शाहबाज नदीम के टीम इंडिया में शामिल होने से कोयलांचल में जश्न, DCA ने केक काटकर खुशी मनायी

धनबाद:धनबाद के बेटे शाहबाज नदीम को इंडियन टेस्ट टीम में शामिल होने पर कोयलांचल में जश्न का माहौल है. यहां के लोग फूले नहीं समा रहे हैं. कोयलांचल के लोग बहुत खुश हैं. धनबाद क्रिकेट एसोसिएशन (डीसीए) ने नदीम को टेस्ट टीम में शामिल किये जाने पर केक काटकर खुशी मनाया. नदीम के टेस्ट क्रिकेट में शामिल होने पर डीसीए के उपाध्यक्ष अवधेश सिंह ने कहा कि कोयलांचल के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहें हैं. उन्होंने कहा शाहबाज ने धनबाद की धरती से ही क्रिकेट खेलना आरंभ किया था. उनलोगों को भरोसा था कि वह एक न एक दिन उन सबों का नाम जरूर रोशन करेंगे. डीसीए के महासचिव विनय सिंह ने कहा कि धनबाद का प्लेयर इंटरनेशनल लेवल पर खेल रहा है, यह बहुत ही खुशी की बात है. नदीम के पिछले चार सालों के संघर्ष और कड़ी मेहनत का यह नतीजा है.डीसीए के संजीव राणा ने कहा कि पिछले दो सालों से टीम इंडिया में खेलने के लिए वह लगातार प्रयासरत था. आज उसके टीम में खेले जाने पर धनबाद में एक अलग तरह का माहौल है. नदीम ने धनबाद में सीखा क्रिकेट का एबीसीडी इंडियन टेस्ट टीम में सलेक्ट किये गये लेफ्ट आर्म स्पिनर शाहबाज नदीम ने क्रिकेट का एबीसीडी धनबाद से हीसीखा है. मूलत: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के निवासी रिटायर्ड डीएसपी जावेद महमूद का पुत्र शाहबाज का धनबाद से क्रिकेट का गहरा संबंध रहा है. शाहबाज ने महज 11 साल की उम्र में ही ए डिविजन का मैच खेला था. डिगवाडीह स्टेडियम में क्रिकेट का गुर सीखने वाला शाहबाज कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. शाहबाज के पिता जावेद महमूद वर्ष1996-1989 के बीच जोड़ापोखर पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर थे. इसी दौरान शाहबजान से डिगवाडीह में क्रिकेट सीखाना प्रारंभ किया था. धनबाद के तत्कालीन एसपी रित्विक रुद्रा कार्यकाल में डिगवाडीह स्टेडियम में एसपी इलेवन और टाटा जीएम इलेवन के बीच फ्रैंडली क्रिकेट मैच हुआ था. शाहबाज ने एसपी इलेवन की तरफ से खेला था. मैच में शाहबाज ने एक विकेट लेकर सबको चौंकाया क्योंकि उस समय वह सिक्स क्लास में पढता था. शाहबाज के कोच रहे इम्तियाज हुसैन उस समय टाटा में सर्विस किया करते थे. रहे इम्तियाज हुसैन ने शाहबाज की प्रतिभा को पहचानते हुए कोचिंग दी. शाहबाज ने इंडिगो क्लब की तरफ से 11 साल की उम्र में ए डिविजन खेला.धनबाद क्रिकेट में में उस समय ए डिवीजन सबसे बड़ा टूर्नामेंट हुआ करता था. इंडिगो क्लब से बी और ए डिविजन खेलने के बाद शाहबाज ने स्टार क्लब ज्वाइन किया.वह स्टार क्लब से लंबे समय तक खेला. शाहबाज जियलगोड़ा क्रिकेट एकेडमी से खेलते हैं. नबाद से खेलते हुए शाहबाज ने झारखंड टीम व टीम इंडिया में जगह बनायी है. बचपन में पेस बॉलर बनना चाहता था शाहबाज [caption id="attachment_40284" align="alignnone" width="300"] शाहबाज नदीम .[/caption] लेफ्ट आर्म स्पिनर शाहबाज नदीम शुरुआत में पेस बॉलर बनना चाहते थे.शाहबाज को कोचिंग दे चुके इम्तियाज हुसैन की माने से जब उनके पास पहली बार आने पर उसने पेस बॉलिंग का टेस्ट दिया था. शाहबाजन के पिता उन्हें कोचिंग देने के लिए लेकर आये थे. शाहबाज तब डिनोबिली डिगवाडीह में छठी क्लास में पढ़ता था. पहली बार उसने तेज बॉलिंग का ट्रायल दिया. उसकी बकौल इम्तियाज हुसैन शाहबाज की कद काठी को देखते हुए उसे स्पिन करने का सुझाव दिया. शाहबाज ने इसके बाद दो साल मे स्पिन की बारीकियां सीख ली,इतने कम समय में कम ही प्लेयर सीख पाते हैं. दो साल पहले शाहबाज मेरे पास बैटिंग की ट्रेनिंग लेने आया था.क्योंकि अभी प्लेयर के लिए बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग में दक्ष होना जरूरी हो गया है. शाहबाज नदीम की उपलब्धियां 12 अगस्त 1989 को जन्मे शाहबाज नदीम ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलने की शुरूआत की. नदीम ने दो साल की कड़ी मेहनत के बाद 13 साल की उम्र में अंडर 14 की टीम में अपनी जगह बना ली. इसके बाद वह अंडर 17, अंडर 19 और रणजी टीम में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करता रहा. झारखंड के लिए लगातार सेशन में 50 से ज्यादा विकेट हासिल किया है. तीस साल के लेफ्ट हैंड स्पिनर ने 110 फस्ट डिवीजीन मैचों में 424 विकेट लिये हैं. नदीम 19 बार वह पांच विकेट और पांच बार 10 विकेट हासिल कर चुके हैं. शाहबाज नदीम ने 106 लिस्ट ए मैचों में 145 विकेट अपने नाम किए हैं, 117 टी20 मैचों में 98 विकेट झटके हैं. नदीम ने 30 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया. नदीम को चाइनामैन कुलदीप यादव के कंधे की चोट के कारण बाहर होने से टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. शाहबाज विजय हजारे ट्रॉफी के परजेंट सेशन में झारखंड के लिए खेल रहे थे. वह कोलकाता में थे. टेस्ट टीम में शामिल होने की सूचना उन्हें रात में मिली. रात में कोलकाता से रांची विमान सेवा नहीं रहने के कारण वे कार से ही कोलकाता से रांची पहुंचे.नदीम को इससे पहले 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज के लिए वनडे टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उन्हें मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था.