Delhi LG Vinay Kumar Saxena: विनय कुमार सक्सेना बने दिल्ली के नये उपराज्यपाल

सेंट्रल गवर्नमेंट ने विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली को नया उपराज्यपाल ( एलजी)  बनाया गया है। सक्शेना अभी राष्ट्रीय खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष हैं। इससे पहले अनिल बैजल यहां के एलजी थे। सेंट्रल गवर्नमेंट ने अनिल बैजल के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। 

Delhi LG Vinay Kumar Saxena: विनय कुमार सक्सेना बने दिल्ली के नये उपराज्यपाल

नई दिल्ली। सेंट्रल गवर्नमेंट ने विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली को नया उपराज्यपाल ( एलजी)  बनाया गया है। सक्शेना अभी राष्ट्रीय खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष हैं। इससे पहले अनिल बैजल यहां के एलजी थे। सेंट्रल गवर्नमेंट ने अनिल बैजल के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। 

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प्रसिडेंट राम नाथ कोविन्द के विदेश यात्रा के कारण दिल्ली के नये एलजी के नाम में देरी हुई थी। राष्ट्रपति रविवार को अपने विदेश दौरे से वापस आये और सोमवार को एलजी का नाम सामने आ गया। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल या उपराज्यपाल की नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति के हाथ से उनकी सील के साथ परिपत्र भेजा जाता है। इसीलिए प्रकिया में समय लगता है।
राजनिवास सूत्रों के अनुसार सुरक्षा कारणों से शपथ ग्रहण समारोह उपराज्यपाल निवास में चारों तरफ से पूरी तरह बंद पंडाल में होगा। आमंत्रित अतिथियों में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के सभी सहयोगी, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य सचिव, दिल्ली के सभी सांसद और राज्यसभा सदस्यों सहित प्रमुख नौकरशाह भी मौजूद रहेंगे।
जानें  विनय कुमार सक्सेना को
अनिल बैजल ने 18 मई को दिल्ली के उपराज्यपाल के पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति के विदेश दौरे पर होने के कारण नए उपराज्यपाल की घोषणा नहीं हो पाई थी। उपराज्यपाल से पहले विनय कुमार सक्सेना भारत में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के अध्यक्ष थे। 23 मार्च 1958 को जन्मे विनय कुमार सक्सेना कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं। सक्सेना ने जेके ग्रुप के साथ धोलर पोर्ट प्रोजेक्ट के निदेशक का महत्वपूर्ण पद भी संभाला है। सक्सेना प्रशंसित एनजीओ-एनसीसीएल (नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज) के संस्थापक-अध्यक्ष भी हैं।

अनिल बैजल ने दिया था इस्तीफा

अनिल बैजल दिसंबर 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल बने थे। इनसे पहले भी उपराज्यपाल रहे नजीब जंग ने भी उपराज्यपाल के पद से अचानक इस्तीफा सौंपा था। नजीब जंग के अचानक इस्तीफे के बाद अनिल बैजल को उपराज्यपाल बनाया गया था। उन्होंने 31 दिसंबर, 2016 को अपना कार्यभार संभाला था। 30 दिसंबर 2016 को उनका पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया था। तभी से उनके इस्तीफे की चर्चा तेज हो गई थी। 18 मई 2022 को उन्होंने अचानक इस्तीफा दे दिया।नजीब जंग ने दिंसबर 2016 में प्रधानमंत्री से आग्रह किया था कि वह पद से मुक्त होना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने दूसरे इस्तीफा देने की घोषणा कर दी थी। इस्तीफा देने के बाद वह पीएम मोदी से भी मिले थे। नजीब जंग जुलाई 2013 से दिसंबर 2016 तक दिल्ली के उपराज्यपाल रहे थे।