बिहार:नीतीश कैबिनेट में आठ नये मिनिस्टर, BJP-LJP को नहीं मिली जगह, सीएम व सुशील ने एनडीए की एकजुटता दुहरायी

पटना: बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार कर आठ नये मिनिस्टर को शामिल किया है. राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन में मंत्रियों को पद व गोपीनीयता की शपथ दिलायी. सभी मिनिस्टर जेडीयू के हैं. कैबिनेट विस्तार में बीजेपी व एलजेपी को जगह नहीं मिली है. नीतीश के बिहार में एनडीए के साथ गठबंधन में शामिल होने के 23 महीने बाद मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार हुआ है. बीजेपी के कोटे के मिनिस्टर के एक पोस्ट खाली है. शपथ लेने वाले सभी मंत्रियों को मंत्रालय भी आवंटित कर दिए गये हैं. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए में कहीं कोई दरार नहीं है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीजेपी से बातचीत हो चुकी थी. बीजेपी ने तय किया कि उनके कोटे का मंत्रिमंडल विस्तार आगे किया जायेगा. मंत्रिमंडल विस्तार की जरूरत इसलिए थी कि विधानमंडल का सत्र आने वाला है. सत्र के दौरान कम मंत्री रहने के करण मुश्किल होती. मंत्रियों के अधिकांश पद जेडीयू कोटे के ही थे. इसलिए आठ मंत्री बनाए गये. बीजेपी से कोई मतभेद नहीं, एनडीए में सब कुछ ठीक है. डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि सीएम ने खाली मंत्री पद भरने के लिए बीजेपी को ऑफर दिया था. पार्टी नेतृत्व ने फिलहाल इसे टाल दिया है लेकिन हम इस पर बाद में फैसला लेंगे. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कोई विवाद नहीं है. कैबिनेट विस्तार में शपथ लेने वाले मिनिस्टर अशोक चौधरी, भवन निर्माण विभाग रामसेवक सिंह, समाज कल्याण विभाग नरेंद्र नारायण यादव, विधि विभाग संजय झा, जल संसाधन विभाग श्याम रजक, उद्योग विभाग बीमा भारती, गन्ना विकास विभाग नीरज कुमार, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग लक्ष्मेश्वर राय, आपदा प्रबंधन विभाग नीतीश मंत्रिमंडल के तीन मिनिस्टर बने गये थे एमपी जेडीयू कोटे के तीन और एलजेपी के कोटे से एक मंत्री का पद खाली हुआ था. नीतीश के तीन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, दिनेश चंद्र यादव और पशुपति कुमार पारस एमपी बन गये हैंमुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में जेल जाने के बाद मंजू वर्मा मिनिस्टरी से रिजाइन कर दी थी.