बिहार:आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने राजनीति को गुड बाय किया,राजद को लगा बड़ा झटका

पटना:आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने राजनीति को बाय-बााय कर दिया है. तिवारी ने पार्टी से संबंधित कार्यों से छुट्टी लेने की बात कही है.वह राजनीतिक कार्यों को लेकर अब खुद को थका महसूस कर रहे हैं.शिवानंद तिवारी ने ये बातें मंगलवार को जारी प्रेस बयान में कही है. कहा जा रहा है कि तिवारी ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने की बात से इनकार किया है. थकान महसूस कर रहा हूं शिवानंद तिवारी ने मंगलवार को जारी बयान में कहा है कि मैं अब थकान अनुभव कर रहा हूं. शरीर से ज़्यादा मन की थकान है. संस्मरण लिखना चाहता था, लेकिन वह भी नहीं कर पा रहा हूं. इसलिए जो कर रहा हूं, उससे छुट्टी पाना चाहता हूं. उन्होंने अपने बयान में लिखा है कि संस्मरण लिखने का प्रयास करूंगा. लिख ही दूंगा, ऐसा भरोसा भी नहीं है, लेकिन प्रयास करूंगा. उनहोंने बड़े निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि राजद की ओर से जिस भूमिका का निर्वहन अब तक मैं कर रहा था, उससे छुट्टी ले रहा हूं.अपनों के बीच बाबा के नाम से मशहूर शिवानंद तिवारी को राजनीति विरासत में मिली है. वे समाजवादी नेता स्व.रामानंद तिवारी के पुत्र हैं.उन्होंने कहा है कि 1952 से मैं राजनीति को देख रहा हूं.अब समय आ गया है कि अपने अनुभव को लिख दूं. शिवानंद तिवारी की पहचान बेबाकी है. राजद नेतृत्व की कार्यशैली पर ही उन्होंने कई बार सवाल उठाया. उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को जनता के बीच जाने की सलाह दी. इसे नेतृत्व ने पसंद नहीं किया.हाल के दिनों में राजद की गतिविधियों से अलग-थलग ही चल रहे थे. बताया जाता है कि शिवांनद तिवारी खुद की उपेक्षा से काफी दुखी हैं. हालांकि वे अपना दुख खुलकर प्रकट नहीं किए हैं.उनके बयान ने उनकी पीड़ा को उजागर कर रहा है.