बिहार: गोपालगंज में मछली व्यवसायी सह बजरंग दल के लीडर की गोली मारकर मर्डर,मिनिस्टर पर साजिश का आरोप

बिहार के गोपालगंज जिले में शुक्रवार सुबह बाइक सवार क्रिमिनलों ने मछली व्यवसायी व हथुआ मंडल बजरंग दल के संयोजक की गोली मारकर मर्डर कर दी गयी है।

बिहार: गोपालगंज में मछली व्यवसायी सह बजरंग दल के लीडर की गोली मारकर मर्डर,मिनिस्टर पर साजिश का आरोप

पटना। बिहार के गोपालगंज जिले में शुक्रवार सुबह बाइक सवार क्रिमिनलों ने मछली व्यवसायी व हथुआ मंडल बजरंग दल के संयोजक की गोली मारकर मर्डर कर दी गयी है। व्यवसायी के पोते धर्मेन्द्र सिंह ने पुलिस स्टेशन में कंपलेन कर हथुआ यादो पिपरा के अरुण सिंह, रुपनचक के दुर्गेश नंदन सिंह व श्रीकांत सिंह तथा एक अज्ञात पर गोली मार कर मर्डर करने का आरोप लगाया गया है। समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह पर विधान सभा चुनाव में वोट नहीं देने पर  मर्डर की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।

आक्रोशित लोगों ने हथुआ बाजार को बंद कराकर प्रदर्शन किया। पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। मिनिस्टर ने मर्डर की साजिश के आरोप को निराधार व मनगढ़ंत बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने  कहा है कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें बदनाम किया जा रहा है। एसपी मनोज तिवारी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।

हथुआ पुलिस स्टेशन एरिया  के रूपनचक गांव के रहने वाले मछली व्यवसायी जय बहादुर सिंह सुबह आठ बजे बाइक से अपने भतीजे के साथ से सबेया मोड़ पर चाय पीने गये थे। सबेया मोड़ पर जैसे ही बाइक से उतर कर वे होटल की ओर बढ़े कि बाइक पर सवार दो क्रिमिनलों ने उनके उपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। आनन-फानन में परिजन व्यवसायी को लेकर हथुआ के अनुमंडलीय अस्पताल भी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मर्डर के बाद मौके पर भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। क्रिमिनलों का दल बाइक से मीरगंज की ओर भाग निकले।

आक्रोशित लोगो ने पूर्व मुखिया का सिर फोड़ा

जय बहादुर सिंह की हत्या से आक्रोशित लोगो ने हथुआ की कांध गोपी पंचायत के पूर्व मुखिया व यादो पिपरा गांव निवासी श्रीराम सिंह पर हमला बोल दिया, जिससे उनका सिर फट गया। अनुमंडलीय अस्पताल में जब व्यवसायी के मौत की पुष्टि होते ही लोग उग्र हो गये। इस दौरान घटना की जानकारी लेने मौके पर पहुंचे पूर्व मुखिया पर कुछ लोगो ने राजनीतिक आरोप लगाते हुए हमला बोल दिया। पूर्व मुखिया ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचायी।