रिसर्च: रिलेशनशिप में ऐसे लोग दे सकते हैं धोखा

रिसर्च और डेटा ऐनालिटिक्स फर्म की मानें तो पांच में से एक व्यक्ति धोखेबाज होता है या उसे अपने पार्टनर से धोखा मिलता है। कुछ एक बार धोखा देने वाले लोग हैं और कुछ बार-बार ऐसा करने वाले, धोखा किसी भी तरह का हो लेकिन बेवफाई रिश्तों में गहरे घाव छोड़ जाती है। रिसर्च में यह भी सामने आया कि कुछ खास लक्षण वाले लोगों में धोखा देने की संभावना ज्यादा रहती है। नहीं सुधरता एक बार धोखा देने वाला शोध की मानें तो एक बार धोखा देने वाला पूरी तरह नहीं सुधर सकता। जो लोग एक बार धोखा दे चुके होते हैं उनके धोखा देने के कम से कम तीन चांसेज और होते हैं। क्योंकि पहली बार धोखा देने वाला व्यक्ति उसको जस्टिफाई करना सीख जाता है और दोबारा ऐसा करना उसके लिए और आसान होता है। कई स्टडीज यह भी बताती हैं कि धोखा देने के लिए जीन्स जिम्मेदार होते हैं। इन स्टडीज के मुताबिक धोखा देने वाले लोगों में ऑक्सीटोसिन और वैसोप्रेसिन के रिसेप्टर कम होते हैं जो सेक्स के बाद बॉन्डिंग के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसके चलते ऐसे लोग किसी के भी साथ भी बिना अटैचमेंट के सेक्स कर सकते हैं। धोखा देने में व्यक्ति की उम्र का भी रोल होता है। ऑनलाइन डेटिंग साइट के शोध की मानें तो महिलाओं की चीट करने की औसत उम्र 36.6 साल होती है। रिसर्च में यह भी बताया गया कि 30 के पड़ाव में लोगों में धोखा देने की संभावना ज्यादा होती है। सोशल, साइकॉलजिकल ऐंड पर्सनैलिटी साइंस में छपी एक स्टडी की मानें तो बहुत ज्यादा पॉर्न देखने वाले पुरुषों में धोखा देने की संभावना ज्यादा होती है। अगर किसी व्यक्ति को यह डर होता है कि उसका साथी उसे धोखा न दे दे तो उसमें भी चीट करने की संभावना ज्यादा होती है। स्टडी बताती है कि अपने पार्टनर से धोखा खाने के डर से उनमें बदला लेने की भावना आ जाती है और वह भी धोखेबाजी करने लगता है। जर्नल ऑफ सेक्स की एक स्टडी के मुताबिक जो लोग पावरफुल जॉब में होते हैं उनमें भी धोखा देने की संभावना ज्यादा होती है। पावर से इंसान में ज्यादा आत्मविश्वास आता है, जिससे उन्हें लगता है कि वे धोखा देकर निकल लेंगे।