यूपी: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के रोड एक्सीडेंट मामले की अब CBI करेगी जांच, राज्य ने केंद्र से की अनुशंसा

  • पुलिस ने BJP एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 के खिलाफ दर्ज की एफआइआर
लखनऊ: यूपी के उन्नाव गैंग रेप पीड़िता की कार की रविवार को ट्रक से हुई टक्कर मामले की जांच अब सीबीआइ करेगी. इस संबंध में यूपी गवर्नमेंट ने केंद्र सरकार को औपचारिक अनुरोध पत्र भेजा है. सीबीआइ पहले से ही गैंगरेप मामले में चार एफआइआर दर्ज कर जांच कर रही है. नाबालिग से गैंगरेप, पोक्सो एक्ट, पीड़िता के पिता की पुलिस पिटाई से हुई मौत व झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजे जाने के मामले भी शामिल हैं. सीबीआइ तीन केस में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. गैंगरेप में सीबीआइ अभी चार्जसीट दाखिल नहीं की है. सीबीआइ ने आरोपित एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर को वर्ष 2018 की 13 अप्रैल को अरेस्ट किया था. एमएलए समेत अन्य आरोपी अभी जेल में हैं. वहीं रोड एक्सीडेंट मामले में बीजेपी एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 नेम्ड और 15-20 अननोन खिलाफ रायबरेली के गुरुबख्शगंज पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गयी है. इनलोगों के खिलाफ आइपीसी की सेक्शन 302 (हत्या), 307 (जानलेवा हमला), 506 (जान से मारने की धमकी) व 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) की धाराओं में एफआइआर दर्ज हुई है. रायबरेली जेल में बंद पीड़ित किशोरी के चाचा की कंपलेन पर यह केस दर्ज की गई है. केस में बांगरमऊ (उन्नाव) से बीजेपी एमएलए कुलदीप सेंगर, उनके भाई मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह तथा एडवोकेट अवधेश सिंह को नेम्ड किया गया है. एडीजी लखनउ जोन राजीव कृष्ण ने सोमवार को मामले में अब तक की गयी कार्रवाई मीडिया के सामने साझा की. एडीजी ने बताया कि जिस ट्रक ने पीड़िता की कार में टक्कर मारी थी, उसके मालिक, चालक व क्लीनर को कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है. ट्रक व कार में आमने-सामने भिड़ंत हुई थी. एसपी उन्नाव इस बात की जांच कर रहे हैं कि सरकारी गनर पीड़िता के साथ किन परिस्थितियों में साथ नहीं गये थे.हादसे के पीछे किसी षड्यंत्र की आशंका को देखते हुए पुलिस ट्रक मालिक, चालक, क्लीनर के अलावा विधायक कुलदीप सेंगर के कई करीबियों के नंबरों की कॉल डिटेल की छानबीन भी की जा रही है. फोरेंसिक साइंस लैब की टीम भी घटनास्थल की जांच की है.इसकी रिपोर्ट आने पर कई चीजें स्पष्ट हो सकेंगी. डीएम नेहा शर्मा व एसपी सुनील कुमार सिंह ने जेल पहुंचकर रेप पीड़िता के चाचा से पूछताछ की. लखनऊ से आई फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पर मिले टायरों के निशान, गाड़ियों पर मिला पेंट आदि साक्ष्य के रूप में संकलित कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया है. पीड़िता के चाचा को नहीं मिली पेरोल रेप पीड़िता की चाची और मौसी के अंतिम संस्कार के लिए उसके चाचा को सोमवार को परोल नहीं मिल सकी. पीड़िता के वकील अजेंद्र अवस्थी के मुताबिक, जिला मैजिस्ट्रेट ने कानूनी आधार पर परोल देने में असमर्थता जता दी. दलील दी गई कि सजा के खिलाफ अपील लंबित होने पर परोल नहीं दी जा सकती है. अब परोल के लिए मंगलवार तक हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल होने की संभावना है. अवस्थी के मुताबिक, पीड़ित की चाची और मौसी के शव पोस्टमॉर्टम के बाद लखनऊ के मुर्दाघर में रखे गये हैं. तय किया गया कि अंतिम संस्कार पीड़िता के चाचा करेंगे। वह फिलहाल रायबरेली जेल में बंद है.रायबरेली जेल में बंद चाचा सड़क दुर्घटना में मृत पुष्पा सिंह के पति हैं. पीड़िता के चाचा को मारपीट के 20 साल पुराने मामले में कुछ महीने पहले सजा सुनाई गई थी. कुछ मामलों के ट्रायल जारी हैं. रोड एक्सीडेंट में जख्मी उन्नाव रेप पीड़िता लखनउ में एडमिट है. डीजीपी ओपी से हॉस्पीटल में पीड़िता से मुलाकात की. सीबीआइ टीम भी हॉस्पीटल जाकर पीड़िता से मुलाकात की. पीड़िता व उनके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है. केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर इलाजरत पीड़िता को फीमर इंजरी, चेस्ट इंजरी और सिर में भी चोटें आई हैं. पीड़िता अभी वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत गंभीर है.