BCCL पर MDO का दबाव नहीं चलेगा! CMD मनोज अग्रवाल का एलान— परेशानी होगी, लेकिन कड़े फैसले तय
BCCL पर MDO से जुड़े ठेकेदारों और असामाजिक तत्वों के बढ़ते दबाव पर CMD मनोज अग्रवाल ने सख्त रुख अपनाया है। CISF–BCCL कोयला कार्यशाला 2025 में बोले— परेशानी होगी, लेकिन कड़े फैसले लिए जाएंगे।
- MDO से जुड़े ठेकेदारों व असामाजिक तत्वों पर सख्त रुख
- कोयला चोरी, अवैध खनन और निगरानी प्रणाली पर जोर
- विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में BCCL की अहम भूमिका
धनबाद। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) पर MDO (माइंस डेवलपर एंड ऑपरेटर) से जुड़े ठेकेदारों और असामाजिक तत्वों के बढ़ते दबाव को लेकर कंपनी प्रबंधन अब आर–पार के मूड में है। BCCL के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (CMD) मनोज कुमार अग्रवाल ने साफ शब्दों में कहा कि चाहे जितनी परेशानियां आएं, लेकिन कंपनी और कर्मचारियों के भविष्य के लिए कड़े निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेंगे।
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CMD मनोज अग्रवाल ने यह बातें BCCL और CISF BCCL यूनिट धनबाद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय ‘कोयला कार्यशाला 2025’ के उद्घाटन सत्र में कहीं। यह कार्यशाला 15 और 16 दिसंबर 2025 को कोयला भवन मुख्यालय, धनबाद में आयोजित की जा रही है।
कोयला चोरी और अवैध खनन पर CISF से सख्ती की अपील
CMD ने कहा कि BCCL की अधिकांश कोलियरियां काफी पुरानी हैं और समय के साथ उनमें कई तरह की चुनौतियां पैदा हो गई हैं।“पुरानी चीजें बीमार पड़ जाती हैं और उन्हें ठीक करने के लिए विशेषज्ञों की जरूरत होती है। CISF कोयला चोरी और अवैध खनन रोकने में ऐसे ही विशेषज्ञ की भूमिका निभा सकता है,”उन्होंने कहा।
15 लाख लोगों की आजीविका BCCL से जुड़ी
CMD ने बताया कि धनबाद जिले की लगभग 15 लाख आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से BCCL से जुड़ी हुई है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि MDO से जुड़े कुछ ठेकेदार, नेता और असामाजिक तत्व कंपनी पर हावी होने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
RFID, CCTV के बावजूद चोरी गंभीर चिंता
CMD ने बताया कि सुरक्षा के लिए BCCL में RFID, एक्सेस कंट्रोल सिस्टम और CCTV कैमरे लगाए गए हैं। इसके बावजूद अगर माइंस क्षेत्र से ट्रकों द्वारा कोयला चोरी हो रही है, तो यह बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि तकनीक का उद्देश्य मानव हस्तक्षेप को कम करना है और प्रवेश-निकासी बिंदुओं को नियंत्रित कर चोरी पर प्रभावी लगाम लगाई जा सकती है।
विकसित भारत 2047 के लिए BCCL की मजबूती जरूरी
CMD ने कहा कि 2047 के विकसित भारत के सपने को साकार करने में BCCL की भूमिका अहम है। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि धनबाद की पहचान BCCL से है, हजारों लोगों की रोजी-रोटी इससे चलती है, फिर भी दोष हमेशा BCCL पर ही मढ़ दिया जाता है। समाज को इस पर आत्ममंथन करने की जरूरत है।
कोयला कार्यशाला 2025 में देशभर के विशेषज्ञ शामिल
कार्यशाला में स्थिरता, सुरक्षा, वैधानिक अनुपालन, आधुनिक तकनीक, भ्रष्टाचार निवारण, उन्नत निगरानी प्रणाली, आपदा प्रबंधन और निजी क्षेत्र के दृष्टिकोण पर चर्चा हो रही है।
इस अवसर पर एडीजी CISF सुधीर कुमार (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से), आईजी दीपक कुमार वर्मा, डीआईजी जे.के. तिवारी, डीआईजी आराधना, निदेशक (HR) मुरली कृष्ण रमैय्या, डीटी (ऑपरेशन) संजय कुमार सिंह, डीटी (P&P) नालद्री रॉय, CVO अमन राज सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।






