DGMS ने माइनिंग की डिग्री में गड़बड़ी पकड़ी, 463 को किया डिवार

धनबाद: डीजीएमएस ने माईनिंग की डिग्री लेने में भारी गड़बड़ी पकड़ी है. डीजीएमएस ने गलत सर्टिफिकेट के आधार पर माइनिंग की डिग्री व गेस्ट टेस्टिंग सर्टिफिकेट लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 463 लोगों की लिस्ट जारी है. इन लोगों को डिवार कर दिया गया है. डीजीएमएस की वेबसाइट पर डिवार किये गये लोगों की लिस्ट अपलोड कर कर दी गयी है.डीजीएमएस की लिस्ट में वर्ष 2004 से लेकर जून 2019 के बीच डिवार किये गये लोगों के नाम शामिल हैं. डीजीएमएस की जांच में मैनेजर, ओवर मैन, माइनिंग सरदार व सर्वेयर पोस्ट के लिए एग्जाम फार्म के साथ सर्टिफिकेट व अनुभव प्रमाण पत्र जमा करने वाले लोगों के सर्टिफिकेट में गलती पायी गयी है. डीजीएमएस ने वर्ष 2019 की तीन जनवरी से लेकर 10 जून के बीच हुए जांच में 91 लोगों को परीक्षा देने से डिवार किया है. किसी को एक साल तो किसी को पांच साल के लिए परीक्षा में बैठने पर रोक लगायी गयी है. डीजीएमएस डायरेक्टर जनरल की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक में कोल व मेटल सेक्टर में होने वाली माइनिंग से संबंधित सारी वैधानिक रिक्त पूर्ति के लिए परीक्षा की तिथि व आवेदन की जांच सहित अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होती है. बैठक में कोल इंडिया, बीसीसीएल, सीसीएल डीटी के अलावा सिंफर व आइएसएम के प्रमुख मौजूद रहते हैं. यह बोर्ड की परीक्षा में शामिल नहीं करने व डिवार करने का निर्णय लेती है. कागजात की जांच बोर्ड की बैठक में लगातार की जाती है. इसके बाद ही उन्हें परीक्षा में शामिल होने दिया जाता है. बोर्ड ने गड़बड़ी पाते हुए पांच साल तो किसी को लाइफ टाइम तक परीक्षा बैठने पर रोक लगा दी है. संबंधित कंपनियों को भी पूरे मामले से संबंधित जानकारी उपलब्ध करा दी गई है.