झारखंड: जिंदगी की जंग हार गई दुमका की बेटी, पड़ोसी युवक ने पेट्रोल छिड़ककर जलाया था जिंदा 

झारखंड के दुमका में पिछले दिन एक सनकी आशिक ने एक तरफा प्यार 12 वीं की छात्रा अंकिता को पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया था। 45 परसेंट  जली। छात्रा को रांची रिम्स में इलाज के लिए एडमिट कराया गया था। छात्रा की रविवार को मौत हो गई। पुलिस आरोपी आरोपी शाहरुख हुसैन को पहले ही अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। 

झारखंड: जिंदगी की जंग हार गई दुमका की बेटी, पड़ोसी युवक ने पेट्रोल छिड़ककर जलाया था जिंदा 

दुमका। झारखंड के दुमका में पिछले दिन एक सनकी आशिक ने एकतरफा प्यार 12 वीं की छात्रा अंकिता को पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया था। 45 परसेंट  जली। छात्रा को रांची रिम्स में इलाज के लिए एडमिट कराया गया था। छात्रा की रविवार को मौत हो गई। पुलिस आरोपी आरोपी शाहरुख हुसैन को पहले ही अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। 

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रात में अचानक बिगड़ गई हालत और हो गई मौत
रिम्स के डा आर एस शर्मा ने कहा- इस तरह के मामलों में तीन दिन अहम होते हैं। छात्रा की तीसरे दिन मौत हो गई है। ऐसे मामलों में गैंग्रीन बनने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि वह 45 परसेंट ही जली थी, बावजूद डाक्टर उसे नहीं बचा पाए। परिजनों का कहना है कि  अंकिता ठीक से खाना खा रही थी। बातचीत भी कर रही थी। हर कोई आशांवित था, लेकिन शनिवार देर रात में उसकी तबीयत खराब हो गई। सांस लेने में दिक्कत आने लगी। उसने दम तोड़ दिया। 
अंकिता ने भोजन करने के बाद परिवार वालों से बातचीत भी की। उसका बर्न यूनिट में डा आरएस शर्मा उसका इलाज कर रहे थे। डाक्टरों के अनुसार, उसकी स्थिति बुधवार तक नियंत्रित थी, लेकिन जले हुए केस में मरीज को तीन दिन निगरानी में रखा जाता है, उसके बाद ही स्थिति का पता चलता है। डा शीतल मलुआ ने बताया कि छात्रा 45 परसेंट तक जली थी, सबसे अधिक उसके हाथ, पैर और कुछ पीठ का भाग अधिक जला था। पेट का भाग जलने से बच गया था। जिसके बाद उसके जीवित रहने की संभावना बढ़ गई थी।
अंकित के परिजन अविनाश ने बताया था कि करीब 22 दिन पूर्व आरोपी द्वारा अंकित के घर पर पत्थरबाजी की गयी थी। इसमें खिड़की के शीशे टूट गये थे। मामले की जानकारी आरोपी के परिजनों को भी दी गयी थी। इसके बाद भी लगातार तंग किया जा रहा था। घटना से दो दिन पूर्व अंकिता ने फोन पर आरोपी द्वारा तंग किये जाने की जानकारी दी थी। अंकिता दो बहन और एक भाई है, बहन बड़ी है, जबकि भाई छोटा है। पिता मार्केटिग का काम करते है. जबकि अंकिता की मां लगभग डेढ़ वर्ष पहले गुजर गयी थी।

दुमका में आक्रोश का उफान, न्याय के लिए रोड पर उतरे लोग, बाजार स्वत: बंद
उपराजधानी दुमका की बेटी अंकिता की मौत के सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में महिला पुरुष सड़क पर उतरे थे। बाजार स्वतः बंद है. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग अंकिता के हत्यारे के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों को पुलिस समझा-बुझाकर शांत किया। हालांकि कई बार पुलिस लोगों की बहस भी हुई।

