Jharkhand:लगातार हो रही बारिश से तबाही,कई इलाकों में बाढ़, कोयला राजधानी धनबाद जलमग्न

रांची:राज्य में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से राजधानी रांची समेत कई इलाका जलमग्न हो गया है. राजधानी रांची की सड़कें कीचड़ से भर गया है.रांची समेत अन्य जिलों में शुक्रवार को सुबह से शुरू हुई बारिश शनिवार की शाम तक रुर-रुक कर होती रही.राज्य की नदियां लगातार बारिश से उफान पर हैं. कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हैं.साहेबगंज में गंगा का पानी घुस गया है. मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दाब क्षेत्र से शनिवार से अगले तीन दिनों तक झारखंड के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है.तीन दिनों तक एक-दो बार हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. एक अक्टूबर को हल्की बारिश होने की संभावना है.29 सितंबर को राज्य के कई स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. 30 सितंबर को राज्य के दक्षिण-पूर्वी जिलों में कुछ स्थानों पर, जबकि एक अक्टूबर को दक्षिण-पश्चिमी व मध्य झारखंड के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की दर्जे की बारिश होगी. दामोदर नदी खतरे से निशान से उपर, पीएमसीएच में घुसा पानी, टाउन के कई इलाके जलमग्न कोयलांचल में लगातार बारिश के कारण बाढ़ सा नजारा देखने को मिल रहा है. शुक्रवार शाम से तो लगातार बारिश हो रही है. बारिश ने धनबाद टाउन व आस-पास के इलाकों में जल-जमाव के कारण हाहाकार मचा है. दामोदर और बराकर नदी उफान पर है. लगातार बारिश के कारण धनबाद स्टेशन परिसर में टै्रक पर दीवार गिर गई है. धनबाद-गया गै्रंड कोर्ड में टै्रक के नीचे मिट्टी धंस गई है. इससे ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है.कतरास, लोयाबादा, झरिया, निरसा, चिरकुंडा, सिंदरी आदि इलाकों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है.जामाडोबा वाटर बोड स्थित दामोदर नदी का जल स्तर शुक्रवार की रात से ही बढ़ रहा है. बिजली आपूर्ति ठप है.जल भंडारण प्रभावित हो गया. झरिया और आसपास के क्षेत्र में जलापूर्ति प्रभावित रही. झमाडा कर्मियों ने बताया की नदी में 454 आरएल पानी का लेयर रहना चाहिए, लेकिन शनिवार की सुबह 463 आरएल तक पानी का लेयर पहुंच गया. इंटेकवेल के सभी मोटर डूब चुके हैं. कर्मियों ने मोटर बचाने के लिए बाहर निकाल लिया है. बरमसिया में तालाब का बांध टूट जाने से बाढ़ सी स्थिति उत्पन्न हो गई है. सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है. कुसुम विहार, बेकारबांध, धैया आदि इलाके के निचले हिस्सों में घरों में जल-जमाव के कारण लोग परेशान हैं. रानीबांध का पानी ओवरफ्लो कर शिमलबेड़ा होकर बह रहा है. बेकारबांध के खटीक मुहल्ला व ग्रेवाल कॉलोनी में पानी घुस गया है.भारी बारिश से कोयला उद्योग प्रभावित हुआ है. बीसीसीएल की प्रायः सभी माइंस में प्रोडक्शन ठप है.बीसीसीएल ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है.कोल इंडिया प्रबंधन ने एहतियातन हाई अलर्ट जारी किया है. सभी कोयला कंपनियों का कंट्रोल रूम हाई अलर्ट पर है. PMCH में पानी घुसा पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (PMCH) के ओपीडी, एक्स-रे डिपार्टमेंट, इंडोर सेवा, पावर सप्लाई हाउस में पानी भर गया है. वार्ड में पानी भरने से मरीज और एटेंडेंट को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पावर सप्लाई हाउस में पानी भर गया है. इससे शार्ट सर्किट की आशंका बढ़ गई है. जालान अस्पताल और धैया मंडल तालाब के सामने बाढ़ सा नजारा है. जालान अस्पताल में भी पानी घुस गया है.जयप्रकाश नगर गली 6 और 8, धैया रोड हंस विहार कॉलोनी, सरायढेला तपोवन कॉलोनी व बलियापुर बाइपास रोड के समीप स्थित श्याम बिहारी कॉलोन में पानी भर गया है. बरटांड़ हंस विहार कॉलोनी में घरों, दुकान व क्लिनिक के अंदर पानी भर गया है. बारिश के कारण जोड़ाफाटक रोड स्थित कब्रिस्तान रोड में दीवार धंस गई है. कब्रिस्तान रोड निवासी सचदेव पाठक की टाटा सफारी और आइआइटी आइएसएम के प्रोफेसर प्रमोद पाठक की स्विफ्ट कार पर दीवार गिर गयी.एमएलए राज सिन्हा ने एसडीएम राज महेश्वरम के साथ बेकारबांध खटीक मुहल्ला, ग्रेवाल कॉलोनी,मनोरम नगर ,के.के.आई.टी.आई के बगल वाले मोहल्ले ,हरिनारायण कॉलोनी बरमसिया ,बाबूडीह -विशुनपुर ,भुईंफोड़ स्थित के.जी.