बिहार चुनाव से पहले बड़ा झटका: मांझी की पार्टी में टूट, कई दिग्गज हुए प्रशांत किशोर के साथ

बिहार में चुनावी हलचल तेज! गया जिले से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कई नेताओं ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जसुपा) का दामन थामा। नेताओं ने आरोप लगाया कि जीतनराम मांझी की पार्टी अब परिवार तक सिमट गयी है।

बिहार चुनाव से पहले बड़ा झटका: मांझी की पार्टी में टूट, कई दिग्गज हुए प्रशांत किशोर के साथ
हम का मतलब मांझी परिवार।

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। रविवार को गया जिले से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कई प्रमुख नेताओं ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जसुपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली।
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प्रशांत किशोर ने पीला गमछा ओढ़ाकर सभी नेताओं का स्वागत किया। पार्टी छोड़ने वालों में हम के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश्वर मांझी, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. शशि यादव, प्रदेश महासचिव लक्ष्मण मांझी, प्रदेश सचिव राकेश कुमार सिंह, युवा सचिव सुनील चंद्रवंशी, जिला परिषद सदस्य पार्वती देवी और गणेश मांझी शामिल हैं।
इन नेताओं ने आरोप लगाया कि जीतनराम मांझी की पार्टी अब परिवार तक सीमित हो गयी है, और आम कार्यकर्ताओं की कोई भूमिका नहीं रह गयी है। राजेश्वर मांझी ने कहा, “हमने कई बार मांझी जी से कहा कि पार्टी भटक रही है, पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। अब हम सामूहिक रूप से जन सुराज से जुड़कर गरीबों और युवाओं के भविष्य के लिए काम करेंगे।”डॉ. शशि यादव ने कहा कि अब तक हम दूसरों के बच्चों को मुख्यमंत्री और मंत्री बनाने में जुटे थे, लेकिन अब अपने बच्चों के भविष्य के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की विचारधारा गरीबों और युवाओं के विकास के लिए समर्पित है।
लक्ष्मण मांझी ने कहा कि जन सुराज पार्टी ही ऐसी पार्टी है जो बिहार के बच्चों का पलायन रोकने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की बात करती है। वहीं पार्वती देवी ने कहा कि मांझी का रवैया देखकर हम सभी बेहद निराश हुए हैं, अब हमें पीके के नेतृत्व में उम्मीद दिख रही है।बिहार की राजनीति में इस कदम को मांझी के लिए बड़ा झटका और प्रशांत किशोर के लिए बढ़त माना जा रहा है।