West Bengal Raju Jha murder case : जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह से पुलिस ने की पूछताछ, अब्दुल लतीफ को SIT ने किया तलब

पश्चिम बंगाल के कोल बिजनसमैन राजू झा मर्डर केस में पुलिस ने झारखंड के जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह से पूछताछ किया है। मामले की जांच कर रही एसआइटी ने अब्दुल लतीफ समेत आठ लोगों को तलब किया है। सभी को समन भेजा गया है। 

West Bengal Raju Jha murder case : जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह से पुलिस ने की पूछताछ, अब्दुल लतीफ को SIT ने किया तलब

आसनसोल। पश्चिम बंगाल के कोल बिजनसमैन राजू झा मर्डर केस में पुलिस ने झारखंड के जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह से पूछताछ किया है। मामले की जांच कर रही एसआइटी ने अब्दुल लतीफ समेत आठ लोगों को तलब किया है। सभी को समन भेजा गया है। 

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इससे पहले अब्दुल लतीफ ने बीमारी का हवाला देकर सीबीआई-ईडी के समक्ष उपस्थित होने से परहेज किया था। एसआइटी का समन लतीफ के घर पहुंच गया है।पुलिस सोर्सेज के अनुसार एसआइटी ने राजू झा मर्डर केस में अब्दुल लतीफ के साथ-साथ दुर्गापुर निवासी लोकेश सिंह, रितेश सिंह, सायन व झारखंड के दो कोल बिजनसमैन व उत्तर प्रदेश के तीन लोगों को भी तलब किया गया है। एसआईटी जांच के में बेहतर 'लीड' हासिल करने के लिए गैंगस्टरों,माफियाओं से पूछताछ करना चाहती है। 
पुलिस का कहना है कि पूछताछ के लिए विभिन्न लोगों को 160 सीआरपीसी के तहत समन देकर बुलाया जा रहा है। पुलिस को संदेह है कि राजू झा की मर्डर में दूसरे स्टेट के माफिया गैंग शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि इस पूरे मामले को किसी जेल में बैठकर कंट्रोल किया है। पुलिस को इस मामले में प्रिंस खान पर भी संदेह हैं। यह प्रिंस खान डुमकर के बासुकीनाथ क्षेत्र का रहनेवाला है।  एसआईटी समन भेजकर प्रिंस खान से पूछताछ कर राजू झा मर्डर केस कोई 'लीड' हासिल करना चाहती है। सोर्सेज के अनुसार प्रिंस खान कभी राजू झा के करीबी रहा था। अनबन  के चलतेदोनों का रिश्ता खत्म हो गया था। अब एसआईटी राजू झा की मर्डर को लेकर ही प्रिंस खान से पूछताछ करना चाहती है।
राजू के करीबियों से भी पूछताछ 
पूर्व बर्दवान जिला पुलिस ने राजू झा के करीबी कोल कारोबियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस वैसे लोगों से पूछताछ कर रही है जिनका हाल ही में राजू झा के साथ खराब संबंध रहे हैं। ऐसेही एक कारोबारी प्रिंस सिंह से पूछताछ की गयी है। पुलिस पूछताछ के लिए ऐसे एक सौ लोगों की लिस्ट बनायी है। इनमें कई लोग अब कोलकाता में हैं। कई लोग साउथ इंडिया में हैं।  
'गैंग्स ऑफ वासेपुर’ भी संदेह के दायरे में
राजू झा मर्डर केस में बंगाल पुलिस को 'गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से भी लिंक मिला है। पुलिस इस मामले में गैंग्स ऑफ वासेपुर के गैंगस्टरों को भी जांच के दायरे में रखी हुई है। मामले में बंगाल पुलिस की ओर से झारखंड पुलिस से मदद मांगी गयी है। पश्चिम बंगाल पुलिस कोल बिजनसमैन राजू झा मर्डर मामले में अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। मर्डर के 12 दिन बीत जाने के बाद भी एसआइटी घटना