इंडियन आर्मी के साथ चीनी सैनिकों की झड़प, सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश नाकाम

चीनी सैनिकों ने 20 जनवरी को सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की जिसे इंडियन आर्मी ने नाकाम कर दिया। इस दौरान भारतीय सैनिकों की चीनके सैनिकों से झड़प भी हुई। दोनों तरफ के जवानों के बीच हाथापाई हुई। किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ।

  • इंडियन आर्मी ने कहा- सुलझा लिया मामला
  • लोकल कमांडर ने तय प्रोटोकॉल के तहत मामले को सुलझाया

नई दिल्ली। चीनी सैनिकों ने 20 जनवरी को सिक्किम के नाकू ला में घुसपैठ की कोशिश की जिसे इंडियन आर्मी ने नाकाम कर दिया। इस दौरान भारतीय सैनिकों की चीनके सैनिकों से झड़प भी हुई। दोनों तरफ के जवानों के बीच हाथापाई हुई। किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ। चीन सैनिकों को खदेड़ दिया गया। 
झड़प में कई चीनी सैनिकों के सैनिक जख्मी होनेकी खबर है। इंडियन आर्मी को जवानों को चोट तक नहीं लगी है। बोर्डर पर फिलहाल हालात कंट्रोल में हैं। इंडियन आर्मी  ने कहा कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच मामूली झड़प हुई थी। इस मामले को लोकल लेवल पर कमांडरों ने तय प्रोटोकॉल के तहत सुलझा लिया है। भारतीय जवानों ने एलएसी से सटे नाकू ला सेक्टर में शनिवार दोपहर घुसपैठ की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों को वापस खदेड़ दिया। दोनों तरफ के जवानों के बीच हाथापाई हुई, किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ। 
चीनी सैनिकों ने यथास्थिति बदलने की कोशिश की
सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में शनिवार को चीनी सेना ने एलएसी की यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी। चीन के कुछ सैनिक भारतीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे लेकिन खराब मौसम की स्थिति के बावजूद मुस्तैदी से डटे जवानों ने चीनी सैनिकों को रोक लिया। इस दौरान दोनों ओर के सैनिक आपस में भिड़ गये। चीनी सौनिकों को वापस लौटना पड़ा।लोकल फॉर्मेशन कमांडर स्तर पर मामले को उसी दिन सुलझा लिया गया। उल्लेखनी है कि नाकू ला काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है। इस क्षेत्र की संवेदनशीलता के चलते इस क्षेत्र में आपसी टकराव की स्थिति भी आ सकती है।

पिछले साल मई में लद्दाख में हुई थी झड़प
पूर्वी लद्दाख के पैंगोग त्सो झील के पास वर्ष 2020 की पांच से छह  मई की मध्य रात को चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। दोनों ओर के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें कुछ सैनिक घायल हुए थे। यह लड़ाई कुछ मिनटों में ही खत्म हो गई थी। छह मई को दोनों ओर से बातचीत के साथ ही मामला सुलझा लिया गया था। पिछले साल 15 जून को दोनों देशों की सेना के बीच पूर्वी लद्दाख स्थित गलवन घाटी के प्वाइंट 14 में हिंसक झड़प हुई थी। इसमें एक कर्नल समेत 20 भारतीय जवान शहीद हो गये थे। वर्ष 2017 में भारत और चीन के सेना डोकलाम में आमने-सामने थे। 

सीमा विवाद को लेकर नौवें दौर की बातचीत में भी नहीं निकला हल
पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को लेकर चीन और भारत के बीच रविवार को कोर कमांडर लेवल की नौवें दौर की बातचीत हुई थी। 15 घंटे तक चली बातचीत में भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि टकराव वाले क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट और डी-एस्केलेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चीन के ऊपर है। हालांकि बातचीत से अबतक कोई हल नहीं निकल सका है।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में सीमा पर दोनों देशों के बीच जारी तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच रविवार को नौवें दौर की सैन्य वार्ता संपन्न हुई। चुशूल इलाके के दूसरी ओर स्थित मोल्दो में आयोजित  यह  वार्ता 15 घंटे से भी अधिक चली। रविवार सुबह 11 बजे से शुरू हुई वार्ता सोमवार को 2:30 am बजे संपन्न हुई। इससे पहले 6 नवंबर 2020 को सैन्य वार्ता हुई थी।