West Bengal: बांकुड़ा में दो मालगाड़ी टकराई, 12 डिब्बे बेपटरी

पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के ओंडा रेलवे स्टेशन पर सुबह लगभग चार से पांच बजे के बीच दो मालगाड़ी की टक्कर हो गयी। हुआ। एक्सीडेंट के बाद मालगाड़ी का इंजन डिब्बों पर चढ़ गया। इस टक्कर के बाद 12 डिब्बे पटरी से उतर गये।

West Bengal: बांकुड़ा में दो मालगाड़ी टकराई, 12 डिब्बे बेपटरी
दो मालगाड़ी की टक्कर।

बांकुड़ा। पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के ओंडा रेलवे स्टेशन पर सुबह लगभग चार से पांच बजे के बीच दो मालगाड़ी की टक्कर हो गयी। हुआ। एक्सीडेंट के बाद मालगाड़ी का इंजन डिब्बों पर चढ़ गया। इस टक्कर के बाद 12 डिब्बे पटरी से उतर गये।

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न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, टक्कर की जोरदार आवाज से ओंडा रेलवे स्टेशन के आसपास के लोगों की नींद खुली। लोग मौके पर पहुंचे। उन लोगों ने ही मालगाड़ी के लोको पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाला। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पीछे से आ रही मालगाड़ी का इंजन दूसरी मालगाड़ी के डिब्बों पर चढ़ गया।
तीन घंटे तक आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही बंद
रेलवे सोर्सेज ने बताया कि एक लोको पायलट को हल्की चोट आई है। हादसे के कारण बिजली का ओवरहेड तार टूट जाने की वजह से आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही लगभग तीन घंटे तक प्रभावित रही।
मालगाड़ी ने दूसरी ट्रेन को पीछे से मारी टक्कर
मौके पर पहुंचे दक्षिण पूर्व रेलवे के डिवीजनल सेफ्टी ऑफिसर दिवाकर माझी ने पत्रकारों को बताया कि ओंडा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। पीछे से आने वाली दूसरी मालगाड़ी ने उसमें टक्कर मार दी। आखिर यह हादसा कैसे हुआ, यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। शायद सिग्नल की गड़बड़ी रही होगी।हादसे के बाद मालगाड़ी का एक इंजन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
ट्रेन का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ा गया
ओंडा स्टेशन के लूप लाइन पर बांकुड़ा से विष्णुपुर की ओर जाने वाले एक मालगाड़ी खड़ी थी। इसी रूट पर पीछे से आने वाली दूसरी मालगाड़ी ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पीछे वाली ट्रेन का इंजन पहले वाली मालगाड़ी पर चढ़ गया। एक्सीडेंट में एक दर्जन से ज्यादा डब्बों को भी नुकसान हुआ है। हादसे के बाद रेलवे की क्विक रिस्पॉन्स टीम ने मौके पर पहुंच कर ट्रैक को ठीक करने का काम शुरू कर दिया।हादसे के बाद रेलवे की क्विक रिस्पॉन्स टीम ने मौके पर पहुंच कर ट्रैक को ठीक करने का काम शुरू कर दिया। एक्सीडेंट में एक दर्जन से ज्यादा डब्बों को भी नुकसान हुआ है। ओंडा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म के कुछ हिस्सा भी हादसे के दौरान टूट गया।

11 ट्रेनें रद्द की गयी
दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि एक मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी। दूसरी ट्रेन को सिग्नल पर रुकना था, लेकिन वह लाल सिग्नल से आगे निकल गई, जिससे हादसा हुआ। मरम्मत का काम सुबह लगभग 7.30 बजे पूरा हो गया। हादसे के बाद पहली ट्रेन सुबह लगभग 8.30 बजे इस रूट पर चली। अब तक 11 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। हादसे के कारण बिजली का ओवरहेड तार टूट गया। कुछ घंटों के लिए आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई। दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO के मुताबिक, रूट पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है।
दो जून को बालासोर में हुइ थी 292 लोगों की मौत
ओडिशा के बालासोर में भी सिग्नल की गड़बड़ी से ही दो जून को तीन ट्रेनों में टक्कर हुई थी। इस हादसे मे अब तक 292 लोगों की मौत हो चुकी है। एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। कई लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।
ओडिशा ट्रेन हादसे जैसा ही ओंडा एक्सीडेंट का पैटर्न
ओंडा स्टेश के पास मालगाड़ी की टक्कर दो जून को कोरोमंडल हादसे की तर्ज पर ही हुआ है। उसमें भी कोरोमंडल ने लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी को तेज गति से टक्कर मारी थी। इसे वजह से कोरोमंडल का इंजन और कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गये थे।