Jharkhand: ED के समक्ष उपस्थित नहीं हुए साहिबगंज SP नौशाद आलम, दूसरा समन भेजा गया, 28 नवंबर बुलाया

साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम बुधवार ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। एसपी नौशाद आलम ने ईडी को पत्र भेजकर उपस्थित होने के लिए दूसरी तारीख मांगी है।वहीं ईडी ने नौशाद आलम तो दूसरा समन भेजकर अब 28 नवंबर को बुलाया है।

Jharkhand: ED के समक्ष उपस्थित नहीं हुए साहिबगंज SP नौशाद आलम, दूसरा समन भेजा गया, 28 नवंबर बुलाया
एसपी नौशाद आलम (फाइल फोटो)।

रांची। साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम बुधवार ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। एसपी नौशाद आलम ने ईडी को पत्र भेजकर उपस्थित होने के लिए दूसरी तारीख मांगी है।वहीं ईडी ने नौशाद आलम तो दूसरा समन भेजकर अब 28 नवंबर को बुलाया है।

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.नौशाल आलम ने ईडी के पहले समन में पुलिस हेडक्वार्टर से मंतव्य मांगा था। नौशाद आलम ने ईडी को भेजे पत्र में लिखा है कि उन्होंने पुलिस हेडक्वार्टर से मामले को लेकर सुझाव मांगा है। इसलिए उन्हें कुछ दिनों की मोहलत दी जाये और पूछताछ के लिए दूसरी तिथि निर्धारित की जाये।एसपी नौशाद आलम साहिबगंज से ईडी के जोनल ऑफिस जाने के लिए रांची पहुंच चुके थे।  ईडी ऑफिस जाने से पूर्व नौशाद आलम झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर गये और अफशरों को पूरे मामले की जानकारी दी। एसपी ने अपने साथ ले गये डॉक्यूमेंट भी सीनीयर पुलिस अफसरों को दिखाया। कहा जा रहा है कि अफसरों के निर्देश के आलोक में ही नौशाद आलम ने ईडी को यह पत्र लिखा कि उन्हें आज ईडी ऑ्रफिस में उपस्थित होने से छूट दी जाए और कोई दूसरी तारीख मुकर्रर की जाए।
विजय हांसदा वाले मामले में भूमिका से इनकार
बताया जाता है कि नौशाद आलम ने ईडी के गवाह रहे विजय हांसदा मामले में अपनी कोई भी गलत भूमिका होने से इनकार किया है। पुलिस हेडक्वार्टर को नौशाद आलम के द्वारा यह बताया गया है कि साहिबगंज पुलिस ने विजय हांसदा को कोर्ट के निर्देश के बाद बॉडीगार्ड उपलब्ध करवाया था। जब नौशाद आलम ने साहिबगंज एसपी का पदभार ग्रहण किया, उसके बाद विजय हांसदा ने सुप्रीम कोर्ट में एक केस के सिलसिले में बॉडीगार्ड के साथ दिल्ली जाने को लेकर आवेदन दिया था। लेकिन जिस दिन विजय को दिल्ली जाना था, उस दिन रविवार था और ऐसे में रेल वारंट नहीं मिल पाया, सुरक्षा को देखते हुए दुमका डीआईजी के आदेश पर विजय को बॉडीगार्ड के साथ दिल्ली जाने की इजाजत दी गई। इस दौरान बॉडीगार्ड ने बिना रेलवे वारंट के जाने में असमर्थता जताई और एसपी साहिबगंज से कन्फर्म टिकट करवाने को कहा, जिसके बाद रांची में नौशाद आलम ने फोन कर सार्जेंट से टिकट करवाने को कहा।
ईडी के गवाह को भड़काने का आरोप
एसपी नौशाद आलम को ईडी ने 10 नवंबर को समन भेजकर 22 नवंबर को रांची के हिनू स्थित रीजनल ऑफिस में पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया था। उन पर इलिगल माइनिंग मामले में ईडी के गवाह रहे विजय हांसदा को दिल्ली जाने के लिए टिकट की व्यवस्था करने और उनको भड़काने का आरोप है। ईडी ने जांच में पाया था कि विजय हांसदा को सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले में अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली जाना था। एसपी नौशाद आलम के कहने पर एक पुलिस सार्जेंट ने ट्रेवल एजेंट के माध्यम से विजय हांसदा के लिए टिकट की व्यवस्था की थी। विजय हांसदा ने नींबू पहाड़ पर इलिगल माइनिंग के आरोप में पंकज मिश्रा व अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी थी। जेल में रहते हुए उसने इस मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
हाइकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने एफआइआर दर्ज की
हाइकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने साहिबगंज के नींबू पहाड़ पर इलिगल माइनिंग मामले में पंकज मिश्रा, दाहू यादव सहित अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। विजय हांसदा को भी नेम्ड एक्युज्ड बनाया गया है। एफआइआर में एजेंसी ने साहिबगंज में इलिगल मानिंग, ईडी के अफसरों को झूठे मुकदमे में फंसाने और गवाहों को भड़काने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
साहिबगंज SP ने रची ED अफसरों को फंसाने की साजिश', जांच एजेंसी का बड़ा खुलासा
साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम के खिलाफ बड़ा खुलासा हुआ है। ईडी की जांच में जो सबूत मिले हैं उसके अनुसार जिस तरह अमित अग्रवाल ने झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को फंसाने के लिए कोलकाता बुलाकर गिरफ्तारी कराई थी। उसी तरह नौशाद आलम ने भी ईडी के खिलाफ साजिश रची है। ईडी ने एसपी की ईडी के खिलाफ सक्रियता की पहचान की है।

एसपी ने रची ED अफसरों को फंसाने की साजिश'
ईडी को अब तक की जांच में जो सबूत मिले हैं, उसके अनुसार एसपी नौशाद आलम ने भी एजेंसी के विरुद्ध साजिश रची। ईडी ने अमित अग्रवाल व राजीव कुमार प्रकरण की तरह एसपी नौशाद आलम की ईडी के विरुद्ध सक्रियता की पहचान की है। एसपी ने भी ईडी के गवाह विजय हांसदा को गवाही से मुकरने के लिए न सिर्फ उस पर दबाव बनाया, बल्कि उसे दिल्ली जाने व आने के लिए रांची पुलिस केंद्र के सार्जेंट के माध्यम से विजय हांसदा का टिकट करवाया। ईडी के अफसरों को एससी-एसटी उत्पीड़न के केस में फंसाने के लिए भी एसपी नौशाद आलम ने ही साजिश रची। ईडी को इससे संबंधित जानकारी मिली है। रांची के तत्कालीन एसपी रूरल नौशाद आलम के विरुद्ध ईडी कार्यालय में जमीन पर जबरन कब्जा दिलाने से लेकर अवैध बालू तस्करी से संबंधित भी डेढ़ दर्जन कंपलेन भी है। ईडी इन सभी बिंदुओं पर उनसे पूछताछ करेगी।

अमित अग्रवाल ने याचिका मैनेज करने के लिए एडवोकेट को कराया था ट्रैप
ईडी की जांच में यह भी स्पष्ट हो चुका है कि झारखंड हाई कोर्ट में शेल कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कराने संबंधित एक जनहित याचिका दाखिल की गई थी। इससे परेशान अमित अग्रवाल ने सोनू अग्रवाल के माध्यम से जनहित याचिका के वकील राजीव कुमार को फंसाने की योजना बनाई। उन्हें कोलकाता बुलाया, जहां कोलकाता पुलिस की मदद से राजीव कुमार को 50 लाख रुपये के साथ अरेस्ट करवा दी थी। राजीव कुमार के लिए अमित अग्रवाल के कहने पर सोनू अग्रवाल ने ही टिकट की व्यवस्था की थी। ईडी ने अमित अग्रवाल व अधिवक्ता राजीव कुमार पर चार्जशीट दाखिल की थी। दोनों अभी बेल पर हैं।