आश्रम के समीप ,श्याम विहार कॉलोनी ,चाणक्या नगर सरायढेला ,तपोवन कॉलोनी ,जय प्रकाश नगर व सरायढेला के विभिन्न इलाकों का दौरा किया. राज सिन्हा घूम – घूम कर पीड़ित मोहल्ले वासियो से मिले .और आमलोगों की समस्या से रूबरू हुए. श्री सिन्हा ने डीसी से बात कर आपदा राहत कोष से शीघ्र अतिशीघ्र पीड़ित लोगो लाभ दिलाने को कहा. सूर्या हाईलैण्ड सिटी में बाढ़ जैसे हालात सूर्या हाईलैण्ड सिटी में बारिश का पानी जमा होने से बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं. सोसायटी के लगभग 400 घरों में से वर्तमान में लगभग 120 घरों में रहने वाले निवासियों को जान-माल का खतरा बढ़ गया है. वर्ष 2017 के सितम्बर महीने में इस कालोनी में बाढ़ जैसे हालात हो गये थे. कॉलोनी की हालत आज भी भयावह है. पानी जमा हुआ है. दर्जन भर घर के अन्दर बरामदे और बाथरूम में जमीन के अन्दर से पानी की तेज धारा फव्वारे के रुप में निकल रही है. सड़कों के उपर पानी का तेज बहाव है. सामने वाले कालोनी के नाले में पानी का स्तर खतरे के स्तर से ऊपर बह रहा है.लोगों का आरोप है कि कालोनी के बिल्डर सूर्या रियलकान प्राइवेट लिमिटेड के गलत प्लानिंग और टाउनशिप डेवलपमेंट के कारण ऐसा हो रहा है. जिला प्रशासन को भी विगत दिनों इसकी सूचना दी जा चुकी है. गढ़वा में बाढ़ जैसे हालात पिछले 24 घंटे से जिले में हो रही बरसात से जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात बने हैं. कांडी प्रखंड क्षेत्र का अधौरा गांव में खेत, स्कूल, अस्पताल और घर में पानी घुस गया है. चतरा में सौ गांव का संपर्क टूटा पिछले पांच दिनों हो रही बारिश ने चतरा में खूब तबाही मचाई है. जिले के छोटे-बड़े करीब दर्जन पुल और पुलिया धाराशायी हो गये हैं. कई कच्ची एवं पक्की सड़कों को पानी ने खंडहर दिया है. कुछ नदियों पर पुल का निर्माण नहीं होने के कारण सौ से अधिक गांव टापू बन गए हैं. इन गांवों का संपर्क जिला एवं प्रखंड मुख्यालयों से पूरी तरह से कट गया है. हजारीबाग बेहाल हजारीबाग में लगातार बारिश से पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो गया है. कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है. पलामू में जनजीवन प्रभावित पलामू जिला में 15 घंटे से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है. हुसैनाबाद हैदरनगर व मोहम्मदगंज के दर्जनों गांव में पानी घुस गया.सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई. सोन व कोयल नदी के तटवर्तीय गांव में फसल को नुकसान हुआ है. लगातार हो रही वर्षा से सोन व कोयल नदी भी उफान पर है. इससे नदी के तटवर्तीय गांव में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है. देवघर में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण बाबा नगरी देवघर में आमजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण लोग घर से निकल नहीं पा रहे हैं. गिरिडीह में पुल डैमेज जिले के राजधनवार ब्लॉक स्थित पहाड़पुर पुलिस डैमेज हो गया है. इससे दर्जनों गांव के लोगों को लंबी दूरी तय कर राजधनवार जाना होगा. गिरिडीह में भारी बारिश से पुल व सड़कें धंसी, आवागमन बाधित है. बराकर एवं उसरी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. राजधनवार का पहाड़पुर पल धंसने से दर्जनों गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. बिहार होकर चलने वाली कई ट्रेनों के मार्ग बदले, गंगा-दामोदर कैंसिल भारी बारिश के कारण पटना जंक्शन पर पानी भर गया है. इस कारण पटना होकर चलने वाली कई ट्रेनों को कैंसिल व डायवर्ट कर दिया गया. हावड़ा-पटना मेन लाइन की कई ट्रेनें धनबाद होकर चलाई गईं.पटना से धनबाद के बीच चलने वाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस शनिवार को कैंसिल होने के कारण रविवारकी सुबह धनबाद नहीं आएयेगी. हावड़ा से जसीडीह-पटना मेन लाइन की कई ट्रेनें धनबाद होकर चलाई गईं. धनबाद होकर चलीं ट्रेनें 11106 झांसी-कोलकाता प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस 13134वाराणसी-सियालदह एक्सप्रेस 13049 हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस 13050 अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस 12369 हावड़ा-हरिद्वार एक्सप्रेस 12370 हरिद्वार-हावड़ा एक्सप्रेस 12303 हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस पटना के बजाय आसनसोल-पांसकुड़ा होकर रवाना हुई.शनिवार को धनबाद से पटना गई इंटरसिटी एक्सप्रेस बीच रास्ते से ही लौट गई. हटिया से पटना गई पाटलिपुत्र एक्सप्रेस मोकामा तक गई और वहीं से लौटी.