Jharkhand: सस्पेंशन और सैलरी संकट से टूटा पुलिस ड्राइवर, चार अफसरों के नाम लेकर किया सुसाइड
कोडरमा में निलंबन और वेतन संकट से परेशान पुलिस चालक मंसूर आलम ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। वीडियो में चार पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदार बताया। मेंस एसोसिएशन ने न्यायिक जांच की मांग की।

- पुलिस मेंस एसोसिएशन ने न्यायिक जांच की मांग
कोडरमा। झारखंड के कोडरमा जिले में मंगलवार को एक दर्दनाक घटना सामने आयी है। चंदवारा पुलिस लाइन में पदस्थापित निलंबित पुलिस ड्राइवर मंसूर आलम ने सल्फास खाकर सुसाइड कर ली है। गंभीर हालत में इलाज के दौरान रांची रेफर किया गया, लेकिन उनकी मौत हो गयी।
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सुसाइड से पहले मंसूर आलम ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने जयनगर थाना प्रभारी बब्लू कुमार सिंह, डोमचांच थाना प्रभारी ओमप्रकाश यादव, अरविंद हांसदा और साहनी रमेश मरांडी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। मंसूर ने कहा कि इन अधिकारियों ने झूठे आरोप लगाकर उन्हें निलंबित कराया और तीन महीने से वेतन भी रोक दिया गया, जिससे वे मानसिक तनाव में थे।
परिजनों ने भी आरोप लगाया है कि डोमचांच थाना में पदस्थापित एक पुलिसकर्मी की साजिश के कारण उन्हें बार-बार सस्पेंड किया गया। मृतक के स्वजनों का कहना है कि मंसूर परिवार के भरण-पोषण को लेकर गहरी चिंता में थे और अक्सर साथियों से आत्महत्या की बात करते थे।
डीएसपी मुख्यालय रतीभान सिंह ने बताया कि कार्य में लापरवाही को लेकर पिछले 4 महीने में मंसूर को दो बार निलंबित किया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि मौत के बाद सामने आए सभी बिंदुओं पर जांच होगी।
इस घटना के बाद पुलिस मेंस एसोसिएशन में आक्रोश है। संगठन के पदाधिकारियों और मृतक के परिजनों ने आरोपी थाना प्रभारियों को निलंबित करने और मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य बरकत अली ने भी एसपी से मुलाकात कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस लाइन मैदान में मृतक जवान को पुलिस सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गयी। दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी।