IIT ISM धनबाद में बड़ा हादसा, स्विमिंग पूल में डूबकर प्रोफेसर की मौत

IIT ISM धनबाद में मंगलवार को स्विमिंग पूल में डूबने असिस्टेंट प्रोफेसर डा. यशवंत कुमार गुजाला की मौत हो गयी है। वे माइनिंग इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। 

IIT ISM धनबाद में बड़ा हादसा, स्विमिंग पूल में डूबकर प्रोफेसर की मौत
प्रोफेसर यशवंत उजाला (फाइल फोटो)।
  • माइनिंग इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में थे कार्यरत
  • 16 साथियों के साथ कर रहे थे स्विमिंग

धनबाद। IIT ISM धनबाद में मंगलवार को स्विमिंग पूल में डूबने असिस्टेंट प्रोफेसर डा. यशवंत कुमार गुजाला की मौत हो गयी है। वे माइनिंग इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। 

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स्विमिंग पूल में दो साइड बने हुए हैं। एक तरफ स्विमिंग पूल में सीधे नीचे उतरा जा सकता है, जहां पानी कम है। दूसरी तरफ स्विमिंग पूल में सीधे छलांग लगाने की व्यवस्था बनी हुई है। प्रोफेसर  डा. यशवंत कुमार गुजाला अपने साथियों के साथ कैंपस के ही स्विमिंग पूल में स्विमिंग कर रहे थे। डा यशवंत ने स्विमिंग पूल में दूसरी तरफ से छलांग लगाई। छलांग लगाने के बाद सीधे पानी के नीचे चले गये, जिससे डूबने लगे। सहयोगियों ने उन्हें आनन-फानन में बाहर निकाल स्टूडेंट हेल्थ सेंटर ले गये। यहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

आइएसएम के जिस स्वीमिंग पुल में हादसा हुआ, वहां चार लाइफ गार्ड की व्यवस्था है। इसके बावजूद इतनी बड़ी घटना का होना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।डा. यशवंत कुमार गुजालामूल रूप से ओडिशा के रहनेवाले थे। उनके एक भाई आईआईटी राउरकेला में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। प्रोफेसर उजाला के परिजनों को घटना की सूचना दी गई है। प्रोफेसर यशवंत की शादी अभी पिछले साल ही हुई थी। उनका पूरा परिवार खड़गपुर बंगाल में रहता है, जो शाम तक धनबाद पहुंचने वाले हैं। बॉडी को एसएनएमएमसीएच की मॉर्चरी में रखा गया है। 

2009 से 2013 बैच के स्टूडेंट थे
डा. यशवंत कुमार गुजाला ने  2009 से 2013 तक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलाजी शिबपुर बंगाल से माइनिंग इंजीनियरिंग ब्रांच लेकर बैचलर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद आइआइटी खड़गपुर से 2014 से 2016 तक माइनिंग इंजीनियरिंग में एमटेक किया। 2016 से 2021 तक आइआइटी खड़गपुर से ही माइनिंग इंजीनियरिंग में पीएचडी की। इसी वर्ष जनवरी में आइआइटी आइएसएम में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर अपनी सेवा शुरू की थी। 

ऐसे हुआ हादसा
आइएसएम में स्वीमिंग पूल में दो साइड बने हुए हैं। एक तरफ स्वीमिंग पूल में सीधे नीचे उतरा जा सकता है, जहां पानी कम है। दूसरी तरफ स्विमिंग पूल में सीधे छलांग लगाने की व्यवस्था है।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डा. यशवंत ने स्वीमिंग पूल में दूसरी तरफ से छलांग लगाई। छलांग लगाने के बाद सीधे पानी में नीचे चले गए और डूबने लगे। लोग कुछ समझ पाते तब तक काफी देर हो चुकी थी। सहयोगी प्रोफेसर का कहना है कि डा. यशवंत अच्छे तैराक थे। उनके सहयोगी किनारे स्वीमिंग करते थे, तो यशवंत गहरे पानी तैरते थे।

पिछले माह हुआ था विवाह 
मूलरूप से ओडिशा के बालोसोर के निवासी सहायक प्रोफेसर डा. यशवंत का पूरा परिवार काफी समय पहले मलंचा खड़गपुर बंगाल में आकर बस गया था। गाहे-बगाहे ही ओडिशा आना-जाना होता था। पिछले माह चार मई को अश्विनी के साथ छोटा प्रजापति मलंचा खड़गपुर बंगाल में शादी हुई थी। सात मई को हावड़ा के जीटो रोड स्थित सुरेंद्र भवन में प्रीतिभोज का आयोजन किया गया था। आइएसएम से भी कई प्रोफेसर इस वैवाहिक आयोजन के गवाह बने थे। घटना के समय डा. यशवंत की वाइफ अश्विनी खड़गपुर बंगाल गई हुई थीं।

केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री का कार्यक्रम स्थगित
आइआइटी आइएसएम में पहले से दो कार्यक्रम निर्धारित थे। घटना के बाद इन्हें स्थगित कर दिया गया। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी को आइआइटी आइएसएम में एक बहुउद्देशीय भवन और झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज का उद्घाटन करना था। इस नवनिर्मित भवन में बैंक, पोस्ट आफिस और मैरिड रिसर्च स्कालर के छात्रावास सहित अन्य कई सुविधाएं हैं। उद्घाटन सुबह साढ़े 11 बजे निर्धारित था। इसके बाद संस्थान के ओवल गार्डन में पौधारोपण होना था।