उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में विदाई के बाद भी ससुराल नहीं पहुंची दुल्हन, दूल्हे के साथ रोड पर बितानी पड़ी रात

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शादी में सात फेरे लेने के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को विदाई करा घर नहीं पहुंच सका। दोनों को रोड पर राक बितानी पड़ी। यह मामला गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है।

उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में विदाई के बाद भी ससुराल नहीं पहुंची दुल्हन, दूल्हे के साथ रोड पर बितानी पड़ी रात

पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शादी में सात फेरे लेने के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को विदाई करा घर नहीं पहुंच सका। दोनों को रोड पर राक बितानी पड़ी। यह मामला गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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पिथौरागढ़ जिले में जौलजीबी-मुनस्यारी रोड की बदहाली के कारण दुल्हन को विवाह के बाद पीहर से विदा होकर ससुराल के घर की बजाय पूरी रात खुले आसमान के नीचे बिताने पड़ी। ट्रक फंसने से यह रोड बंद हो गई थी। बारात की गाड़ी दूल्हे केघर से लगभग18 किमी दूर फंस गये। लगभग सात घंटे तक बारात यहां फंसी रही। अंतत:, कुछ बारातियों ने ही ट्रक को धक्का देकर रोड के किनारे किया। इसके बाद बारात आगे बढ़ी।अगले दिन तड़के दुल्हन ससुराल पहुंची।
चीन सीमा पर बसे मुनस्यारी एरिया में आवाजाही के लिए दो ही मार्ग हैं। इनमें से ही एक जौलजीबी-मुनस्यारी रोड है। मौजूदा समय में यह बदहाल हो चुकी है। मदकोट से आगे की रोड कच्ची है तो कहीं बड़े-बड़े गड्ढे हैं। ऐसे में यहां आये दिन लोगों को जूझना पड़ रहा है। क्षेत्र के कवींद्र की बारात 22 नवंबर को कनालीछीना गई थी। बारात में 200 से अधिक लोग शामिल थे। विवाह संपन्न होनेके बाद वापसी के दौरान कैठी बैंड पर एक ट्रक गड्ढों के कारण रोड के बीचोंबीच फंस गया।  इस कारण बारात में शामिल गाड़ी भी यहां फंस गये। रात भर सड़क खुलने के इंतजार में दूल्हा-दुल्हन सहित अन्य बाराती वाहनों में ही बैठे रहे। ट्रक हटाने की जब किसी भी लेवल से कोई पहल नहीं हुई तो कुछ बारातियों ने ही 23 नवंबर को तड़के लगभग तीन बजे ट्रक को धक्का देकर रोड के किनारे किया। इसके बाद बारात आगे बढ़ सकी
एक दिन की बारात, रोड के कारण दो दिनी हुई
ट्रक फंसने से बंद रोड में फंसी बारात के अगले दिन घर पहुंचने पर लोगों का कहना था कि विवाह कार्यक्रम तो एक दिन का था, लेकिन रोड की बदहाली ने इसे दो दिन का बना दिया।