बिहार: तेजस्वी यादव को चुना गया महागठबंधन का लीडर, बोले- हम हारे नहीं जीते हैं, जनता ने फैसला सुनाया, चुनाव आयोग ने नतीजा

पटना में गुरुवार को राबड़ी आवास पर महागठबंधन की बैठक में तेजस्वी यादव को महागठबंधन का का नेता चुना गया। 1110 एमएलए ने नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने के नाम पर मुहर लगा दी। बैठक में राजद के साथ कांग्रेस और वामदल के विधायक मौजूद थे।

बिहार: तेजस्वी यादव को चुना गया महागठबंधन का लीडर, बोले- हम हारे नहीं जीते हैं, जनता ने फैसला सुनाया, चुनाव आयोग ने नतीजा

पटना। पटना में गुरुवार को राबड़ी आवास पर महागठबंधन की बैठक में तेजस्वी यादव को महागठबंधन का का नेता चुना गया। 1110 एमएलए ने नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने के नाम पर मुहर लगा दी। बैठक में राजद के साथ कांग्रेस और वामदल के विधायक मौजूद थे। इस बैठक में राजद नेताओं के साथ-साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह, बिहार प्रभारी सचिव विरेंद्र सिंह राठौर भी शामिल थे।

इससे पहले कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की पटना स्थित पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में भी बैठक भी हुई। बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस मौके पर पार्टी के वरीय नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ मंत्रणा की। उल्लेखनीय है कि बिहार में 243 सीटों पर हुए चुनाव में एनडीए को 125 व महागठबंधन ने 110 सीटें मिली है।  बीजेपी को 74, जेडीयू को 43, वीआईपी और हम को चार-चार सीटें मिली हैं। सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है, जिसे 75 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को 19 और वाम दलों को कुल 16 सीटें मिली हैं।

हम हारे नहीं जीते हैं, जनता ने फैसला सुनाया, चुनाव आयोग ने नतीजा
तेजस्वी ने  कहा कि छल कपट से सरकार बनाई जा रही है। जनता ने फैसला महागठबंधन के पक्ष में सुनाया लेकिन चुनाव आयोग ने नतीजा एनडीए के पक्ष में सुना दिया।पटना में मीडिया से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी ने जनादेश को हाईजैक किया है। हम लोग रोने वाले नहीं हैं। हम संघर्ष करने वाले लोग हैं। जनता के बीच जाएंगे। हमने पूरे चुनाव बिहार के मुद्दे को उठाया है। धन बल, छल के बाद भी महागठबंधन को वह वाले रोक नहीं पाए हैं। नीतीश कुमार नैतिकता और सिद्धांत की बात करते हैं। वह अब जनता के फैसले का सम्मान करें। छल कपट से मिली सीटों के आधार पर सरकार न बनाएं। बिहार ने बदलाव का जनादेश दिया है। नीतीश में नैतिकता है तो कुर्सी छोड़ दें। बिहार के सीएम चोर दरवाजे से सत्ता हथियाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि एनडीए लाख कोशिश के बाद भी आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बनने से रोक नहीं पाई है। तेजस्वी ने चुनाव में मिले वोटों का गणित भी समझाया। कहा कि चुनाव आयोग के अनुसार ही एनडीए और महागठबंधन को डेढ़ करोड़ से ज्यादा वोट मिले हैं। चुनाव आयोग कहता है कि महागठबंधन को एनडीए से केवल 12270 वोट कम मिले। अगर केवल 12 हजार ही वोट कम मिले तो 15 सीटें कैसे कम हो गईं?
बैलेट की गिनती अंत में कराने पर भी सवाल

तेजस्वी ने पोस्टल बैलेट की गिनती अंत में कराने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पोस्टल बैलेट देने वाले ज्यादातर कर्मचारी और शिक्षक लोग होते हैं। जो जागरुक होते हैं। उन्हें पता होता है कि पोस्टल से वोटिंग कैसे करना है। इसके बाद भी सैकड़ों पोस्टल बैलेट कैंसिल कर दिये गये। एक-एक विधानसभा क्षेत्रों में 900-900 वोट कैंसिल किये गये। उन्होंने  कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होनी चाहिए फिर भी बाद में कराई गई। चुनाव आयोग का साफ निर्देश है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होगी। तेजस्वी ने कहा कि तीन बजे तक प्रक्रिया पूरी कर ली गई और रात 11 बजे रिजल्ट सुनाया गया। सर्टिफिकेट तैयार करने के बाद भी नहीं दिये गये।