लालू यादव पर बेवजह राजनीतिक बयानबाजी कर निशाने पर आये सुशील मोदी, शिवानंद ने कहा-झूठ पकड़े जाने के डर से भाग गये थे सुमो

झारखंड की रांची हाईकोर्ट से चारा घोटाले मामले में बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बेल मिलने के बाद राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। लालू को बेल मिलने पर राजनीतिक बयानबाजी कर आरजेडी कार्यकर्ताओं को नसीहत देना एक्स डिप्टी सीएम सुशील मोदी को भारी पड़ रहा है।

लालू यादव पर बेवजह राजनीतिक बयानबाजी कर निशाने पर आये सुशील मोदी, शिवानंद ने कहा-झूठ पकड़े जाने के डर से भाग गये थे सुमो

पटना। झारखंड की रांची हाईकोर्ट से चारा घोटाले मामले में बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बेल मिलने के बाद राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। लालू को बेल मिलने पर राजनीतिक बयानबाजी कर आरजेडी कार्यकर्ताओं को नसीहत देना एक्स डिप्टी सीएम सुशील मोदी को भारी पड़ रहा है।

सुशील मोदी अपनी बयानबाजी के कारण आरजेडी व लालू फैमिली के निशाने पर आ गये हैं।आरजेडी उपाध्यक्ष व एक्स मिनिस्टर शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी का कद लालू के सामने काफी छोटा है। उन्हों ने मोदी को नौटंकीबाज बताते हुए कहा कि एक बार लालू ने विधानसभा में उनकी पोल खोल दी थी। इसके बाद खुद को फंसते देख मोदी किसी तरह सदन से निकल भागे थे।लालू की बेटी रोहिणी ने भी सूमो के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है।

घायल होने का नाटक कर चुके हैं मोदी

शिवानंद तिवारी ने कहा कि एक बार सुशील मोदी ने विधानसभा में घायल होने का नाटक किया था। वे पट्टी बंधवाकर सदन में पहुंचे थे। तब लालू ने सदन में ही उन्हेंए पट्टी खोलकर दिखाने की चुनौती दी थी और नौटंकीबाज कहा था। शिवानंद से पहले लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी सुशील मोदी पर तंज कसा था।
छात्र राजनीति से ही हीन भावना का शिकार हैं मोदी
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि सुशील कुमार मोदी छात्र राजनीति से ही लालू के मामले में हीन भावना के शिकार हैं। राजनीति में उनकी इतनी हैसियत नहीं बन पाई है कि वे लालू को राजनीति करने से रोक सकें। शिवानंद ने कहा कि लालू राजनीतिक जीव हैं। कोर्ट ने उन्हें बगैर किसी राजनीतिक बंधन के छोड़ा है। सुशील कुमार मोदी टिटहरी की तरह सपने देख रहे हैं।
सेंट्रल में मिनिस्टर बनने के लिए दे रहे उल-जलूल बयान
शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील कुमार मोदी अपने राजनीतिक मकसद के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। राज्यसभा सदस्य बनने के बाद उन्होंने झूठी उम्मीद पाल रखी है कि निर्मला सीतारमण की जगह उन्हें वित्त मंत्री बनाया जा सकता है। इंतजार बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए लालू यादव के खिलाफ स्तरहीन बयान दे रहे हैं।
बिहार की पॉलिटिक्स के विलेन हैं सुशील मोदी 
आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि बेल मिलना एक न्यायिक प्रक्रिया है। लेकिन सुशील कुमार मोदी ने जो प्रतिक्रिया दी है, उससे लगता है कि अदालती प्रक्रिया से भी वे खुद को ऊपर मानते हैं। इससे यह भी साबित होता है कि आरजेडी सुप्रीमो को साजिश के तहत फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार मोदी ऐसे बोल रहे हैं जैसे वे आज भी डिप्टी सीएम ही हैं। पुलिस-प्रशासन से लेकर न्यायिक प्रक्रिया सब उन्हीं के नियंत्रण में है। सुशील कुमार मोदी की राजनीति लालू परिवार तक ही सीमित है। जितनी ऊर्जा वह इस परिवार की आलोचना में लगाते हैं, उसका थोड़ा हिस्सा भी अगर बिहार के लिए लगाए होते तो कोरोना के कारण आज त्राहिमाम की स्थिति नहीं रहती।
लालू प्रसाद की जमानत से कोई फर्क नहीं पड़ता:सुशील मोदी
बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने रविवार को ट्वीट कर कहा था कि लालू प्रसाद को बेल मिलना या रद होना एक न्यायिक प्रक्रिया है। इससे बिहार की राजनीति और न्याय के साथ विकास की प्रशासनिक संस्कृति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राज्य सरकार का पूरा ध्यान फिलहाल कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने पर है। बिहार में अब तक 2.49 करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है। जो तीन लाख लोग संक्रमित पाए गए, उनमें से 2. 75 लाख से ज्यादा स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में रिकवरी रेट 89.79 परसेंट है।