राजस्थान:  दलित स्टूडेंट की मौत की घटना से आहत कांग्रेस MLA पानाचंद मेघवाल ने दिया इस्तीफा

राजस्थान के जालोर जिले के सायला में में स्कूल टीचर की पिटाई से नौ साल के दलित स्टूडेंट इंद्र मेघवाल की मौत का मामला गरमा गया है। इस घटना से आहत अटरू से कांग्रेस एमएलए पानाचंद मेघवाल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मेघवाल ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी व सीएम अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेज दिया है। 

राजस्थान:  दलित स्टूडेंट की मौत की घटना से आहत कांग्रेस MLA पानाचंद मेघवाल ने दिया इस्तीफा
  • दलितों पर बढ़ते अत्याचार से आहत हैं मेघवाल

जयपुर। राजस्थान के जालोर जिले के सायला में में स्कूल टीचर की पिटाई से नौ साल के दलित स्टूडेंट इंद्र मेघवाल की मौत का मामला गरमा गया है। इस घटना से आहत अटरू से कांग्रेस एमएलए पानाचंद मेघवाल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मेघवाल ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी व सीएम अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेज दिया है। 

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उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि  देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी प्रदेश में दलित और वंचित वर्ग पर लगातार हो रहे अत्याचारों से मेरा मन आहत है। मेरा समाज आज जिस प्रकार यातानाएं झेल रहा है, उसका दर्द शब्दों में नही कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि दलित और वंचितों को कहीं मटकी से पानी पीने तो कहीं घोड़ी पर बैठने और मूंछ रखने के कारण यातनाएं देकर मौत के घाट उतारा जाता है। पुलिस अधिकांश मामलों को फाइलों में बंद कर देती है। 
कहीं घोड़ी पर चढ़ने तो कहीं मूंछ रखने पर घोर यातनाएं

एमएलए नने कहा है कि  ऐसी घटनाओं से मेरा मन काफी आहत है। मेरा समाज आज जिस प्रकार की यातनाएं झेल रहा है। उसका दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। पानाचंद मेघवाल ने अपने त्याग पत्र में लिखा है कि प्रदेश में दलित और वंचितों को मटकी से पानी पीने के नाम पर तो कहीं घोड़ी पर चढ़ने और मूंछ रखने पर घोर यातनाएं देकर मौत के घाट उतारा जा रहा है। जांच के नाम पर फाइलों को इधर से उधर घुमाकर न्यायिक प्रक्रिया को अटकाया जा रहा है। पिछले कुछ सालों से दलितों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में दलितों और वंचितों के लिए जिस समानता के अधिकार का प्रावधान किया था, उसकी रक्षा करने वाला कोई नहीं है।

अपनी सरकार पर भी पानाचंद ने उठाये सवाल
एमएलए पानाचंद मेघवाल ने त्यागपत्र में अपनी ही पार्टी की सरकार पर भी गंभीर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने  त्यागपत्र में यह लिखते हुए सीएम को चेताया कि दलितों पर अत्याचार के ज्यादातर मामलों में FR लगा दी जाती है। कई बार ऐसे मामलों को जब मैंने विधानसभा में उठाए, उसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन हरकत में नहीं आया।
दलितों पर अत्याचार रोकने में सरकार नाकाम 
एक्स सीएम वसुंधरा राजे व बीजेपी  के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि दलितों पर अत्याचार इस हद तक बढ़ गये कि अब कांग्रेस के विधायक भी इससे आहत हैं। गहलोत सरकार दलितों पर अत्याचार रोकने में नाकाम साबित हो रही है। गहलोत गृह विभाग का जिम्मा सही तरह से नहीं संभाल पा रहे हैं।

राहुल गांधी ने दलित बच्चे की मौत पर दुख जताया

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि निर्दयी शिक्षक द्वारा एक दलित बच्चे को बुरी तरह से पीटे जाने के बाद उसकी मृत्यु की घटना बेहद दुखद है। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। आरोपित को कठोर धाराओं के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे कड़ी सजा मिलने चाहिए।
दलितों पर अत्याचार की घटनाओं से कांग्रेस चिंतित

पिछले तीन साल में दलित अत्याचार के बढ़ते मामलों ने कांग्रेस और प्रदेश सरकार की भी चिंता बढ़ाई है। प्रदेश की 34 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वहीं प्रदेश में करीब साढ़े 18 प्रतिशत आबादी दलितों की है। लगभग15 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाये जाने से गुर्जर समाज पहले से ही कांग्रेस से नाराज है। भरतपुर में एक संत के आत्मदाह और मौत,कांवड यात्रा व अन्य धार्मिक आयोजनों में लाऊडस्पीकर बजाने पर रोक से लोगों में नाराज हैं। अब दलितों पर बढ़ते अपराधों से वोट बैंक में सेंध की चिंता कांग्रेस को सताने लगी है।

एक्टिव हुआ सचिन पायलट खेमा
एक्स डिप्टी सीएम सचिन पायलट मंगलवार को मृतक बच्चे के परिजनों से मिलने जालौर जिले के गांव में जायेगे। उनके साथ एमएलए वेदप्रकाश सोलंकी सहित अन्य दलित नेता भी रहेंगे। सोलंकी ने सोमवार को कहा कि मृतक बच्चे के स्वजनों को 50 लाख की नकद सहायता दी जानी चाहिए।
वो राजनीति करेंगे: अशोक गहलोत 

सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि जालौर जिले में बीजेपी एमएलए से परेशान होकर एक संत ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। बच्चे की पिटाई करने वाले शिक्षक को अरेस्ट कर लिया गया है। सरकार ने बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिया गया है, लेकिन मेरा मानना है कि वो (विपक्ष) राजनीति करेंगे, क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी विस्फोटक स्थिति में है। मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों के मुकाबले कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति राजस्थान में है। 
उल्लेखनीय है कि जालौर जिले में 20 जुलाई को प्राइवेट स्कूल के टीचर छैल सिंह की पिटाई के बाद बच्चा इंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान शनिवार को अहमदाबाद में बच्चे की मौत हो गई।