BCCL Dhanbad: बीसीसीएल में 15 सौ करोड़ का घोटाला, जांच के घेरे में कई टॉप लेवल के अफसर!
धनबाद की बीसीसीएल (BCCL) में 1500 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा। कोयला कारोबार में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा, कई टॉप लेवल अफसर जांच के घेरे में।

धनबाद। कोल इंडिया की अनुसांगिक इकाई बीसीसीएल में 15 सौ करोड़ का घोटाला का मामला सामने आया है। मामले की जांच शुरु होते ही संदेह के घेरे में कई टॉप लेवल के अफसर आ गये हैं।
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जानकार सोर्सेज का कहना है कि बीसीसीएल में कोल माइनिंग में लगे एक बड़े कंट्रेक्टर की कंपनी को लाभ पहुंचाने के मामले में कई अफसरों की गर्दन फंसी हुई है। लगभग 15 सौ करोड़ से अधिक के गड़बड़ी का यह मामला कोल मिनिस्टरी व केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) तक पहुंच गया है। कंपलेन मिलती ही गड़बड़ी की जांच शुरू हो गयी है। प्रारंभिक जांच में ही गड़बड़ी मिली है। इस कारण संबंधित अफसरों को शोकॉज हुआ है। बीसीसीएल में 2021 से लेकर अब तक के कई माइनिंग कंट्रेक्ट की जांच शुरू हो गयी है। इन गड़बड़ी में कथित रुप से संलिप्त जिन बीसीसीएल अफसरों को शोकाज हुआ, उनको 20 से 31 अगस्त तक जवाब देना है। कंपनी ने प्रकरण की पूरी फाइल कोल मिनिस्टरी और सीवीसी को भेजी है। इस दौरान कुछ अफसर रिटायर भी हो गये हैं जिनकी भूमिका की भी जांच हो सकती है।
बीसीसीएल सोर्सेज का कहना है कि ताजा मामला बीसीसीएल के लोदना एरिया के कुजामा, एनटीएसटी प्रोजेक्ट ईस्टर्न झरिया एरिया भौंरा के फोर ए पैच, से संबंधित हैं। इन मामलों के अलावा कुछ फाइलें भी खंगाली जा रही हैं। आशंका जतायी जा रही है कि वहां भी खेल हुआ है। इस मामले में बीसीसीएल के सीएमडी, फंक्शनल डायरेक्टर, संबंधित विभाग के जीएम, टेंडर कमेटी, तकनीकी कमेटी के साथ नोडल अफसर समेत तीन दर्जन अफसरों को शोकॉज हुआ है। सभी से जवाब तलब किया गया है।
संविदा प्रबंधन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल
संविदा प्रबंधन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं। इस विभाग के भी अफसर व पहले रिटायर हो गये अफसर भी जांच के दायरे में हैं। पूर्व के एक डायरेक्टर का भी नाम प्रकरण में आया है, जो अभी अन्य कंपनी में सीएमडी हैं। उन्हें भी पत्र भेजा गया है।
ऐसे किया गया खेल
आउटसोर्सिंग कंपनी को माइनिंग का जितना वर्क ऑर्डर मिलता है, उसमें अधिकतम विस्तार का मानक तय है। बावजूद तय मानक से अधिक का प्रोजेक्ट विस्तार के लिए वर्क ऑर्डर दिया गया है। इसे तकनीकी कमेटी, निविदा कमेटी व फंक्शनल डायरेक्टर की बैठक में दिया गया था। जांच के दायरे में आये अफसरों के जवाब से जांच एजेंसी संतुष्ट नहीं होती है तो आगे की कार्रवाई की जा सकती है। कार्रवाई के तहत दोषी अफसरों पर डिमोशन तक की कार्रवाई हो सकती है। बीसीसीएल सोर्सेज का कहना है कि नौ जून 2023 व 21 फरवरी 2024 हुई तकनीकी कमेटी की बैठक में डेविएशन की मंजूरी दी गयी। बाद में टेंडर व तकनीकी कमेटी ने भी हरी झंडी दी। एफडी की बैठक में भी अनुमति दे दी गयी।
छह अफसरों को हुआ शोकॉज
विजिलेंस जीएंम ने पांच अगस्त को तकनीकी कमेटी के छह अफशरों को शोकॉज किया। इसमें जीएम धनराज अखारे, कुमार राजीव, मिथिलेश कुमार, एसए तालमले, संजय कुमार अग्रवाल, दीपंकर मैथी शामिल हैं। इनसे पूछा गया कि जब कुजामा में एमडीओ प्रोजेक्ट बनाना है तो डेविएशन की क्या जरूरत थी। फिर 30 परसेंटसे अधिक का डेविएशन किस आधार पर दिया।
बीसीसीएल के वर्तमान सीएमडी समीरन दत्ता 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। एक सितंबर 2025 से कंपनी के टेक्निकल डायरेक्टर मनोज कुमार अग्रवाल सीएमडी का पदभार संभालेंगे।