जाट लीडर भूपेन्द्र सिंह चौधरी बने उत्तर प्रदेश BJP के प्रसिडेंट

योगी आदित्यनाथ गवर्नमेंट में पंचायती राज मिनिस्टर भूपेन्द्र सिंह चौधरी को भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश का प्रसिडेंट बनाया गया है। एमएलसी व जाट लीडर चौधरी भूपेन्द्र सिंह स्वतंत्र देव सिंह की जगह लेंगे।

जाट लीडर भूपेन्द्र सिंह चौधरी बने उत्तर प्रदेश BJP के प्रसिडेंट

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ गवर्नमेंट में पंचायती राज मिनिस्टर भूपेन्द्र सिंह चौधरी को भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश का प्रसिडेंट बनाया गया है। एमएलसी व जाट लीडर चौधरी भूपेन्द्र सिंह स्वतंत्र देव सिंह की जगह लेंगे।

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बीजेपी के नेशनल प्रसिडेंट जगत प्रकाश (जेपी) नड्डा ने गुरुवार को भूपेन्द्र सिंह को उत्तर प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। भूपेन्द्र सिंह को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार को नई दिल्ली बुलाया था। इसके बाद से ही उनके इस पद पर आसीन होने की अटकलें लगने लगी थीं।भूपेंद्र सिंह चौधरी को जाट बिरादरी और पश्चिमी यूपी में मजबूत पकड़ रखने का तोहफा दिया गया है। भूपेंद्र सिंह की पकड़ का ही नतीजा रहा कि यूपी के पिछले चुनाव में बीजेपी ने भले ही पूर्वांचल में उम्मीद के अनुसार सफलता नहीं हासिल की लेकिन पश्चिमी यूपी मे किसान आंदोलन के बाद भी शानदार जीत मिली थी। जीते के बाद योगी-2.0 में भूपेंद्र चौधरी को यूपी की योगी सरकार में दूसरी बार मंत्री बनाया गया था। इससे पहले उन्होंने संगठन में लंबे समय तक काम किया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष तक की जिम्मेदारी निभाई है। 
जाट लैंड मजबूत पकड़
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की कांठ विधानसभा सीट जाट लैंड के रूप में भी जाना जाता है। भूपेंद्र चौधरी इसी जाट लैंड के रहने वाले हैं। योगी की पिछली सरकार में भी भूपेंद्र चौधरी को मंत्री बनाया था। उस समय भूपेंद्र चौधरी पंचायती राज्य मंत्री थे। भूपेंद्र चौधरी 1999 में सपा संस्थापक मुलायम सिंह के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी बीजेपी ने भूपेंद्र चौधरी पर पूरा भरोसा रखा। इसका असर भी देखने को मिल रहा है।भपेन्द्र सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही रुहेलखंड क्षेत्र की राजनीति में काफी सक्रिय हैं। इन्होंने 1989 में भाजपा सदस्यता ली थी। इसके बाद से ही पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में लगे रहे। धीर-गंभीर स्वाभाव के भूपेन्द्र सिंह का विवादों से कोई नाता नहीं है। पार्टी लाइन पर चलने वाले चौधरी भूपेन्द्र सिंह को भाजपा के थिंक टैंक माने जाने वाले अमित शाह का करीबी माना जाता है। 
भूपेन्द्र सिंह के बारे में जानें
भूपेंद्र सिंह चौधरी का जन्म मुरादाबाद की कांठ तहसील के गांव महेंद्री सिकंदरपुर में तीन जून, 1967 को किसान परिवार में हुआ है। चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल से हुई। 12वीं तक पढ़ाई उन्होंने आरएन इंटर कालेज मुरादाबाद में की। बीए प्रथम वर्ष हिंदू कालेज मुरादाबाद से की। राम मंदिर आंदोलन के दौरान 1989-90 में भाजपा से जुड़े। इस दौरान कई बार जेल भी गये।1993 में भाजपा जिला कार्य समिति में सदस्य बनाये गये। 1994 में जिला कार्यकारिणी के कोषाध्यक्ष बने। फिर 1995 मंी जिला महामंत्री।1996 से 2000 तक भाजपा जिलाध्यक्ष रहे।

सम्भल संसदीय सीट से मुलायम सिंह के मुकाबले चुनाव लड़े

भूपेंद्र सिंह चौधरी  1999 में सम्भल संसदीय सीट से मुलायम सिंह के मुकाबले चुनाव लड़े, हालांकि जीत नहीं सके। 2000 में विभाग संयोजक और 2007 में क्षेत्रीय मंत्री बनाये गये। 2009 में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रूप में मुरादाबाद पश्चिम विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ा, लेकिन पराजित हो गये। 2010 से 2018 तक वह चार बार क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे। 2016 में उन्हें विधान परिषद भेजा गया, छह जुलाई,2022 को कार्यकाल पूरा होने पर दोबारा विधा्नपरिषद निर्वाचित हुए। 2017 के चुनाव में उनके नेतृत्व में पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया2017 में योगी सरकार बनने पर पर पंचायती राज राज्य मंत्री बनाए गए। 2019 में इसी विभाग के कैबिनेट मंत्री बने। चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता के रूप में भी काफी काम किया है।