सीबीआइ की कोलकाता एसीब) में 27 नवंबर को इलिगल कोल तस्करी मामले में एफआइआर दर्ज की गयी है। एफआइआर में अमित कुमार धर, तत्कालीन जीएम, कुनुस्तोरिया एरिया, इसीएल, वर्तमान जीएम पंडावेश्वर एरिया ईसीएल, जयेश चंद्र राय, जीएम, ईसीएल, कजोरा एरिया,तन्मय दास, सिक्युरिटी चीफ ईसीएल, आसनसोल,धनंजय राय, एरिया सिक्यूरिटी इंस्पेक्टर, कुनुस्तोरिया एरिया, ईसीएल, देवाशीष मुखर्जी, सिक्युरिटी इंचार्ज, कजोरा एरिया, ईसीएल व इलिगल कोल बिजनस का मास्टर माइंडअनूप मांझी उर्फ लाला। ईसीएल, सीआइएसएफ,रेलवे व अन्य विभाग के अज्ञात अफसर व स्टाफ।

ईसीएल के कोल माइंस से अपराधिक तत्वों द्वारा ईसीएल, सीआइएसएफ, रेलवे व इससे संबंधित विभागों की मिलीभगत से कोयले की चोरी का आरोप है। ईसीएल टास्क फोर्स व विजीलेंस की ज्वाइंट टीम ने ईसीएल के लीज एरिया की निगरानी के बाद कोल तस्करी का खुलासा किया था। टीम ने बड़ी संख्या में इलिगल माइनिंग में लगी मशीन, वैकिल आदि जब्त किये थे। छानबीन में पता चला कि ईसीएल के लीज एरिया में बड़े पैमाने पर अफसरों व स्टाफ की मिलीभगत से इलिगल माइनिंग चल रहा था। इसमें सीआइएसएफ के अफसर व स्टाफ, रेलवे के अफसर व स्टाफ की मिलीभगत की पुष्टि हुई है। डिपार्टमेंटल रेड में सात अगस्त को पंडावेश्वर रेलवे साइडिग से टीम ने 9.050 मीट्रिक टन चोरी के कोयला जब्त किया था। जांच में पता चला है कि सीबीआइ एफआइआर में आरोपितों ने मिलकर संगठित रूप से इलिगल कोल तस्करी का संचालन किया है सीबीआइ की कोलकाता स्थित एसीबी के एएसपी उमेश कुमार इस मामले की जांच कर हैं। रेड  में कोयला तस्कर व ईसीएल, सीआइएसएफ, रेलवे अफसरों की साठगांठ, घूसखोरी के मामले तलाशे जा रहे हैं। रेड को लेकर सीबीआई द्वारा 45 टीमों का गठन किया गया

40 लाख कैश जब्त

आरोप है कि अनूप मांझी उर्फ लाला, कुनुसटोरिया और कोजरा इलाकों में ‘लीज होल्ड’माइंस से कोयले इलिगल माइनिंग व तस्करी कर रहा था। सीबीआइ की रेड व सर्च में  40 लाख रुपये कैश, दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एवं वित्तीय लेन-देन के कागजात मिले हैं। सीबीआइ की एफआइआर में आरोप है कि अवैध धर्मकांटा (तराजू) लगाने की कई घटनाओं का भी पता चला, जो ईसीएल एरिया से बड़े पैमाने पर संगठित तरीके से इलिगल कोल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग की पुष्टि करती है। सोर्सेंज के अनुसार ईसीएल कुनुसटोरिया इलाके में टोपसी गांव के पीछे लीजहोल्ड क्षेत्र में और कजोरा क्षेत्र में कोयला माफियाओं द्वारा ईसीएल और सीआईएसएफ के अफसरों के साथ मिलीभगत से इलिगल माइनिंग चल रहा था। रेलवे अफसरों की मिलीभगत से ‘रेलवे साइडिंग’पर अवैध गतिविधियां चलायी जा रही हैं। अनूप मांझी उर्फ लाला कोयले के इलिगल माइनिंग एवं चोरी के धंधे का सरगना था।  

कोल माफिया और घूसखोरी के मामलों की जांच
बताया जाता है कि सीबीआइ रेड कथित रूप से कोल माफिया और घूसखोरी के मामलों को लेकर की गयी। पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी अनूप माझी उर्फ लाला इस इलिगल कोल बिजनस का किंगपिन है। सीबीआइ ने लाला  व उसे जुड़े लोगों के ऑफिस व घरों में रेड मारी है। कोल तस्करी मामले में बंगाल पुलिस की भी संलिप्तता सामने आयी है।