नई दिल्ली: किसान आंदोलन:35 लाख का ट्रैक्टर बना लोगों के आकर्षण का केंद्र, पानी की बौछार का भी नहीं होगा असर

सेंट्रल गवर्नमेंट के तीनों कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन सोमवार को 61वें दिन भी जारी रहा। किसान 26 नवंबर को होने वाले ट्रैक्टर परेड की तैयारी की अंत्म चरण में हैं। आंदोलन में 35 लाख में  मोडिफाई ट्रैक्टर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 

नई दिल्ली: किसान आंदोलन:35 लाख का ट्रैक्टर बना लोगों के आकर्षण का केंद्र, पानी की बौछार का भी नहीं होगा असर
  • ट्रैक्टर को मोडिफाई करने में लगे 35 लाख रुपये 

नई दिल्ली। सेंट्रल गवर्नमेंट के तीनों कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन सोमवार को 61वें दिन भी जारी रहा। किसान 26 नवंबर को होने वाले ट्रैक्टर परेड की तैयारी की अंत्म चरण में हैं। आंदोलन में 35 लाख में  मोडिफाई ट्रैक्टर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 
किसानों ने बताया कि इस ट्रैक्टर को इस तरह डिजाइन करवाया गया है कि बारिश का भी असर नहीं होगा। पुलिस वाटर कैनन का इस्तेमाल करेगी तो वह भी बेअसर साबित हो जायेगा। बहादुरगढ़ से सटे टीकरी बॉर्डर पर यह मोडिफाई ट्रैक्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस ट्रैक्टर को मोडिफाई करने में लगभग 35 लाख रुपये की लागत आई है। यह ट्रैक्टर सुनील गुलिया का है।

महिंद्रा के इस ट्रैक्टर में आगे और पीछे दोनों तरफ बड़े-बड़े दो पहिए लगे हुए हैं। लगता है मानो यह ट्रैक्टर नहीं, बल्कि रोड रोलर हो। ट्रैक्टर के पीछे लगी ट्रॉली भी उतनी ही आकर्षक है। ट्रॉली में बैठने के लिए आरामदायक सोफे बनाये गये हैं। ट्रैक्टर में गीत-संगीत का भी भरपूर इंतजाम है। इस ट्रैक्टर को लोग निहारने में लगे रहते हैं।