केरल: कोट्टायम में वाइफ स्वैपिंग रैकेट का भंडाफोड़, सात आरोपी अरेस्ट

केरल के कोट्टायम में एक वाइफ स्वैपिंग रैकेट (वाइफ की अदला-बदली) का खुलासा हुआ है। पुलिस ने रैकेट चलाने वाले सात लोगों को अरेस्ट किया है। इस रैकेट से जुड़े एक मेंबर की वाइ्फ द्वारा से पुलिस में FIR दर्ज कराने के बाद मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने कहा कि सात लोगों को अरेस्ट किया गया है। 25 लोगों पर नजर रखी जा रही है। अगले कुछ दिनों में और लोगों की अरेस्टिंग होगी।

केरल: कोट्टायम में वाइफ स्वैपिंग रैकेट का भंडाफोड़, सात आरोपी अरेस्ट
  • फेसबुक और टेलीग्राम जैसे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ऑपरेट हो रहा था रैकेट

कोट्टायम। केरल के कोट्टायम में एक वाइफ स्वैपिंग रैकेट (वाइफ की अदला-बदली) का खुलासा हुआ है। पुलिस ने रैकेट चलाने वाले सात लोगों को अरेस्ट किया है। इस रैकेट से जुड़े एक मेंबर की वाइ्फ द्वारा से पुलिस में FIR दर्ज कराने के बाद मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने कहा कि सात लोगों को अरेस्ट किया गया है। 25 लोगों पर नजर रखी जा रही है। अगले कुछ दिनों में और लोगों की अरेस्टिंग होगी।

धनबाद: जब तकBJP को थूक ना चटा दूं चैन नहीं आयेगा, MP व MLA को जेल भेजे नहीं तो नपेंगे DC और SSP: इरफान

महिला ने करुकाचल पुलिस स्टेशन में कंपलेन दर्ज कराई है कि उसके हसबैंड ने उसे दूसरे पुरुषों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। उसके साथ अननेचुरल संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था। आरोपी हसबैंड को अरेस्ट करने के बाद पुलिस को बड़े नेटवर्क की जानकारी मिली। पुलिस का  कहना है कि रैकेट से लगभग पांच हजार कपल्स जुड़े थे।
ऐस आपरेट होता था गैंग
करुकाचल पुलिस ने बताया कि यह रैकेट फेसबुक और टेलीग्राम जैसे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ऑपरेट करता था। रैकेट के सदस्यों में कई हाई-प्रोफाइल लोग भी शामिल हैं। पुलिस गिरफ्त में आये लोग कोट्टायम, पथनमथिट्टा और अलापुझा जिले के हैं। रैकेट में शामिल कपल्स जब भी मिलते थे, अपनी वाइफको एक्सचेंज करते थे। कई बार एक महिला को एक ही समय पर तीन पुरुष शेयर करते थे। कई सिंगल लड़के दूसरे पुरुषों के पार्टनर शेयर करने के लिए पैसे भी देते थे।
ऐसे एक्सचेंज होती थीं पत्नियां

एक पुलिस अफसर ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए एक-जैसे लोगों को चुना जाता था। प्राइवेट 'कपल स्वैपिंग' ग्रुप्स में पत्नियां एक्सचेंज की जाती थीं। इस रैकेट से कई लोग फेसबुक से जुड़े थे। रैकेट फेक सोशल मीडिया अकाउंट का इस्तेमाल करता था। इसलिए इससे जुड़े सभी लोगों को पकड़ने में समय लगेगा।पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहन जांच जारी है। मामले से जुड़े लोगों की सारी जानकारी निकाली जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या इस ग्रुप के लोग किसी और ग्रुप के लोगों के साथ भी रिलेशनशिप में हैं।