Chhath Puja 2022 : झारखंड के नदी व तालाबों में उमड़ी भीड़, CM हेमंत ने श्रद्धालुओं के साथ दिया सूर्य को अर्घ्य

लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर समूचे झारखंड में भक्ति,श्रद्धा और उत्साह का जबरदस्त माहौल देखने को मिला। छठ को लेकर रविवार को झारखंड विभिन्न जिले के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। लोगों अस्ताचलगामी सूर्य को भक्तिभाव के साथ पहला अर्घ्य अर्पित किया। सीएम हेमंत सोरेन रविवार को अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन एवं दोनों पुत्रों के साथ छठ व्रतियों के बीच पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य देकर आस्था के महापर्व छठी मैया की पूजा की।

Chhath Puja 2022 : झारखंड के नदी व तालाबों में उमड़ी भीड़, CM हेमंत ने श्रद्धालुओं के साथ दिया सूर्य  को अर्घ्य
रांची। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर समूचे झारखंड में भक्ति,श्रद्धा और उत्साह का जबरदस्त माहौल देखने को मिला। छठ को लेकर रविवार को झारखंड विभिन्न जिले के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। लोगों अस्ताचलगामी सूर्य को भक्तिभाव के साथ पहला अर्घ्य अर्पित किया। सीएम हेमंत सोरेन रविवार को अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन एवं दोनों पुत्रों के साथ छठ व्रतियों के बीच पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य देकर आस्था के महापर्व छठी मैया की पूजा की।
अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर समस्त झारखण्डवासियों की खुशहाली की कामना की।

भगवान भास्कर और छठी मईया सभी का कल्याण करे। pic.twitter.com/w9uxyue10A

— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) October 30, 2022

छठ प्रकृति की पूजा का प्रतीक
सीएम ने भगवान भास्कर से झारखंडवासियों की सुख, समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा। सीएम आज शाम सपरिवार रांची के नक्षत्र वन स्थित हटनिया तालाब पहुंचे तथा सैकड़ों व्रतियों के बीच छठ पूजा में शामिल हुए। मौके पर सीएम ने कहा कि यह महापर्व सूर्य भगवान की आराधना के लिए जाना जाता है। छठ महापर्व प्रकृति की पूजा का प्रतीक है। प्रकृति पर आस्था और उससे जुड़ाव भारतीय संस्कृति की परंपरा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं-बहने 72 घंटे का व्रत रखकर भगवान भास्कर की आराधना करती हैं। यह हजारों साल पुरानी अद्भुत परंपरा है। यह समर्पण, सात्विकता, आस्था और स्वच्छता का एक बड़ा उदाहरण है। मैं इस परंपरा को शीश झुका कर नमन करता हूं। सीएम ने राज्यवासियों को महापर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छठी मैया से प्रार्थना है कि सभी सुखी हो, सब निरोगी रहें, छठी मैया सबका मंगल और कल्याण करें।
 पान दुकानदार के परिवार के साथ शामिल हुए सीएम
 सीएम हेमंत सोरेन एवं उनकी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन ने हटनिया तालाब में डिप्टीपाड़ा निवासी छठ व्रती विनोद कुमार वर्मा एवं दीनदयाल नगर निवासी छठ व्रती शिवनारायण राम के परिजनों के साथ अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपनी श्रद्धा अर्पित की।  छठ व्रती विनोद कुमार वर्मा कचहरी चौक स्थित राजस्थान कलेवालय के बगल में पान की दुकान चलाते हैं। वहीं शिवनारायण राम पथ निर्माण विभाग में दर्जी का काम करते हैं।
 कोरोना संक्रमण से मिली राहत ने बढ़ाया उत्साह
सीएम ने कहा कि छठ महापर्व के अवसर पर हर तरफ भक्ति का रंग कुछ अलग ही दिखाई पड़ा। कोरोना महामारी के कारण जहां पिछले वर्ष महिलाओं ने सीमित रूप में ही व्रत किया था, वहीं इस बार कोरोना से राहत मिलने की स्थिति में फिर वही पुरानी उत्साह और जोश के साथ छठ का पर्व मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने भगवान भास्कर से प्रार्थना किया कि इसी उत्साह और उमंग के साथ हमारी सभी परंपराएं आगे बढ़ती रहें। सभी छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं पर भगवान भास्कर अपनी कृपा दृष्टि बनायें रखें।
कोयलांचल में छठ घाटों पर उमड़ी भीड़
कोयला राजधानी धनबाद के नदियों व कई तालाबों में हजारों की संख्या में लोग अस्ताचलगामी सूर्य  को अर्घ्य देने पहुंचे। शहर के बेकारबांध तालाब(राजेंद्र सरोवर), रानी तालाब,छठ तालाब,कोयलानगर स्थित मानसरोवर,सर्वेश्वरी आश्राम स्थित तालाब, पंपू तालाबा, राजा तालाब आदि में व्रती पहुंचे।धनबाद शहर के अलावा, सिंदरी, गोविंदपुर, बलियापुर, निरसा, चिरकुंडा,कतरा, बाघमारा, महुदा, सुदामडीह, भौंरा व चासनाला आदि जगहों पर नदी व तालाब के घाटों पर लोगों नेअस्ताचलगामी भगवान भास्कर को श्रद्धा के साथ आज अर्ध्य अर्पित किया।

सदुामडीह रीवर साइड कॉलोनी में  इस साल भी भव्य पंडाल में भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गयी है।सड़क से छठ घाट तक व्रतियों के लिए कारपेट बिछाया गया है। सोमवार सुबह उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के बाद घाट से लोटने वाले व्रतियों को कॉफी व जल की व्यवस्था की गयी है। छठ पूजा कमेटी के रामदीप सिंह, संजीव कुमार सिंह, अशोक कुमार राय, प्रमोद सिंह, संजय मंडल, शशिकांत निराला, राजन प्रसाद, आनंद कुमार, उगेंद्र कुमार सिंह आदि सक्रिय हैं। 
जिले के विभिन्न घाटों पर व्रतियों ने एकत्रित होकर अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धा के साथअर्ध्य अर्पित किया। सभी तालाबों की साफ-सफाई की गई थी। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों में भी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। सोमवार सुबह उदीयमान भगवन भाष्कर को अर्ध्य देने के साथ ही यह चार दिवसीय महापर्व संपन्न हो जायेगा। इसके बाद छठ व्रत करने वाले स्त्री-पुरूष निर्जला व्रत तोड़ेंगे।