Land For Job Scam: 'वो हजार बार परेशान करेंगे, हम लोग बोलेंगे', राबड़ी देवी 

नौकरी के बदले जमीन घोटाले में सीबीआइ ने सोमवार को बिहार की एक्स सीएम राबड़ी देवी से उनके पटना स्थित आवास पर चार घंटे से अदिक समय तक पूछताछ की। राबड़ी देवी के साथ पूछताछ करने वाली टीम में नौ अफसर शामिल थे। पूछताछ के दौरान राबड़ी से जिन लोगों से नौकरी के बदले जमीन ली गई, उनके बारे में विस्तार से सवाल-जवाब किये गये।

Land For Job Scam: 'वो हजार बार परेशान करेंगे, हम लोग बोलेंगे', राबड़ी देवी 
पटना। नौकरी के बदले जमीन घोटाले में सीबीआई ने सोमवार को बिहार की एक्स सीएम राबड़ी देवी से उनके पटना स्थित आवास पर चार घंटे से अदिक समय तक पूछताछ की। राबड़ी देवी के साथ पूछताछ करने वाली टीम में नौ अफसर शामिल थे। पूछताछ के दौरान राबड़ी से जिन लोगों से नौकरी के बदले जमीन ली गई, उनके बारे में विस्तार से सवाल-जवाब किये गये।
हमारे यहां चलते रहता है..., 
बिहार की एक्स सीएम राबड़ी देवी ने सोमवार को उनके आवास पर सीबीआई की पूछताछ के संबंध में मीडिया के सवालों पर प्रतिक्रिया दी है। राबड़ी देवी ने कहा, 'इस पर कुछ नहीं कहेंगे, इससे से क्या लेना-देना, उन्होंने (एजेंसी ने) अपना काम किया और चले गये। वो हजार बार परेशान करेंगे, हम लोग बोलेंगे।'सीबीआई की टीम ने चार घंटे से अधिक समय तक राबड़ी देवी से सवाल-जवाब किया।  इसके बाद राबड़ी देवी ने मीडिया से कहा कि हमारे यहां यह सब चलते रहता है। कुछ नहीं है। 
राबड़ी देवी के कहने पर ही टीम पूछताछ के लिए पटना पहुंची
वहीं, सीबीआई की तरफ से भी इस मामले पर बयान सामने आया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से सीबीआई ने कहा कि राबड़ी देवी के कहने पर ही टीम पूछताछ के लिए पटना पहुंची है। सीबीआई के एक अफसर ने कहा कि कुछ दिनों पहले सीबीआई ने बिहार की एक्स सीएम राबड़ी देवी को तलब किया था। उन्होंने खुद सोमवार छह मार्च को अपने आवास पर पूछताछ की तारीख तय की थी। ऐसा नहीं है कि सीबीआई बिना इजाजत के राबड़ी आवास के अंदर घुसी। राबड़ी देवी से पूछताछ के  प्रारंभ में राबड़ी देवी के बड़े पुत्र व पर्यावरण वन व जलवायु परिर्वतन मंत्री तेज प्रताप यादव साथ में रहे, लेकिन बाद में विधान परिषद चले गये। इस बीच 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास के बाहर राजद के कार्यकर्ताओं और नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सीबीआई विरोधी नारे भी लगाये। 
सीबीआइ में 2022 में दर्ज किया गया था मामला 
सीबीआई ने रेलवे में कथित तौर पर नौकरी के बदले लोगों से जमीन लेने के मामले में लालू प्रसाद पर 18 मई 2022 को प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके पूर्व 23 सितंबर 2021 में सीबीआई ने इस मामले को रजिस्टर्ड किया था।लालू प्रसाद पर आरोप रहा कि उन्होंने 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए बिहार के दर्जन भर लोगों को ग्रुप-डी में नौकरी दी। इसके बदले लालू प्रसाद ने उनकी जमीन अपने परिवार के सदस्यों के नाम कराई। लालू प्रसाद पर लगभग 1.05 लाख वर्ग फुट जमीन परिवार के नाम कराने के आरोप हैं। एफआइआर दर्ज करने के बाद सीबीआई ने पटना में राबड़ी देवी के आवास सहित अलग-अलग 17 स्थानों पर रेड मारा था। 
FIR में राबड़ी, मीसा और हेमा के भी नाम  
नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सीबीआई ने FIR में लालू प्रसाद के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी, पुत्री डा. मीसा भारती, हेमा यादव समेत 16 लोगों को नामजद आरोपी बनाया है, जबकि 17 वे नंबर पर अन्य लोगों के नाम हैं। जांच के बाद सीबीआई ने रेलवे में नौकरी प्रकरण में अपना आरोप पत्र भी सीबीआई कोर्ट में दाखिल किया है। कोर्ट ने सीबीआई के आग्रह पर लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी के साथ ही मीसा भारती से पूछताछ की अनुमति दी है। इस प्रकरण में सीबीआइ ने एक्स रेल मिनिस्टर लालू प्रसाद और उनकी पुत्री डा. मीसा भारती को भी समन जारी किया गया है।
लालू प्रसाद से स्वास्थ्य कारणों से घर पर हो सकती है पूछताछ 
सीबीआई सूत्रों ने बताया नौकरी के बदले जमीन मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनकी पुत्री व संसद सदस्य डा. मीसा भारती को भी समन भेजा गया है। चर्चा है कि 15 मार्च को दोनों नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।हालांकि, सीबीआई सूत्र बता रहे हैं कि अभी पूछताछ की तिथि निर्धारित नहीं है, लेकिन इनसे जल्द ही पूछताछ होगी। लालू के स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए सीबीआई उनसे घर पर ही पूछताछ कर सकती है।