फ्लैश बैक
दुमका टाउन पुलिस स्टेशन एरिया की जरूवाडीह निवासी इंटर की छात्रा अंकिता को मंगलवार को शाहरुख हुसैन ने इसलिए आग के हवाले कर दिया क्योंकि उससे दोस्ती करने से इनकार कर दिया था। आरोपी पड़ोस का ही रहने वाला है। आरोपी घर से निकलने पर पीड़िता को तंग किया करता था। पीड़िता को आरोपी कई दिनों से परेशान कर रहा था, आरोपी शाहरुख हुसैन पीड़िता के सहेली से मोबाइल नंबर जुगाड़ कर लगातार फोन कर दोस्ती करने का दबाब देता था। लेकिन पीड़ित नाबालिग ने दोस्ती करने से इंकार कर दिया। इसके बाद सोमवार को जान से मारने की धमकी दी थी। छात्रा मंगलवार को जब अपने घर में सोई हुई थी, इसी दौरान अहले शाहरुख उसके घर पहुंचा और खिड़की से उस पर पेट्रोल डाल माचिस मार जला कर उसे आग के हवाले कर दिया। आनन फानन में उसे दुमका स्थित हॉस्पीटल ले जाया गया. जहां से बेहतर इलाज के लिये रिम्स रेफर कर दिया। वही टाउन पुलिस स्टेशन की पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया।
शाहरुख को फांसी देने की मांग
अंकिता की मौत के बाद घर वालों ने आरोपित शाह रुख को फांसी देने की मांग की है। वहीं क्षत्रिय समाज ने परिवार को मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग हेमंत सोरेन सरकार से की है। कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो क्षत्रिय समाज के लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। 
जल रहा झारखंड, हेमंत बजा रहे सीटी

बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन पर प्रहार करते हुए कहा है कि झारखंड जल रहा है और राजा सीटी बजाये, ये तो हम संताल-आदिवासियों के डीएनए का पार्ट कहीं से भी नहीं है। सच कहा गया है कि पूत के पांव पालने में ही पहचाने जाते हैं। धन्य है हमर सोना झारखंड। उन्होंने कहा कि झारखंड में सूखा संकट से गरीब-किसान, आदिवासियों में हाहाकार मचा हुआ है। सत्ता संकट के चलते सरकारी मशीनरी पूरी तरह से ठप हो गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घर की सुरक्षा का AK47 प्रेम प्रकाश के घर से बरामद होने के बाद पुलिस हांफ रही है। ऐसी स्थिति में हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य की बदहाली पर सीटी मार कर पिकनिक मना रहे हैं।

नदीम को एयर एम्बुलेंस, अंकिता को क्यों नहीं

बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि शाह रुख की सनक की शिकार हुई अंकिता की जान बचाई जा सकती थी, अगर उसे भी बेहतर इलाज मिल पाता। एक ओर रांची उपद्रव में घायल नदीम को राज्य सरकार एयर एम्बुलेंस से सरकारी खर्च पर दिल्ली भेज मेदांता में इलाज कराती है, वहीं अंकिता को रांची भेजने तक की व्यवस्था नहीं कर पाती। अब इससे दुर्भाग्यपूर्ण और क्या होगा? एक सीटीबाज मुख्यमंत्री से राज्य में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा की इससे ज्यादा उम्मीद भी नहीं की जा सकती। अब कम से कम फास्टट्रैक कोर्ट का गठन कर हत्यारे को फांसी दिलाये मुख्यमंत्री, ताकि मृतका के परिजन को न्याय मिले।

मुस्लिम अफसर पर साथ देने का आरोप 
बीजेपी एमपी डा निशिकांत दुबे ने टवीट किया है कि काश दुमका की बेटी अंकिता को हमलोग शाह रुख जैसे दरिंदे से बचा पाते। पुलिस प्रशासन की भूमिका समाज के लिए खतरनाक है। मुस्लिम पदाधिकारी नूर मुस्तफा का अपराधी को साथ देना देश के लिए घातक है। संथाल परगना अपनी बेटी की हत्या के बाद उद्वेलित है।