झारखंड: बैलून सरदार सहित तीन नक्सली एरिया कमांडर ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर

बैलून सरदार सहित तीन एरिया कमांडर ने सोमवार को डीआइजी रांची के ऑफिस में पुलिस के सामने हथियार डालकर सरेंडर कर दिया है। सरेंडर करने वालों में सरायकेला खरसावां जिले के खरसावां पुलिस स्टेशन एरिया के रायजमा का रहने वाला बैलून सरदार व गाजू उर्फ सूरज सरदार तथा रांची जिले के तमाड़ पुलिस स्टेशन एरिया के बोन्दोडीह बलबेड़ा निवासी रायमुनी कुमारी उर्फ गीता शामिल हैं। तीनों ही नक्सली माओवादियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य एक करोड़ के इनामी अनल दा उर्फ पतिराम मांझी दस्ते के एरिया कमांडर हैं

झारखंड: बैलून सरदार सहित तीन नक्सली एरिया कमांडर ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर

रांची। बैलून सरदार सहित तीन एरिया कमांडर ने सोमवार को डीआइजी रांची के ऑफिस में पुलिस के सामने हथियार डालकर सरेंडर कर दिया है। सरेंडर करने वालों में सरायकेला खरसावां जिले के खरसावां पुलिस स्टेशन एरिया के रायजमा का रहने वाला बैलून सरदार व गाजू उर्फ सूरज सरदार तथा रांची जिले के तमाड़ पुलिस स्टेशन एरिया के बोन्दोडीह बलबेड़ा निवासी रायमुनी कुमारी उर्फ गीता शामिल हैं। तीनों ही नक्सली माओवादियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य एक करोड़ के इनामी अनल दा उर्फ पतिराम मांझी दस्ते के एरिया कमांडर हैं।

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संगठन में आदिवासियों-महिलाओं को होता है शोषण
एरिया कमांडर एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल के मारक दस्ते के सदस्य के तौर पर तीनों बीते चार सालों से भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय थे। सरेंडर के बाद तीनों उग्रवादियों ने बताया कि संगठन में आदिवासी कैडरों का शोषण होता है। वहीं माओवादी नेता संगठन की युवतियों का भी शोषण करते हैं।
मौके पर आईजी ऑपरेशन अमोल वी होमकर ने बताया कि भाकपा माओवादियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य व एक करोड़ के ईनामी पतिराम मांझी रांची, सरायकेला- खरसांवा, खूंटी व चाईबासा जिला के बोडरिंग इलाके में पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। उसके मारक दस्ता के तीन सदस्यों के सरेंडर करने से पतिराम को बड़ा झटका लगा है। आईजी ऑपरेशन ने बताया कि अभी भी ट्राइजंक्शन एरिया में कई उग्रवादी बचे हुए हैं। उनकी खोज, रेड, सर्च के अलावे सामुदायिक पुलिसिंग और पोस्टर प्रचार के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है।

सुरू डैम में गांव के डूब जाने का भय दिखाकर जोड़ा था संगठन से 
बैलून सरदार और सूरज उर्फ गाजू सरदार ने बताया कि माओवादियों ने झांसा देकर उसके गांव की तीन युवतियों समेत पांच लोगों को माओवादी संगठन में जोड़ा था। दो युवतियों अब भी माओवादी संगठन में हैं। बैलून ने बताया कि साल 2017 से अनल का दस्ता उसके गांव में भ्रमणशील रहता था। माओवादियों ने सुरू डैम में गांव के डूब जाने का भय दिखाकर उसे व अन्य लोगों को संगठन से जोड़ा था। इसी बीच गांव में पुलिस कैंप बनने लगा, तब मुखबीरी का आरोप लगाकर दो लोगों की मर्डर कर दी गई। इसके बाद पार्टी से उसका मोह भंग हो गया था।

संगठन छोड़ने पर अनल व उसके करीबी मौत के घाट उतारने की देते थे धमकी

बैलून ने बताया कि वह काफी पहले संगठन छोड़ देना चाहता था, लेकिन अनल व उसके करीबी मौत के घाट उतारने की धमकी देते थे। इस कारण से वह संगठन नहीं छोड़ पाता था। इसी बीच पुलिस ने भी उसके घर की कुर्की कर ली। घर परिवार बिखर गया। बैलून ने बताया कि जब इस परिस्थिति में उसने पार्टी से मदद मांगी तो किसी ने उसकी मदद नहीं की। बल्कि इसके बाद माओवादी संगठन में शोषण शुरू हो गया। ऐसे में परिवार के लोगों ने रायजामा के पुलिस पिकेट के संपर्क कर मदद मांगी और मुख्यधारा में जुड़ने का फैसला लिया। 

संगठन में ही रचाई शादी
सरेंडर करने वाले गाजू उर्फ सूरज सरदार और गीता मुंडा ने बताया कि अप्रैल 2021 में पार्टी में रहते हुए दोनों ने शादी रचायी। गीता ने बताया कि संगठन में महिलाओं का काफी शोषण होता है, उसके ऊपर भी दूसरे से शादी का दबाव डाला जा रहा था। 

मामले दर्ज
बैलून सरदार के खिलाफ खरसावां , कुचाई में कुल 11 मामले दर्ज हैं। दो मर्डर केस का आरोपी रहा है। गाजू उर्फ सूरज सरदार के खिलाफ तीन मर्डर समेत 9 नक्सल कांड दर्ज हैं। रायमुनी पर भी मर्डर के एक समेत सात नक्सल कांड सरायकेला जिले में दर्ज हैं।