Jharkhand : CA सुमन कुमार को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में मिले सुरक्षा : सरयू राय

झारखंड के एक्स मिनिस्टर सह जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय एमएलए सरयू राय ने कहा है कि चर्चित CA सुमन कुमार सरकारी गवाह बनने को तैयार हैं। ईडी का सरकारी गवाह बनने से रोकने के लिए सुमन को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार वीभत्स रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इडी CA को जेल में कानूनी संरक्षण दिलाये। 

Jharkhand : CA सुमन कुमार को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में मिले सुरक्षा : सरयू राय
सरयू राय (फाइल फोटो)।
  • ED का गवाह बनने से रोकने के लिए जेल में किया जा रहा प्रताड़ित
  • वर्तमान परिस्थिति में BJP में वापस लौटना संभव नहीं
  • जमशेदपुर पूर्वी से ही निर्दलीय ही लड़ेंगे चुनाव

धनबाद। झारखंड के एक्स मिनिस्टर सह जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय एमएलए सरयू राय ने कहा है कि चर्चित CA सुमन कुमार सरकारी गवाह बनने को तैयार हैं। ईडी का सरकारी गवाह बनने से रोकने के लिए सुमन को बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार वीभत्स रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इडी CA को जेल में कानूनी संरक्षण दिलाये। 

यह भी पढ़ें:Jharkhand: विभिन्न विभागों में डिप्लोमा लेवल 1562 पदों पर होगी नियुक्ति, JSSC ने जारी की सूचना


सरयू राय ने धनबाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एक चर्चित मामले में इडी द्वारा अरेस्ट CA सुमन कुमार सरकारी गवाह बनना चाहते हैं। राय ने मामले में एक ट्वीट भी किया है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में अरेस्ट हो रहे अफसर एवं बिचौलिया पूर्व की रघुवर सरकार में ट्रेंड हुए थे।


धनबाद दौरे का कोई राजनीतिक मकसद नहीं
सरयू ने कहा कि उनके बार-बार धनबाद आने के पीछे कोई राजनीतिक वजह नहीं है। वे जमशेदपुर पूर्वी से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। अब बीजेपी में वापसी अब मुश्किल है। वे गैर बीजेपी दलों की एकजुटता की कवायद से भी अलग हैं। राय ने कहा कि धनबाद में कई भाजपाई उनके गैर राजनीतिक कार्यक्रमों दामोदर बचाओ आंदोलन आदि से जुड़े हैं। ऐसे कार्यकर्ताओं को बीजेपी लीडर चेतावनी दे रहे हैं। उन्होंनेकहा कि राजनीतिक रूप से निर्दलीय एमएलए हैं। आगे भी निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने ने कहा कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम को लेकर सियासी विरोध नहीं होता तो कार्यक्रम इतना सफल नहीं होता। राजनीतिक नेताओं ने विरोध में बयानबाजी नहीं की होती तो शास्त्री प्रवचन देकर लौट जाते और चर्चा तक नहीं होती।