कोलकाता के बिजनसमैन महेंद्र अग्रवाल ने झारखंड के कांग्रेसी MLA तक पहुंचाया था कैश, ऑफिस पर CID रेड

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में लगभग 49 लाख कैश श के साथ पकड़े गये झारखंड के तीन कांग्रेस एमएलए के पास से बरामद हुई रकम कोलकाता के बिजनसमैन ने हवाला के जरिए पहुंचाई थी। सीआईडी ने कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर के सामने लालबाजार में महेंद्र अग्रवाल नामक बिजनसमैन के ऑफिस में रेड मारकर तीन लाख रुपये कैश, कई बैंक अकाउंट और चांदी के 250 सिक्के बरामद किए हैं। 

कोलकाता के बिजनसमैन महेंद्र अग्रवाल ने झारखंड के कांग्रेसी MLA तक पहुंचाया था कैश, ऑफिस पर CID रेड

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में लगभग 49 लाख कैश श के साथ पकड़े गये झारखंड के तीन कांग्रेस एमएलए के पास से बरामद हुई रकम कोलकाता के बिजनसमैन ने हवाला के जरिए पहुंचाई थी। सीआईडी ने कोलकाता पुलिस हेडक्वार्टर के सामने लालबाजार में महेंद्र अग्रवाल नामक बिजनसमैन के ऑफिस में रेड मारकर तीन लाख रुपये कैश, कई बैंक अकाउंट और चांदी के 250 सिक्के बरामद किए हैं। 

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सीआइडी अफसर ने कहा कि ऑफिस व मालिक का मोबाइल फोन बंद था। उसकी गतिविधियों के बारे में और जानने के लिए रेड की गई। हावड़ा के पंचला में पिछले सप्ताह 49 लाख रुपये केश ले जा रहे तीन कांग्रेसी एमएलएकी गिरफ्तारी के बाद से महेंद्र अग्रवाल लापता हो गया है।सीआईडी कोलकाता की जांच में यह बात सामने आयी है कि 30 जुलाई को एमएलए इरफान अंसारी अपने सहायक कुमार प्रतीक के साथ कोलकाता के लालबाजार स्थित बिजनसमैन के ऑफिस गये थे। यहीं पर महेंद्र अग्रवाल ने उन्हें 49 लाख रुपये दिए थे। इसके पहले सभी सदर स्ट्रीट के एक होटल में 3.06 मिनट पर पहुंचे थे। इसके बाद सभी वहां से 3.14 मिनट में निकल गये थे। 

होटल के स्टाफ ने सीआइडी को दिये गये अपने बयान में बताया है कि एमएलए ने अपने वीवीआईपी होने की बात कही थी। यही वजह थी कि उनके कमरे में आने की इंट्री नहीं की गई थी। सीआईडी कोलकाता के आईजी-1 प्रणव कुमार के नेतृत्व में सीआईडी की टीम ने लालाबाजार के बीकानेर बिल्डिंग में शेयर ट्रेडिंग से जुड़े कारोबारी महेंद्र अग्रवाल के कोस्मोपालिटन कोमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस में रेड मारा। रेड में पुलिस को मौके से 3.34 लाख रुपये व चांदी के 250 सिक्के मिले। महेंद्र अग्रवाल का शेयर ट्रेडिंग का कारोबार है। संदेह जताया जा रहा है कि शेयर ट्रेडिंग की आड़ में वह हवाला का कारोबार करते हैं। सीआईडी की रेडके दौरान महेंद्र मौके से गायब थे।
सिद्धार्थ मजूमदार का भी नाम सामने आया
कोलकाता सीआईडी की जांच में सिद्धार्थ मजूमदार का भी नाम सामने आया है। एजेंसियां यह पड़ताल कर रही हैं कि एमएलए को 29 जुलाई को कोलकाता से गुवाहाटी ले जाने वाला सिद्धार्थ कौन है। सिद्धार्थ ने ही 20 जुलाई को भी एमएलए की मुलाकात असम के प्रभावशाली लीडर से करवाया था। सीआईडी सिद्धार्थ की तलाश कर रही है। 

सीआईडी अफसर ने कहा कि तीनों एमएलए एक मध्यस्थ के साथ गुवाहाटी गये थे। वहां एक प्रभावशाली व्यक्ति के साथ सौदा किया गया था। इसके बाद तीनों एमएलए वापस कोलकाता आकर एक होटल में ठहरे। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस नेता का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। होटल की सीसीटीवी फुटेज को वहां हुई गतिविधियों के सबूत के रूप में पहले ही सुरक्षित कर लिया गया है।