के कारण का पता नहीं लगा सकी है। पुलिस मर्डर में शामिल आरोपियों व षडयंत्रकारियों तक भी नहीं पहुंच सकी है। पश्चिम बंगाल के 12 पुलिस अफसरों की एसआइटी राजू झा मर्डर मामले को लेकर अब तक झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत अन्य स्टेट के जेल में बंद कई गैंगस्टर से पूछताछ की है। गैंगस्टरों से पूछताछ में जानकारी जुटा एसआइटी इस मर्डर केस की गुत्गुथी सुलझाने की कोशिश में लगी है। पुलिस को आशंका है कि कोल बिजनसमैन राजू झा की मर्डर के पीछे उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह भी हो सकता है। इस गैंग द्वारा सुपारी किलरों से राजू झा की मर्डर कराये जाने की आशंका जतायी जा रही है। 
पश्चिम बंगाल पुलिस को अमन सिंह गैंग पर संदेह
पूर्व बर्दवान जिला पुलिस की टीम झारखंड के हजारीबाग जेल में बंद की एक जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह के संबंध में जेलर से सी पूछताछ किये जाने की बात है। बंगाल पुलिस पिछले दो दिनों में झारखंड के हजारीबाग व रांची और बिहार के पटना सेंट्रल जेल में बंद कई गैंगस्टरों से राजू झा मर्डर केस में जानकारी ली है। बंगाल पुलिस को अंदेशा है कि अमन सिंह गैंग ने राजू झा के मर्डर की जिम्मेदारी लिया था। हजारीबाग जेल के अंदर से ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए बिहार या झारखंड के कई जगहों से शार्प शूटरों को लगाया गया था। घटना के चश्मदीदों के बयानों के अनुसार बनाये गये स्कैच को SIT द्वारा झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जेलों में भेजा गया है, ताकि यह जानकारी मिल सके कि ये कितने समय से जेल में बंद रहे हैं। किस अपराध में आरोपित हैं, कब वे बाहर हुए हैं। 
मवेशी तस्कर अब्दुल लतीफ की थी फॉर्च्यूनर  
पुलिस सोर्सेज का कहना है कि राजू झा बीरभूम जिले के पशु तस्करी से भी जुड़े थे।अजकल वह पशु तस्कर अब्दुल लतीफ के कारोबार को देख रहे थे। मर्डर के दौरान फरार अब्दुल लतीफ भी राजू झा के साथ  फॉर्च्यूनर  में था। राजू के इलम बाजार मवेशी हाट के सर्वेसर्वा' अब्दुल लतीफ से घनिष्ठ संबंध थे।सोर्सेज का कहना है कि राजू झा बीरभूम में लतीफ का बिजनेस बिना इनामुल के मैनेज कर रहे थे। वह गायों और कोयलेके साथ-साथ लतीफ का व्यवसायों की भी देखभाल कर रहे थे। राजू झा ने इस कारोबार में भारी निवेश किया था। राजू को जिस फॉर्च्यूनर में गोली मारकर मर्डर की गयी वह अब्दुल लतीफ का ही है। इलाम बाजार का अब्दुल लतीफ गौ तस्करी के सरगना इनामुल का करीबी था। लतीफ को सीबीआई ने भी तलब किया था, लेकिन अब्दुल लतीफ सीबीआई से बचने के लिए बांग्लादेश भाग गया था।
कोल माफिया से भाजपा नेता बनने तक राजू झा की कहानी
बिहार के मूल निवासी राजू झा 1980 और 90 के दशक मे एक ट्रक ड्राइवर था। दरभंगा से राजू के पिता रानीगंज आकर बसे थे। उनका परिवार रानीगंज कलोनी नंबर 6 और सात में एनएच- दो पर रहता था। राजू ने 9 वीं क्लास तक की पढ़ाई की थी। वह कोयले के ट्रक ड्राइवर होने के कारण बहुत ही कम उम्र मे कोयले के धंधे की एबीसीडी पूरी तरह जान गया था। देखते ही देखते वह कोयले के अवैध धंदे का बेताज बादशाह बन गया। हालांकि शुरू में वह बंगाल की सत्ताधारी पार्टी सीपीएम का समर्थन करता था। बाद मे जब तृणमूल की सरकार बनी तो वह टीएमसी का समर्थन करने लगा। फिर 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव के समय वह खुलकर बीजेपी में शामिल हुआ। राजू एक एक्टिव नेता के रूप मे उभरने लगा। उसपर बांकूड़ा मे कोयला तस्करी मामले मे हुई केस मे उसे जेल की हवा खानी पड़ी, हाल के समय में वह होटल बिजनस पर ज्यादा ध्यान दे रहा था। राजनीति में उसकी दिलचस्पी घट गई थी।
