बिहार: भोजपुर में कुंवर सिंह के खानदान से जुड़े युवक की मौत, भाई का आरोप- जवानों की पिटाई से था बेहोश

भोजपुर के जगदीशपुर नगर में वीर कुंवर सिंह के खानदान से जुड़े युवक कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह (30) की मौत किले की सिक्युरिटी गार्ड्स की कथित तौर पर पिटाई से हो गयी। पिटाई से जख्मी बबलू की जगदीशपुर रेफरल हॉस्पिटल में दोपहर इलाज के दम तोड़ दिया। मृतक वीर कुंवर सिंह की वंशज सह बीजेपी नेत्री पुष्पा सिंह का पुत्र था।

बिहार: भोजपुर में कुंवर सिंह के खानदान से जुड़े युवक की मौत, भाई का आरोप- जवानों की पिटाई से था बेहोश
  • बीजेपी महिला लीडर का बेटा था बबलू

आरा। भोजपुर के जगदीशपुर नगर में वीर कुंवर सिंह के खानदान से जुड़े युवक कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह (30) की मौत किले की सिक्युरिटी गार्ड्स की कथित तौर पर पिटाई से हो गयी। पिटाई से जख्मी बबलू की जगदीशपुर रेफरल हॉस्पिटल में दोपहर इलाज के दम तोड़ दिया। मृतक वीर कुंवर सिंह की वंशज सह बीजेपी नेत्री पुष्पा सिंह का पुत्र था। परिजन जगदीशपुर किले में तैनात सीआईएटी जवानों की पिटाई से जख्मी व मौत होने का आरोप लगा रहे हैं।

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आक्रोशित लोगों ने किया हॉस्पिटल में हंगामा

बबलू के मौत सूचना मिलते ही आक्रोशित लोगों ने हॉस्पिटल में हंगामा किया। लोगों ने पुलिस को बॉडीव उठाने से भी रोक दिया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी किया। परिजन और हंगामा कर रहे लोग मौके पर सीएम को बुलाने और मारपीट करने वाले जवानों के खिलाफ मर्डर की FIR दर्ज करते हुए अरेस्ट करने की मांग कर रहे थे। कुंवर अजय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके भाई बबलू सिंह को किले में निवास करने वाले सीआईएटी के जवानों की ओर से पीट-पीटकर मारा गया। हॉस्पिटल में ले जाकर फेंक दिया गया। कुंवर अजय कुमार सिंह ने पुलिस को भी यह बयान दिया है। 
अजय ने कहा कि जवान किसी महिला को लेकर किले में आ रहे थे। बबलू ने उसे देख लिया था। उसी समय से ही जवान उसके पीछे पड़े थे। इसी कारण पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया गया। जब वह मरने की स्थिति में पहुंच गया, तो उसे हॉस्पिटल में ले जाकर फेंक दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस के खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए। ऐसा नहीं होने हम सब आगे बढ़ने के लिए बाध्य होंगे।

एसडीपीओ और एसडीओ ने लोगं को शांत कराया
बबलू की मौत के बाद हंगामे की सूचना पर थानाध्यक्ष संजीव कुमार मौके पर पहुंचे। लोग उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन और एसडीओ सीमा कुमारी मौके पर पहुंचीं। दोनों अफसरों के समझाने पर देर शाम लोगों का गुस्सा शांत हो सका। इसके बाद रात लगभग साढ़े आठ बजे पोस्टमार्टम के लिए बॉडी आरा सदर अस्पताल भेजा गया। एसपी विनय तिवारी ने बताया कि किले में तैनात सीआईएटी जवानों पर मारपीट करने का आरोप लगाया जा रहा है। मामले की जांच करायी जा रही है। मृत युवक के परिजनों के आवेदन पर मामला दर्ज की गयी है। मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। हालांकि एसपी ने युवक को पुलिस कस्टडी में लिये जाने और पिटाई किये जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। 

सात घंटे बाद एसडीएम की पहल पर उठा बॉडी
जगदीशपुर। बबलू का शव करीब सात घंटे बाद जगदीशपुर एसडीएम सीमा कुमारी की पहल पर मंगलवार की रात साढ़े आठ बजे उठ सका। बबलू की मौत दोपहर एक बजे हो गई थी। इसके बाद से ही हॉस्पिटल में बॉडी पड़ा रहा। एसडीएम रात आठ बजे रेफरल अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने कहा कि सारी मांगों पर न्यायोचित कार्रवाई की जायेगी। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। तब जाकर शव उठ सका। परिजन सीएम को बुलाने की मांग पर अड़े थे। इस घटना को लेकर करणी सेना से जुड़े लोग भी आक्रोशित हैं।

प्रशासन की कमियां व घोटाले उजागर करने पर की गयी मर्डर

बबलू सिंह के परिजन प्रशासन पर एक साजिश के तहत उसकी मर्डर कराने का आरोप लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है बबलू किले के सौंदर्यीकरण सहित अन्य मामलों में जिला प्रशासन की कमियां और घोटालों को उजागर करता रहता था। इस कारण साजिश के तहत उसकी मर्डर करायी गयी है। परिजनों ने बताया कि बबलू सिंह के शरीर के कई हिस्सों पर पुलिस की पिटाई के जख्म के निशान हैं।