नई दिल्ली : पढ़े-लिखे फैमिली से हैं तीनों ISIS आतंकी, शाहनवाज जेल से छूटा तो पिता ने डांट लगाई, आतंकी संगठन से जुड़ गया

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा अरेस्ट किये गये आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के तीन आतंकियों शाहनवाज आलफ उर्फ सफीउज्जमा, अरशद वारसी और रिजवान अब्दुल हाजी अली पढ़ा-लिखा है। तीनो की पढ़ी-लिखी फैमिली से आता है। 

नई दिल्ली : पढ़े-लिखे फैमिली से हैं तीनों ISIS आतंकी, शाहनवाज जेल से छूटा तो पिता ने डांट लगाई, आतंकी संगठन से जुड़ गया
शाहनवाज और अरशद (फाइल फोटो)। 

रांची। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा अरेस्ट किये गये आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के तीन आतंकियों शाहनवाज आलफ उर्फ सफीउज्जमा, अरशद वारसी और रिजवान अब्दुल हाजी अली पढ़ा-लिखा है। तीनो की पढ़ी-लिखी फैमिली से आता है। 

यह भी पढ़ें:Land For Job Scam: लालू फैमिली को कोर्ट से बड़ी राहत, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में मिली बेल
आतंकी शाहनवाज झारखंड के हजारीबाग, तो अरशद वारसी गढ़वा का रहना वाला है। तीनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के वांछित थे। शाहनवाज और अरशद का एजुकेशनल बैकग्राउंड काफी मजबूत है। शाहनवाज के पिता सफीक उज्जमा खान केएन इस्लामिया मिडिल स्कूल, हजारीबाग के प्रिंसपल रह चुके हैं। अरशद के पिता वारिस खान राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय, मझिआंव, गढ़वा में टीचर हैं। पुत्रों ने अपने कुकृत्य से शिक्षक पिताओं के सिर को झुका दिया है। शाहनवाज के घर पर ससरा सन्नाटा
जेल से छूटा तो पिता ने डांट लगाई, आइएस से जुड़ गया
शाहनवाज हजारीबाग जिले के पेलावल का रहने वाला है। दिल्ली में उसकी अरेस्टिंग के बाद पेलावल स्थित घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। फैमिली के सदस्य घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। उसके बारे में कोई कुछ भी बात करने को तैयार नहीं है। लगभग तीन वर्ष पहले शाहनवाज का नाम अपराध की दुनिया में आया था। हजारीबाग पुलिस ने 2020 में उसे और उसके दो साथियों को पिस्टल के साथ अरेस्ट कर जेल भेजा था। 2021 जेल से बाहर आने के बाद उसके पिता ने फटकार लगाई तो वह हजारीबाग से दिल्ली निकल गया। इसके बाद कब देश विरोधी लोगों से जुड़ गया, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। हालांकि, उसकी मां हुस्ने अंबर अपने बेटे को निर्दोष बताती हैं।
अरशद वारसी की भी फैमिली बैकग्राउंड काफी बेहतर
मां का कहना है कि शाहनवाज का तीन वर्षो से फैमिली से कोई संपर्क नहीं था। परंतु, पता था कि वह दिल्ली में रहकर कोई काम कर रहा है। अरेस्टिंग की जानकारी न्यूज चैनलों से मिली। शाहनवाज अपने घर का बड़ा बेटा है। मंझला व छोटा अभी पढ़ाई कर रहा है। इसी तरह अरशद वारसी की भी फैमिली बैकग्राउंड काफी बेहतर है। वह खुद भी पढ़ने में बचपन से काफी अच्छा था। अरशद की गिरफ्तारी के बाद उसके पिता वारिस खान काफी दुखी हैं। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा कि उनके बेटे ने कैसे गुमराह होकर आतंक की दुनिया में कदम रख दिया। उन्होंने बताया कि अरशद की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एक अफसर ने उन्हें मोबाइल फोन पर इसकी सूचना दी।साथ ही अरशद से भी बात कराया था। अरशद ने उन्हें सलाम किया, तो इसके जवाब में उनके मुंह से कुछ नहीं निकला। इस घटना को जानकर वह सदमे में हैं। वारिस खान ने बताया कि अरशद बकरीद में घर आया था और दो दिन रहकर ही दिल्ली लौट गया था।
SIS के तीनों आतंकियों को रिमांड पर लेगी रांची NIA
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हाथों गिरफ्तार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के तीनों आतंकियों को रांची एनआईए रिमांड पर लेगी। इस बाबत जल्द ही एनआइए की एक टीम दिल्ली जाएगी। एनआईए की तैयारी तीनों को रिमांड पर लेने के बाद इसी वर्ष जुलाई में झारखंड के लोहरदगा से अरेस्ट फैजान से उनके रिश्ते खंगालने की है।
धार्मिक स्थलों पर आतंक मचाने का था प्लान
दिल्ली के जैतपुर से मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा, लखनऊ से मोहम्मद रिजवान अशरफ और मुरादाबाद से गिरफ्तार मोहम्मद अरशद वारसी से सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ जारी है। पूछताछ में यह स्पष्ट हो चुका है कि आतंकियों ने आने वाले त्योहारों में धमाके की तैयारी कर रखी थी।इस बाबत उन्होंने दिल्ली, अयोध्या सहित देश के कई महत्वपूर्ण स्थलों की रेकी कर रखी थी। इनके पास से धार्मिक स्थलों से संबंधित मानचित्र आदि भी मिले हैं, जहां ये बम प्लांट करने की योजना बना रहे थे। इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक लग गई और वे पकड़े गये।
आईएस का झारखंड मॉड्यूल
शाहनवाज झारखंड के हजारीबाग के पेलावल पुलिस स्टेशन के पगमिल तथा मोहम्मद अरशद झारखंड के ही गढ़वा के राकी मोहल्ले का रहने वाला है। एनआईए इसी वर्ष मुंबई में दर्ज केस (आरसी/05/2023) मामले में अनुसंधान कर रही है। यह मामला पुणे के जंगल में बम विस्फोट का ट्रायल करने से जुड़ा है। केस के अनुसंधान में स्पष्ट हुआ है कि शाहनवाज ने माइनिंग इंजीनियरिंग से बीटेक की डिग्री ले रखी है। उसे विस्फोटकों के अलावा बम तैयार करने का बेहतर ज्ञान है। उसी के बनाए बमों से त्योहारों में धमाके होने थे। पुणे के जंगल में बम धमाके को लेकर ट्रायल भी हो चुका था। एनआइए आइएस का झारखंड माड्यूल खंगालने में जुटी है।