फ्लैश बैक
पश्चिम बंगाल पूर्व बर्दवान जिले के शक्तिगढ़ पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत आमडा स्थित लेगचा हाट के पास दो नंबर हाईवे किनारे एक अप्रैल शनिवार की रात लगभग आठ बजे सफेद रंग के फॉर्च्यूनर में बैठे कोल माफिया राजू झा की नीले रंग की बलेनो कार से आये क्रिमिनलों ने गोली मारकर मर्डर दी थी। इस घटना में राजू झा के साथी ब्रतिन बंद्योपाध्याय को भी गोली लगी है। ब्रथिन को इलाज के लिए बर्द्धमान के अनामय हॉस्पिटल एडमिट करवाया गया है। जिस फॉर्च्यूनर में राजू झा की मौत हुई वह मवेशी तस्कर अब्दुल लतीफ की थी। फॉर्च्यूनर में राजू झा व ब्रतिन बंद्योपाध्याय के साथ अब्दुल लतीफ भी था। हलांकि घटना के बाद वह मौके से निकल गया।  फॉर्च्यूनर के ड्राइवर नूर आलम हुसैन ने भी पुलिस को बताया कि राजू झा, अब्दुल लतीफ और ब्रतिन बंद्योपाध्याय को लेकर अब्दुल लतीफ की फॉर्च्यूनर से दुर्गापुर से कोलकाता के लिए निकले थे। राजू झा मर्डर केस की जांच कर रही एसआईटी ने सीसीटीवी फुटेज में जानवर तस्करी के आरोपी अब्दुल लतीफ को स्पॉट किया। एक सीसीटीवी फुटेज के वीडियो में दो क्रिमिनल नीली कार से उतरकर फॉर्च्यूनर में बैठे राजू झा पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए नजरआये हैं। भागते समय क्रिमिनलों ने राजू  मौत सुनिश्चित करनेके लिए उसके सीने में दो और राउंड फायर किये। पूरे ऑपरेशन को मात्र 30 सेकंड सेभी कम समय में अंजाम दिया गया था।
ED ने भी बुलाया था राजू झा को 
ED ने भी एक मामले में राजू झा को बुलाया था। ED के सामने हाजिर होने के पहले ही राजू झा की मर्डर कर दी गई। कहीं ऐसा तो नही की राजू को कोयला तस्करी मामले मे ईडी ने बुलाया था, राजू ईडी के सामने कोई ऐसा राज खोल सकता था जिस राज से किसी का पर्दाफाश हो सकता था। यह अब भी एक अनसुलझी गुत्थी है, जिसको सुलझाने की कोशिश चल रही है। मर्डर में प्रयुक्त नीले रंग की कार को पुलिस ने रविवार को लावारिस अवस्था में शक्तिगढ़ दो नंबर हाईवे स्थित रेलवे स्टेशन के किनारे से बरामद किया है। पुलिस ने जब कार की नंबर प्लेट की जांच की तो वह नंबर प्लेट फर्जी पाया गया है। कार मेंअन्य कई नंबर प्लेट भी मिले हैं। कार से पुलिस को शराब की कई बोतलें मिली है। आशंका है कि मर्डर के बाद क्रिमिनलों ने कार को रोड के किनारे खड़ी कर ट्रेन पकड़ कर फरार हो गये।
ईडी ने मवेशी तस्करी के आरोपी अब्दुल लतीफ को भेजा नोटिस
कोयला माफिया राजू झा मर्डर केस की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में गौ-तस्करी के आरोपी अब्दुल लतीफ को देखा गया है। फॉर्च्यूनर में राजू झा के साथ ब्रथिन व अब्दुल लतीफ भी था। जख्मी ब्रथिन का इलाज चल रहा है। वहीं अब्दुल लतीफ फरार हो गया है। फोटो वायरल होनेके बाद ईडी ने जानवार तस्करी केआरोपी को नोटिस जारी किया  है।अब्दुल लतीफ को पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस दिल्ली बुलाया गया है।