तमिलनाडु: 1987 बैच के आईपीएस अफसर सी. सिलेंद्र बाबू बने स्टेट के DGP

तमिलनाडु गवर्नमेंट ने 1987 बैच के आईपीएस अफसर सी. सिलेंद्र बाबू को स्टेट का नया डीजीपी एप्वाइंट किया है। यूपीएससी ने सोमवार को सी. सिलेंद्र बाबू, करण सिंघा (1987 बैच) और संजीव अरोड़ा (1988 बैच) के नामों को शॉर्टलिस्ट कर स्टेट को भेजा था। 

तमिलनाडु: 1987 बैच के आईपीएस अफसर सी. सिलेंद्र बाबू बने स्टेट के DGP
सी. सिलेंद्र बाबू(फाइल फोटो)।
  • 32 दिन में साइकिल से तय किया था कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर

चेन्नै। तमिलनाडु गवर्नमेंट ने 1987 बैच के आईपीएस अफसर सी. सिलेंद्र बाबू को स्टेट का नया डीजीपी एप्वाइंट किया है। यूपीएससी ने सोमवार को सी. सिलेंद्र बाबू, करण सिंघा (1987 बैच) और संजीव अरोड़ा (1988 बैच) के नामों को शॉर्टलिस्ट कर स्टेट को भेजा था। 
सीएम एम.के. स्टालिन ने सी. सिलेंद्र बाबू को डीजीपी एप्वाइंट कर दिया। वर्तमान डीजीपी जेके त्रिपाठी 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। सिलेंद्र बाबू एक जुलाई से डीजीपी का चार्ज लेंगे। सिलेंद्र बाबू इससे पहले जीआरपी के डीजी के थे। वह तमिलनाडु फायर और रेस्क्यू सर्विस के डायरेक्टर भी रह चुके हैं।

तेजतर्रार पुलिस अफसर के साथ ऐथलीट हैं सिलेंद्र बाबू
सीनियर आईपीएस सिलेंद्र बाबू की छवि पुलिस करियर के अलावा एक शानदार ऐथलीट और साइकलिस्ट की भी है। वह खी इंटरनेशनल इवेंट्स में इंडियन नेशनल ऐथलेटिक्स टीम के मैनेजर रह चुके हैं। वह वर्ष 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में भारतीय ऐथलेटिक्स दल के मुख्य ऑब्जर्वर थे। बाबू थ्रोबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं। उन्होंने 10 किमी के कई मैराथन में हिस्सा लिया है।

32 दिन में साइकिल से पहुंचे थे कश्मीर से कन्याकुमारी 
कोयंबटूर रायफल क्लब के प्रेसिडेंट रहने के दौरान वर्ष 2010-11 में सिलेंद्र बाबू  तमिलनाडु के कई स्कूलों में रायफल क्लब खोलने का काम किया। एडीजी कोस्टल सिक्योरिटी रहने के दौरान बाबू ने चेन्नै से कन्याकुमारी तक 700 किमी साइकलिंग की। वर्ष 2017 में केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत इन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकलिंग की। यह अभियान उन्होंने 32 दिन में पूरा किया।

फिट रहना है तो खूब चलाएं साइकिल
सी. सिलेंद्र बाबू साइकलिंग को एक बेहतरीन एक्सरसाइज और खेल मानते हैं। कई मौकों पर वह लोगों से अपील करते रहे हैं कि रोजमर्रा के कामकाज निपटाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि साइकलिंग अपने आप में एक पूरा एक्सरसाइज है। जो शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहना चाहता है उसे साइकलिंग को अपनी जीवन का हिस्सा बना लेना चाहिए।